आज के समय में बहुत से लोग शाकाहार की तरफ बढ़ रहे हैं। कुछ हेल्थ रीजन्स से, कुछ पर्यावरण संरक्षण के लिए, तो वहीं कुछ अपने धार्मिक विश्वासों के चलते वेजीटेरियन डाइट अपना रहे हैं। वेजीटेरियन डाइट को लेकर महिलाओं की सोच अलग-अलग है, लेकिन आपको यह जानकर खुशी होगी कि वेजीटेरियन डाइट लेने से कई तरह के हेल्थ बेनिफिट्स मिलते हैं। वेजीटेरियन डाइट एक संपूर्ण डाइट है, जिसमें फाइबर, विटामिन सी, विटामिन ई, फॉलिक एसिड, मैग्नीशियम, अनसैच्युरेटेड फैट और कई तरह के फाइटोकैमिकल्स पाए जाते हैं। वेजीटेरियन फूड कीमत के मामले में नॉन वेज फूड आइटम्स से सस्ते होते हैं, ऐसे में इनसे बजट बढ़ने की मुश्किल भी नहीं होती। अगर गौर किया जाए तो आज के समय में लगभग 70 फीसदी बीमारियां गलत खानपान से जुड़ी होती हैं। ऐसे में अगर जागरूक होने के साथ हम सही वेजीटेरियन डाइट लें तो बहुत हद तक अपनी समस्याओं का निदान कर सकते हैं-
वेट लॉस का मिलता है फायदा
फल और सब्जियों में फाइबर की मात्रा अच्छी-खासी होती है, जो डाइजेशन अच्छा बनाए रखने के लिए जरूरी होता है। फाइबर अपनी डाइट में शामिल करने से मेटाबॉलिज्म अच्छा बना रहता है। इससे ना सिर्फ शरीर के हानिकारक टॉक्सिन्स से मुक्ति मिलती है, बल्कि अन्य हानिकारक तत्व भी शरीर से बाहर चले जाते हैं। फाइबर युक्त डाइट लेने से लंबे समय तक पेट भरे होने का अहसास होता है और कैलोरी इनटेक भी कम हो जाता है। इससे वेट लॉस करना आसान हो जाता है। वेजीटेरियन डाइट में पानी की मात्रा आमतौर पर ज्यादा होती है। इसीलिए इन्हें लेने से शरीर में पर्याप्त नमी बनी रहती है और शरीर को हेल्दी रखने में मदद मिलती है।
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हेल्दी बॉडी
वेजीटेरियन डाइट लेने से कई तरह की बीमारियों से सुरक्षा मिलती है। इससे डिप्रेशन को काबू करने में मदद मिलती है। रिसर्च में पाया गया है कि वेजीटेरियन डाइट लेने वाले लोग नॉनवेज डाइट लेने वालों की तुलना में ज्यादा खुश रहते हैं। वेजीटेरियन फूड फ्रेश होता है, खासतौर पर ऑर्गेनिक फूड शरीर के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। वेजीटेरियन डाइट से स्ट्रोक और कोरोनरी आर्टरी से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। इससे कई तरह के कैंसर, जिनमें एसोफेगियल, लंग और पेट का कैंसर शामिल है, से सुरक्षा मिलती है।
मिलती है लंबी उम्र
हम अपनी डाइट में जितने ज्यादा फ्रूट्स और सब्जियां शामिल करते हैं, उतना ही शरीर में टॉक्सिन्स और कैमिकल्स के जाने का खतरा कम हो जाता है। सब्जी और फलों की शुद्धता हम परख सकते हैं और इस तरह हम लंबी उम्र और हेल्दी लाइफ का बेनिफिट उठा सकते हैं। वहीं अगर हम नॉनवेज डाइट लेते हैं तो उनके साथ कई तरह की बीमारियां आने का अंदेशा रहता है। एनिमल प्रोडक्ट्स से हमारी आर्टरीज के बंद होने, एनर्जी लेवल में कमी आने और इम्यूनिटी कम हो जाने की आशंका बढ़ जाती है। वेजीटेरियन डाइट लेने वाले जापान के ओकीनावा लोग लंबे जीवनकाल के लिए जाने जाते हैं। ये लोग ज्यादातर अपनी डाइट में लो कैलोरी फूड आइटम्स लेते हैं। इनमें Wholesome diet देने वाले अनाज, फाइबर युक्त फूड और सब्जियां शामिल होते हैं।
