भारतीय खाने में ड्राई फ्रूट्स का इस्तेमाल बहुत ज्यादा किया जाता है और अलग-अलग तरह के ड्राई फ्रूट्स उपलब्ध होते हैं। इसमें काजू, बादाम, किशमिश, मुनक्का, खजूर, छुहारा सब कुछ शामिल होता है। अब खजूर और छुहारे के बीच का अंतर तो साफ दिखता है, लेकिन क्या आप किशमिश और मुनक्का के बीच का अंतर जानते हैं? आखिर इन्हें कैसे बनाया जाता है और किस तरह से ये अलग होते हैं?
आपके घर में मौजूद बहुत सारा सामान ऐसा होता है जिसके इस्तेमाल तो आप लगातार करती होंगी, लेकिन उनके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होगी। इससे जुड़ी रेसिपी में शायद आप माहिर हों, लेकिन आज हम आपको किशमिश और मुनक्के से जुड़ा बेसिक अंतर बताते हैं और साथ ही ये जानकारी देते हैं कि ये बनते कैसे हैं।
वैसे आपको बता दूं कि दोनों को ही इंग्लिश में रेजिन (Raisin) कहा जाता है और इसलिए कई लोगों को इनके बीच का अंतर और भी ज्यादा समझ नहीं आता है।
मुनक्का और किशमिश के बीच का अंतर-
इसके बीच कुछ खास अंतर हैं जिन्हें आप देख सकते हैं और इसके इस्तेमाल में भी अंतर है।
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साइज में अंतर-
मुनक्का और किशमिश का सबसे बेसिक अंतर इसके साइज में ही है। मुनक्का बड़ा होता है, इसके अंदर बीज निकलता है और ये भूरे रंग का होता है।
यहीं किशमिश छोटी होती है, बिना बीज वाली होती है और ये येलो टोन वाले ग्रीन या ब्राउन रंग की हो सकती है। किशमिश खाने के फायदे भी बहुत हैं और मुनक्का खाने के भी।
स्वाद में अंतर-
मुनक्का किशमिश के मुकाबले ज्यादा मीठा होता है। किशमिश में थोड़ी सी खटास भी होती है, भले ही ये खाने पर समझ न आए, लेकिन ये होती है और यही एसिडिटी का कारण भी बन सकती है।
आयुर्वेद के हिसाब से क्या है फायदेमंद?
आयुर्वेद के हिसाब से किशमिश से ज्यादा फायदेमंद मुनक्का साबित हो सकता है। वैसे न्यूट्रिशनल वैल्यू के हिसाब से दोनों लगभग एक जैसे ही होते हैं, लेकिन फिर भी किशमिश से एसिडिटी हो सकती है और मुनक्का इसे रोकता है। मुनक्का दवा के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। मुनक्का पानी में भिगो कर खाने के फायदे बहुत हैं इससे वात दोष की समस्या कम होती है।
हालांकि, इसका सेवन एक्सपर्ट की सलाह के बाद ही करना चाहिए। किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर या फिर डायटीशियन की सलाह के बाद ही इसे खाएं। कई बार ये लोगों के पेट में गर्मी बढ़ाने का कारण भी बन सकता है।
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किस तरह से बनाया जाता है किशमिश और मुनक्का?
इन दोनों को बनाने का प्रोसेस एक ही होता है, लेकिन इनके इंग्रीडिएंट्स अलग होते हैं। मुनक्का बड़े अंगूर से बनता है जिसमें बीज होता है और किशमिश छोटे वाले अंगूर से।
- इन्हें बनाने के लिए पहले अंगूरों को उबाला जाता है। ये प्रोसेस जितना लग रहा है उससे ज्यादा आसान होता है और ये बहुत ही जल्दी अपना रंग बदलने लगते हैं।
- जब अंगूर उबलते हुए अपना रंग बदलने लगते हैं तो इन्हें फिर आंच पर से हटाया जाता है और फिर इन्हें सुखाया जाता है। धूप में सुखाते समय इन्हें कई बार पलटा जाता है।
- इन्हें पूरी तरह से सूखने में 3-5 दिन तक लग सकते हैं और कड़ी धूप चाहिए होती है।
- इसके बाद इन्हें इकट्ठा किया जाता है और फिर पैक किया जाता है। मुनक्का और किशमिश को घर पर बनाना आसान है।
इसी प्रोसेस से आप घर पर भी किशमिश या मुनक्का बना सकते हैं। अगर आपको इनके बारे में कोई और जानकारी चाहिए तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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