यह तो हम सभी को मालूम है कि भारत विभिवताओं वाला देश है, जहां हर धर्म और जाति के लोग रहते हैं। इसलिए हम यहां की संस्कृति, रीति-रिवाज, वेशभूषा में कई रंग देखने को मिल जाएंगे। यह एक ऐसा देश है जहां होली और ईद कितने उत्साह के साथ मनाई जाती है उतने ही उत्साह के साथ दिवाली का त्यौहार भी मनाया जाता है।
दिवाली भारत का ऐसा त्यौहार है, जिसे बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जाता है। सभी लोग कुछ दिनों पहले से ही दिवाली वाली फील में आ जाते हैं। दिवाली में दूर शहरों में बैठे लोग अपने परिवार से जाकर मिलते हैं, त्यौहार को अपने अलग अंदाज से मनाते हैं और साथ आते हैं।
इसके साथ ही इन त्यौहार के रंग हर शहर में अलग-अलग दिखते हैं, तो क्यों न इस बार दिवाली पर कुछ अलग किया जाए। इस बार दिवाली पर गुजरात को एक्सप्लोर किया जाए, जहां दिवाली के रंग आपके शहर से अलग हों। रौशन होते शहर की भव्यता का गवाह बनना जिसके साथ अन्य शहरों में यह शुभ अवसर मनाया जाता है। तो आइए इस लेख में जानने की कोशिश करते हैं कि आप गुजरात में किन जगहों को एक्सप्लोर किया जा सकता है।
द्वारका
यह गुजरात राज्य के देवभूमि द्वारका जिले में स्थित एक प्राचीन नगर है। द्वारका गोमती नदी और अरब सागर के किनारे ओखा मंडल प्रायद्वीप के पश्चिमी तट पर बसा हुआ है। यह हिंदुओं के चार धाम में से एक है। यह श्रीकृष्ण के प्राचीन राज्य द्वारका का मुख्य स्थल है। इसे गुजरात की सर्वप्रथम राजधानी माना जाता है। यह सात पुरियों में एक पूरी है। यह नगरी भारत के पश्चिम में समुद्र के किनारे बसी हुई है।
यहीं वजह है कि यहां हर साल दिवाली पर काफी रौनक होती है, जहां लोग दूर-दूर से जुड़ते हैं। आपके लिए भी दिवाली के अवसर के दौरान द्वारका घूमना एक शानदार अनुभव हो सकता है।
इसे जरूर पढ़ें-लक्ष्मी विलास पैलेस जिसके आगे लंदन का बकिंघम पैलेस भी लगता है छोटा
लक्ष्मी विलास पैलेस
गुजरात के लक्ष्मी विलास पैलेस एक ऐसा स्थान है जहां हर समय सैलानियों की भीड़ मौजूद रहती हैं। दिवाली के दिन यहां सिर्फ भारत से ही नहीं बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों से भी लोग शहर की रौनक देखने के लिए पहुंचते हैं। आप भी यहां घूमने का प्लान बना सकते हैं।
इस महल का निर्माण 1890 में महाराजा सयाजीराव ने करवाया था। इस पैलेस को बनवाने के बारे में कहा जाता है कि राजा ने इसे बनवाने के लिए दो अंग्रेज अधिकारियों को नियुक्त किया था। इस महल को इंडो-सारासेनिक परंपरा के तहत बनवाया गया है, लेकिन यहां आप इस्लामिक और यूरोपीय वास्तुशिल्प का भी मिला जुला रूप देख सकते हैं।
कच्छ का महान रण
दिवाली पर जब गुजरात में घूमने की बात होती है तो रन ऑफ कच्छ का नाम सबसे पहले लिया जाता है। यहां देश के हर कोने से सैलानी घूमने के लिए पहुंचते रहते हैं। कहा जाता है कि यह एक ऐसा स्थान है जहां कच्छ संस्कृति, कला और परंपरा को देखने के बाद मन तृप्त हो उठता है। कच्छ में घूमने के लिए लिए एक से एक बेहतरीन जगहें मौजूद हैं।
इसे जरूर पढ़ें-राजस्थान की इन जगहों पर बेहद खास होती है दिवाली की रौनक, एक बार ज़रूर पहुंचें
आप धोलावीरा, विजय विलास पैलेस, रन ऑफ कच्छ में होने वाले उत्सव आदि जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं। आप रन ऑफ कच्छ के सबसे पास में भुज रेलवे स्टेशन है। भूज से लोकल बस या टैक्सी लेकर आसानी से पहुंच सकते हैं।
जब भी आप दिवाली पर घूमने के लिए जाएं तो गुजरात की इन जगहों को देखना ना भूलें। आपको कौन सी जगह सबसे अच्छी लगी, यह भी हमें अवश्य बताइएगा।
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- (@Freepik)
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों