राई और सरसों के बीच क्या है फर्क? इस्तेमाल करने का तरीका भी जानें

आप यकीनन राई और सरसों का इस्तेमाल करते होंगे, लेकिन क्या आपको इनके बीच का अंतर मालूम है। अगर नहीं, तो आइए जानते हैं।  

difference between rai and mustard seeds in hindi

जब भी हम खाना बनाने के लिए जाते हैं तो किचन में रखें तमाम मसाले की पहचान करना बहुत बड़ा टास्क होता है। हमें समझ ही नहीं आते कि दखनी मिर्च, जायफल, सरसों के बीज, राई, गरम मसाला कहां रखा है और यह कैसा दिखता है। हालांकि, बेसिक मसाले का इस्तेमाल हम आसानी से कर सकते हैं, लेकिन कुछ चीजों को लेकर हमेशा कंफ्यूजन बनी रहती है और उन्हें खरीदने में भी दिक्कत होती है जैसे- सरसों के बीज और राई के बीज।

जी हां, यह बीज ऐसे हैं जिनके नाम तो अलग-अलग हैं, लेकिन तड़का लगाने के लिए यह दोनों हमारे सामने रख दिए जाएं, तो शायद ही कोई होगा जिसे दोनों के बीच अंतर आसानी से मालूम हो पाएगा। हालांकि, सरसों के बीज और राई देखने में एक जैसे लगते हैं, लेकिन इनका उपयोग अलग-अलग तरीके से किया जाता है। अगर आपको भी दोनों के बीच अंतर नहीं मालूम तो आपको इस लेख को जरूर पढ़ना चाहिए।

पहले जानते हैं राई और सरसों के बीज के बारे में

Mustard seeds in hindi

भारत में आमतौर पर दो प्रकार के सरसों का उपयोग किया जाता है। पहली काली सरसों, जिसे हम राई भी कहते हैं और दूसरी पीली सरसों, जिसे सरसों के बीज भी कहते हैं। आम तौर पर, पूरी काली सरसों को तड़का लगाने के लिए दाल, सब्जी और भारतीय शाकाहारी व्यंजनों में इस्तेमाल की जाती है। वही पीली सरसों का उपयोग सब्जी में किया जाता है, जिसका इस्तेमाल तेल के रूप में किया जाता है।

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बीज को उगाने में होता है काफी अंतर

Types of mustard in hindi

ये दोनों बीज सरसों के पौधे से प्राप्त होते हैं, लेकिन दोनों को बोने के प्रोसेस में काफी अंतर होता है जैसे- सरसों के बीज बनाने के लिए लगभग 40 किस्मों का इस्तेमाल किया जाता है। वही राई के बीज को बहुत ही आसानी से उगाया जा सकता है। हालांकि, यह एक रबी फसल का हिस्सा है, जिसकी मिट्टी काफी अच्छी चुनी जाती है।

दोनों के रंग और बनावट में हैं काफी अंतर

How to make mustard seeds in hindi

राई और सरसों के बीच का अंतर यह है कि राई काले रंग की होती है जबकि बाद में पीले रंग की होती है। ये दोनों सरसों के पौधे से प्राप्त सरसों के बीज हैं जो ब्रोकोली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स और गोभी से संबंधित एक क्रुसिफेरस सब्जी है। (अचार में खट्टापन लाने के लिए इस्तेमाल करें ये चीजें)

हालांकि, राई को काली सरसों या ब्रैसिका निग्रा के नाम से भी जाना जाता है। यह एक गोल कठोर बीज है, जिसका रंग गहरे भूरे से काले रंग में भिन्न होता है। यह सरसों के सफेद किस्म की तुलना में छोटा और तीखा होता है। यह मुख्य रूप से भोजन को स्वादिष्ट बनाने और पाउडर के रूप में उपयोग किया जाता है।

ब्रासिका हिर्ता या पीली सरसों के बीज का वैज्ञानिक नाम है। यह गोल और थोड़ी सख्त होती है। इस बीज को पहले संसाधित किया जाता है ताकि व्यावसायिक उपयोग के लिए इसकी त्वचा हटा दी जाए, लेकिन इसमें परिरक्षक गुण होते हैं।

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कैसे करें इस्तेमाल?

आप खाने में राई और सरसों के बीज का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, इनका इस्तेमाल खाने में तड़का लगाने, अचार में डाल सकते हैं। दक्षिण भारतीय खाने में तो सरसों के बीज का खासतौर से इस्तेमाल किया जाता है।

उम्मीद है कि आपको दोनों के बीच अंतर समझ में आ गया होगा और अगर इसके बाद भी आपको अंतर न मालूम हो तो आप चखकर देख सकते हैं।

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Image Credit- (@Freepik)

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