जब भी राजस्थान घूमने की बात होती है तो उसमें जयपुर का नाम जरूर लिया जाता है। भारत की पिंक सिटी के नाम से जाना जाने वाला यह शहद स्वयं में बेहद खास है। राजपूतों का शहर, 2 प्रमुख यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों का घर, जयपुर ऐतिहासिक रूप से भी अपना एक अलग महत्व रखता है। अक्सर लोग यहां पर घूमने के लिए आना काफी पसंद करते हैं।
यहां तक कि जयपुर की सड़क, किले, महल और बाजार की भी अपनी एक अलग कहानी व तथ्य हैं। हो सकता है कि आपने इस खूबसूसत शहर में कुछ वक्त गुजारा हो, लेकिन अभी भी आप इसके बारे में पूरी तरह से नहीं जानते हों। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको जयपुर से जुड़े कुछ ऐसे ही अमेजिंग फैक्ट्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे-
आपको शायद पता ना हो, लेकिन जयपुर शहर दुनिया के सबसे बड़े फ्री लिटरेरी फेस्टिवल की मेजबानी करता है। इसकी शुरुआत साल 2006 में हुई थी। इस फेस्टिवल में दुनिया भर से लोग शामिल होते हैं। लेखकों से लेकर फिल्म निर्माताओं, गीतकारों से लेकर उपन्यासकारों तक, इसमें कई देशों के हजारों कलाकार शामिल होते हैं।
इसे भी पढ़ेंः इस तरीके से आप कम बजट में घूम सकती हैं पूरा जयपुर
जयपुर आकर आप पुराने समय में राजा-महाराजाओं की तरह रहने का आनंद ले सकते हैं। दरअसल, जयपुर को भारत की सबसे रॉयल और लक्जरिश सिटीज में से एक माना जाता है और यहां पर आपको कई लैविश होटल मिलेंगे। कुछ महलों को तो अब होटल में बदल दिया गया है। ऐसे में यहां पर आकर आप एक लैविश लाइफ जीने का आनंद ले सकते हैं। यह जगह शादियों आदि के लिए भी बेहद प्रसिद्ध है। इसमें द राज पैलेस, द ओबेरॉय, आईटीसी राजपुताना, आदि जैसे कुछ अद्भुत होटल हैं।
अधिकतर लोग मानते हैं कि चंडीगढ़ भारत की पहली प्लॉन सिटी है। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। जयपुर ही भारत की पहली प्लॉन सिटी है। जयपुर की स्थापना 1730 में सवाई जय सिंह द्वितीय ने की थी, जबकि चंडीगढ़ का निर्माण बहुत बाद में 20वीं सदी में हुआ था। जय सिंह द्वितीय ने उस समय के कई विद्वानों से परामर्श किया और आमेर के निकट एक नई राजधानी की योजना बनाने में कई आर्किटेक्ट्स की मदद ली थी। वर्ष 1726 में जयपुर को विकसित करने का काम शुरू हुआ। इस शानदार शहर को बनाने में करीबन चार साल लग गए थे। उस समय जयपुर पूरी तरह से विकसित शहर था।
जयपुर के बारे में एक अमेजिंग फैक्ट यह भी है कि यहां एशिया का सबसे बड़ा सर्कुलर पार्क है। जवाहर सर्किल का डायमीटर 452 मीटर है। जवाहर सर्किल का मुख्य आकर्षण पत्रिका गेट है, जो जयपुर के एक अन्य प्रसिद्ध स्मारक हवा महल की एक रेप्लिका जैसा नजर आता है। पार्क में सजे हुए गुलाब के बगीचे, लॉन, पेड़ और फूलों की झाड़ियां जवाहर सर्कल को और भी ज्यादा खूबसूरत बनाते हैं। पार्क में एक म्यूजिकल फाउंटेन भी है और हर शाम 7 बजे यह म्यूजिकल फाउंटेन बेहद ही खूबसूरत लाइट एंड म्यूजिक के साथ लोगों का मनोरंजन करता है।
इसे भी पढ़ेंः जमीन पर खड़ी इस इमारत को आखिर क्यों कहा जाता है हवा महल? जानें दिलचस्प कहानी
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- freepik
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।