वजन कम करने से लेकर दिल की सेहत तक हर चीज के लिए पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार बहुत जरूरी है। इस बारे में मैक्स हॉस्पिटल, गुरुग्राम की हेड - क्लीनिकल डाइटीशियन डॉक्टर उपासना शर्मा का कहना है कि हम लोग बाज़ार से सबसे अधिक पौष्टिक खाद्य पदार्थ लेकर आते हैं और फिर भी अगर आप खाना पकाने और खाने की प्रक्रिया के बीच महत्वपूर्ण कदम पर ध्यान नहीं देते हैं, तो यह आपके पोषण का सेवन नहीं बढ़ा सकता है। मतलब हम भोजन पकाने का कौन सा तरीका चुनते हैं इससे न सिर्फ भोजन की बनावट, स्वाद और तापमान में बदलाव होता है बल्कि पोषक तत्वों के मामले में भी कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं।
बेशक, यदि आप सभी स्वास्थ्य के प्रति सचेत हैं पर खाना पकाने का सही तरीका चुनने से आपको अपने आहार में पोषक तत्वों के स्तर को बनाए रखने में मदद मिल सकती है, इसीलिए यह जानना जरूरी है कि कौन सा तरीका सबसे अच्छा है।
भोजन को तैयार करने का बेहद आसान और सुविधाजनक तरीका है उसे माइक्रोवेव करना। माइक्रोवेव में पका हुआ भोजन पोषण मूल्य के मामले में सबसे हेल्दी विकल्प है। कम देर में खाना पकना और हीट या गर्मी के संपर्क में कम रहने की वजह से माइक्रोवेव किए गए भोजन में पोषक तत्व संरक्षित रहते हैं।माइक्रोवेव करने के दौरान हरी सब्जियों में मौजूद विटामिन सी का केवल 20 या 30 प्रतिशत हिस्सा ही नष्ट होता है, जोकि खाना पकाने के बाकी तरीकों की तुलना में बेहद कम है। कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि लहसुन और मशरूम की एंटीऑक्सिडेंट गतिविधियों को बनाए रखने के लिए माइक्रोवेव करना पकाने का सबसे अच्छा तरीका है।
रोस्टिंग की प्रक्रिया को अवन में ओपन फ्लेम पर भी किया जा सकता है। खाना पकाने की इस विधि में सभी तरह के विटामिन्स की हानि बेहद कम होती है जिसमें विटामिन सी भी शामिल है। इसमें सब्जियां जल्दी और आसानी से पक जाती हैं। घी और तेल का उपयोग कम होता है।
अगर आप इस तरह से खाना पकाते हैं तो इसमें घी या तेल का इस्तेमाल बहुत कम होता है। इस विधि में खाद्य पदार्थों के फ्लेवर और टेक्सचर सुरक्षित रहते हैं। इसमें पकाए जाने वाले खाद्य पदार्थ को ग्रिल के ऊपर रखते हैं, जिसमें नीचे से आंच लगती है।
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पोषक तत्वों को बनाए रखने की अगर बात हो तो इसमें स्टीमिंग यानि भाप में भोजन को पकाना सबसे अच्छा तरीका है। ताजा सब्जियां, चावल और दलिया को जहां तक संभव हो, कम पानी में भाप में पकाएं। मौसमी सब्जियों को स्टीमर या इडली बनाने वाले बर्तन या प्रेशर कुकर की भाप में पका सकते हैं। इसमें तेल की जरूरत नहीं होती और समय भी कम लगता है। इससे विटामिन व दूसरे पोषक तत्व भी सुरक्षित रहते हैं। न्यूट्रीशनिस्ट का कहना है कि कईं सब्जियों जैसे बंदगोभी, फूलगोभी, ब्रोकली में कैंसर से लड़ने वाले तत्व होते हैं। इन्हें ग्लूकोसिनोलेट कहते हैं। जब भोजन को ज्यादा पकाया जाता है तो ये नष्ट हो जाते हैं, लेकिन कम ताप पर भाप में पकाने पर ये सुरक्षित रहते हैं।
भोजन पकाने का यह एक हेल्दी तरीका है। बिना पानी के थोड़े समय के लिए खाना पकाने से विटामिन बी की हानि नहीं होती और फैट को जोड़ने से प्लांट कम्पाउंड और एंटीऑक्सिडेंट के अवशोषण में सुधार होता है। इसमें खाद्य पदार्थो के पोषक तत्वों के साथ ही उनका रंग और फ्लेवर भी सुरक्षित रहता है। इसके लिए नॉन स्टिक पैन का उपयोग किया जाता है।
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इन तरीकों से खाना पकाने से खाने का न्यूट्रिशन हमेशा बरकरार रहता है और खाना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।
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