आजकल मसालों में मिलावट करना एक आम बात है। दूध में भी मिलावट होती है। अगर यूं कहें कि बिना मिलावट के मार्केट में कोई चीज नहीं मिलती है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। मार्केट में जिस भी चीज पर हाथ रखो, वह मिलावटी होती है। इस मिलावट के ही जमाने में तो ऑर्गेनिक फूड्स का कारोबार काफी बढ़ गया है। जबकि उन्हें भी चेक कर कोई नहीं बताने वाला होता है कि वे शत-प्रतिशत ऑर्गेनिक फूड्स हैं।
खैर, ऑर्गेनिक फूड्स पर बात कभी और होगी। आज हम बात करते हैं मिलावट की जो हमें लगता था कि मसालों और दूध में ही की जाती है। लेकिन ऐसा नहीं है। ये मिलावट का खेल तेल में पहुंच गया है और सरसों के तेल में ज्यादा मिलावट होने लगी है क्योंकि इसे डेली यूज़ किया जाता है।
मिलावटी सरसों तेल
त्योहारी सीजन में तेल की डिमांड बढ़ जाती है। क्योंकि इस सीजन में कई सारे पकवान बनते हैं और ये सारे पकवान सरसों तेल में तले जाते हैं। क्योंकि सरसों तेल शुद्ध माना जाता है। वहीं सरसों से कुछ ही चीजें बनती हैं, लेकिन गांवों में यह ज्यादातर घरों में इस्तेमाल होता है। वहां तो यह तेल शुद्ध मिलता है, क्योंकि तेल को सीधे पेराया जाता है, लेकिन शहरों और महानगरों में सरसों के तेल में मिलावट भी पाई जाती है। मिलावटी तेल के इस्तेमाल से कई सारी शारीरिक परेशानी हो सकती हैं। इसलिए तेल पहचानने के लिए कुछ घरेलू उपाय भी हैं।
शुद्ध तेल पहचानने के टिप्स
- तेल पहचानने का सबसे बेस्ट टिप है कि तेल को रासायनिक तरीके से जांचा-परखा जाए।
- घर आकर ही सबसे पहले मिलावट की पहचान करें।
- इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप पिछले दस साल से सारा सामान ले रही हैं उनके यहां मिलावटी सामान नहीं मिलेगा। मिलावट सामान कोई भी बेच सका है। वैसे बी उनके यहां भी तो किसी और यहां से सामान आता होगा। इसलिए तेल कहीं से भी लें, एक बार जांच जरूर करें। (Read More:कैसे पहचाने खाने में मिलावट है या नहीं)
चेक करने का तरीका
सरसों के तेल की थोड़ी-सी मात्रा लेकर टेस्ट ट्यूब में डालें। अब इसमें नाइट्रिक एसिड की कुछ बूंदें डालें। इसे हिलाएं और मिक्सचर को 2-3 मिनट के लिए गर्म करें। अगर रंग लाल हो जाता है तो समझ लजिए कि तेल में मिलावट है। लेकिन यह तरीका तो सभी अपना नहीं सकते हैं। क्योंकि इसके लिए टेस्ट ट्यूब और केमेस्ट्री लैब की जरूरत होगी।
ऐसे पहचानें तेल असली या नकली
गंध से करें पहचान- सबसे पहली बात सरसों के तेल से बहुत तेज गंध या झांस आती है। इसी से पता चलता है कि तेल असली है। सरसों तेल की गंध बहुत तीखी होती है। इसलिए खुला तेल ले रही हैं तो सूंघ कर सबसे पहले देखें।
हाथों पर रगड़कर देखें
तेल को हाथों पर रगड़कर भी आप उसके असली-नकली का पता कर सकती हैं। इसके लिए तेल की एक दो बूंद हथेलियों पर रगड़ें। तेल आपके हाथ पर रंग छोड़ दे तो समझ लीजिए कि उसमें मिलावट है।
फ्रिज में रखें
घर आकर सरसों तेल को एक कटोरी में डालें। फिर सरसों तेल से भरी कटोरी फ्रिज में रखें। अगर तेल में मिलावट होगी तो जम जाएगा। अगर तेल शुद्ध होगा तो वैसा का वैसा ही रहेगा।
इन तरीकों से भी करें पहचान
- सरसों के तेल का रंग काफी गाढ़ा होता है। अगर इसका रंग हल्का पीला हो तो इसमें मिलावट की संभावना हो सकती है।
- मिलावटी तेल को गरम करने पर खाना बनाने वाले व्यक्ति को चक्कर आने जैसी स्थिति या छींके आने लगती हैं।
- मिलावटी तेल से बना भोजन करने पर एसिडिटी बनने लगती है और पेट फूलने की शिकायत होने लगती है।
अगर इनमें से कोई समस्या हो तो तुरंत तेल रिटर्न कर दें। तेल सही नहीं है।
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