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हड्डियां रहती हैं मजबूत
स्वस्थ रहने के लिए शरीर में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होना बहुत आवश्यक होता है। कैल्शियम से ही हमारे शरीर की हड्डियों का निर्माण होता है। अगर हमारे शरीर में कैल्शियम की मात्रा कम हो जाए तो यह खुद-ब-खुद हड्डियों से इन्हें अवशोषित कर लेता है। ऐसे में हड्डियां कमजोर होने की वजह से ऑस्टियोपोरोसिस होने की आशंका बढ़ जाती है। अच्छी बात ये है कि कैल्शियम वेजीटेरियन डाइट से आसानी से लिया जा सकता है। शाकाहार से हमें आसानी से कैल्शियम, फॉसफोरस, विटामिन डी और मैग्नीशियम जैसे तत्व मिलते हैं, जिनके होने से हम अपने शरीर में मौजूद कैल्शियम का इस्तेमाल करने में सक्षम हो पाते हैं। कैल्शियम वेजीटेरियन डाइट से पाने के लिए अंजीर, टमाटर, ड्राई बीन्स, सोया मिल्क, ब्रोकली, शलजम, पनीर, सोयाबी और बादाम जैसे तत्व डाइट में शामिल करने चाहिए।
मेनोपॉज में मिलता है आराम
मेनोपॉज की शुरुआत होने के समय में अगर सब्जियां, फल और संपूर्ण अनाज भरपूर मात्रा में लिए जाएं तो इनसे कैलोरी इनटेक घटाने में मदद मिलती है और शरीर में जाने वाली फैट की मात्रा में भी कमी आ जाती है। फाइबर की मात्रा शरीर में बढ़ने से एस्ट्रोजन लेवल संतुलन में बना रहता है। इससे इस अवस्था में रात में पसीने-पसीने हो जाने से और हॉट फ्लैशेज की समस्या में राहत मिलती है। 40-60 वर्ष की उम्र में शुरू होने वाला मेनोपॉज कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स साथ लाता है, जिनमें मूड स्वींग्स, इरिटेशन और हॉट फ्लेशेज प्रमुख हैं। इस समय में वेट गेन की आशंका भी बढ़ जाती है। लेकिन अगर इस अवस्था में नॉनवेज डाइट की जगह वेज डाइट ली जाए तो इससे कैलोरी इनटेक में कमी आने से वेट लॉस का फायदा मिलता है। इसके अलावा मेनोपॉज में होने वाला बैक पेन, दिल की धड़कनें बढ़ने और कार्डियोवेस्कुलर समस्याओं में भी राहत महसूस होती है।
दिनभर एनर्जी से रहती हैं भरपूर
वेजीटेरियन डाइट लो कैलोरी होने की वजह से सुस्त नहीं बनाती। फ्रूट्स, सलाद, स्प्राउट्स, दालें आदि अपनी डाइट में शामिल करने से लंबे समय तक एनर्जी लेवल बरकरार रहता है। वेजीटेरियन डाइट लेने पर नॉनवेजट डाइट की तरह कोलेस्ट्रॉल बढ़ने या फिर आर्टरीज के बंद होने की आशंका नहीं रहती। इसीलिए इस डाइट को लेने से हेल्दी लाइफ पाई जा सकती है और लंबी उम्र का फायदा भी पाया जा सकता है। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो इसे जरूर शेयर करें। हेल्दी डाइट से जुड़ी हुई अन्य अपडेट्स के लिए विजिट करती रहें हरजिंदगी।
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