दुनियाभर में मौजूद हैं ये फेमस बौद्ध मंदिर, एक बार जरूर करें दर्शन

भारत सहित पूरी दुनिया में कई बौद्ध मंदिर स्थित हैं, जहां पर जाकर आपको काफी अच्छा लगेगा। हर बौद्ध अनुयायी को एक बार इन मंदिरों के दर्शन अवश्य करना चाहिए।

world famous buddhist temples

बौद्ध धर्म न केवल एक धर्म है, बल्कि जीवन जीने का एक तरीका भी है। बौद्ध धर्म दुनिया के प्राथमिक और सबसे पुराने धर्मों में से एक है। इसकी स्थापना भारत में ईसा पूर्व छठी और चौथी शताब्दी के मध्य में हुई थी। सिद्धार्थ के रूप में जन्मे गौतम बुद्ध बौद्ध धर्म के संस्थापक थे। उनके दिए गए उपदेश ना केवल आज पूरी दुनिया में माने जाते हैं।

इतना ही नहीं, बौद्ध धर्म के अनुयायियों द्वारा स्थापित बौद्ध मंदिर भी अन्य पारंपरिक मंदिरों की तुलना में काफी अलग हैं। सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में कई बौद्ध मंदिर स्थित हैं, जिन्हें आपको एक बार अवश्य देखना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको दुनियाभर में स्थित कुछ बेहतरीन बौद्ध मंदिरों के बारे में बता रहे हैं-

श्वेडागोन पैगोडा (Shwedagon Pagoda)

श्वेडागोन पैगोडा बर्मा के यांगून में सबसे पवित्र बौद्ध मंदिर है। श्वेडागोन की उत्पत्ति का कोई रिकॉर्ड नहीं है। लेकिन फिर भी यह माना जाता है कि पैगोडा का निर्माण बगान काल के दौरान मोन ने करवाया था। यह मंदिर परिसर चकाचौंध रोशनी और रंगीन स्तूपों से भरा है। इस मंदिर का मुख्य आकर्षण 99 मीटर ऊंचा मुख्य स्तूप है, जो सोने से ढका है।

महाबोधि मंदिर (Mahabodhi Temple)

भारत के बोधगया में स्थित महाबोधि मंदिर को बौद्ध धर्म में सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। महाबोधि मंदिर बौद्ध धर्म (8 फेमस बौद्ध मठ) के केंद्र में स्थित है, इसलिए इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि यह इतना पूजनीय है। 531 ईसा पूर्व में बुद्ध को महाबोधि मंदिर परिसर में एक बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था। गौतम बुद्ध के ज्ञानोदय के लगभग 250 साल बाद सम्राट अशोक ने 5वीं और 6वीं शताब्दी में यहां पर मंदिर का निर्माण करवाया।

Shwedagon Pagoda

टोडाइजी मंदिर (Todaiji Temple)

टोडाइजी मंदिर जापान का सबसे महत्वपूर्ण बौद्ध मंदिर है। वर्तमान समय में, इस मंदिर के मूल डिज़ाइन के बहुत कम अवशेष बचे हैं। बता दें कि इस मंदिर को सम्राट शोमू ने 8वीं शताब्दी में बनाया था। मंदिर की सबसे महत्वपूर्ण इमारतों में से एक दाइबुत्सुडेन अर्थात् ग्रेट बुद्ध हॉल है, जो दुनिया की सबसे बड़ी लकड़ी की इमारत है।

Todaiji Temple

युम्बुलागांग मठ (Yumbulagang Monastery)

युम्बुलागांग मठ तिब्बत में एक खास महत्व रखता है। न्यात्री त्सेनपो के शासनकाल के दौरान यह पहले तिब्बती राजा के महल के रूप में कार्य करता था। इसके नाम का तिब्बती भाषा में अर्थ है मां और बेटे का महल। हालांकि, यह महल पांचवें दलाई लामा के शासन में एक मठ बन गया। बाद में, कुछ कारणों के चलते इसे बहुत क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद साल 1983 में इसका पुनर्निर्माण किया गया।

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बौद्धनाथ (Boudhanath)

बौद्धनाथ काठमाण्डू के पूर्वी भाग में स्थित प्रसिद्ध बौद्ध स्तूप और तीर्थस्थल है। इसे विश्व के सबसे बड़े स्तूपों में से एक माना जाता है। तिब्बती बौद्ध धर्म के केंद्र बौद्धनाथ में कई तिब्बती शरणार्थी रहते हैं। 1979 से यह एक यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट है। साल 2015 में नेपाल में आए भूकंप के कारण बौद्धनाथ स्तूप को काफी नुकसान हुआ था। यहां तक कि उसका शिखर भी टूट गया था। बाद में इसका पुनर्निर्माण किया गया।

जोखांग (Jokhang)

यह तिब्बती बौद्ध धर्म का सबसे पवित्र स्थल है, जो तिब्बत के ल्हासा में स्थित है। यह हर साल कई तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। इस मंदिर का निर्माण 7वीं शताब्दी में राजा सोंगत्सान गम्पो ने करवाया था। मंगोलों ने कई बार मंदिर को नष्ट करने की कोशिश की लेकिन इमारत बच गई। मुख्य मंदिर लगभग 25000 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला हुआ है।

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Image Credit- wikipedia

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