अगर कोई बिना अनुमति आपकी फोटो खींचे, तो यह कानूनी जुर्म है, लेकिन क्या सेलेब्स के इस मामले में कोई अधिकार नहीं हैं? अधिकतर देखा गया है कि सेलेब्स जब भी चाहें उनकी तस्वीरें खींच ली जाती हैं और वो बड़ी आसानी से तस्वीरें खिंचवाते भी हैं, लेकिन अगर वो तस्वीरें ना खिंचवाना चाहें तब उनके चेहरे पर जरूर फोकस किया जाता है। हाल ही में एक ऐसा मामला देखने को मिला जहां अनन्या पांडे ने एयरपोर्ट से निकले हुए अपना चेहरा छुपा लिया। जब तक वह कार में बैठ नहीं गईं तब तक उनकी तस्वीरें और वीडियो खींचा जाता रहा। अगले दिन अलग-अलग हेडलाइन्स में यही बात लिखी गई कि अनन्या पांडे अपना मुंह छुपाती दिखीं।
ऐसा ही एक मामला करीना कपूर के साथ भी हुआ था जब एक पार्टी में जाते वक्त उन्होंने अपने हुडी से चेहरा छुपा लिया था। जब उनकी तस्वीरें वायरल हुईं तब करीना को ट्रोल भी किया गया। लोगों ने कमेंट किये कि करीना ने प्लास्टिक सर्जरी के कारण चेहरा छुपा लिया। यकीनन यह सोचने वाली बात है कि सेलेब्स के पास भी उतना ही प्राइवेसी का अधिकार है जितना हमें फिर उनकी प्राइवेसी का ध्यान क्यों नहीं रखा जाता?
कुछ आगे कहने से पहले हम बात कर लेते हैं उन घटनाओं की जिन्हें अमूमन सही नहीं ठहराया जा सकता है और पैप कल्चर का बहुत खराब उदाहरण साबित हो सकता है-
- आर्यन खान के अरेस्ट होने पर गौरी खान की रोती हुई तस्वीर खींचने के लिए फोटोग्राफर्स ने उनकी कार को घेर लिया था। गौरी ने हाथ से अपना मुंह छुपाया हुआ था और उनकी तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
- सिद्धार्थ शुक्ला की मौत के बाद शहनाज गिल बहुत ही खराब हालत में थीं, पैप्स ने उनकी तस्वीर खींची थी जिसकी बहुत आलोचना हुई थी।
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- विराट कोहली और अनुष्का शर्मा की बेटी वमिका की तस्वीर मैच के दौरान वायरल कर दी गई थी। आखिर में उन्हें स्टेटमेंट जारी कर अपनी बच्ची की फोटोज ना खींचने की बात कहनी पड़ी थी।
- तैमूर अली खान के क्रेज के समय लोग उसकी एक झलक के लिए पागल रहते थे। फोटोज के कारण तैमूर इतने परेशान हो गए थे कि 4 साल की उम्र में उन्हें पैप्स को 'NO' कहना पड़ा। तैमूर का वह वीडियो काफी वायरल हुआ था।
- आलिया भट्ट के घर की फोटोज खींचने के लिए फोटोग्राफर्स उनकी बिल्डिंग के पास वाली बिल्डिंग में चढ़ गए थे। आखिर उन्हें स्टेटमेंट जारी करना पड़ा था कि वह अपने घर में भी सुरक्षित नहीं महसूस कर रही हैं।
- जेह अली खान अपने पिता सैफ अली खान की गोद में सो रहे थे और उनकी तस्वीरें खींचने के लिए इतने फ्लैश चमकाए गए कि उनकी आंख खुल गई। जेह का रोता हुआ वीडियो भी शेयर किया गया।
- अमृता अरोड़ा एक पार्टी से जैकेट में मुंह छुपाकर बाहर निकल रही थीं और उनकी तस्वीरें भी खींची गईं और वीडियो भी बनाया गया। अगले दिन उन्हें सोशल मीडिया ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा था।

ये कुछ घटनाएं हैं जो वाकई मॉरल पुलिसिंग के अंतर्गत आनी चाहिए, लेकिन बाकियों का क्या? कुछ समय पहले ब्रूट इंडिया ने पैप्स का इंटरव्यू लिया था और वीडियो काफी वायरल हुआ था। वीडियो में वरिंदर चावला, मुकुंद मकरंद उत्तेकर और अनिकेत जैसे पैप्स की बात की गई।
ब्रूट इंडिया के हवाले से आए उस वीडियो में एक फोटोग्राफर का कहना था कि अगर कोई सेलेब उन्हें प्यार से मना करता है, तो वो लोग मान जाते हैं। पर अगर कोई गुस्सा करता है या जबरन मुंह छुपाने की कोशिश करता है, तो उसकी फोटो जबरन खींची जाती है।
ऐसे ही एक अन्य फोटोग्राफर ने कहा था कि कई बार सेलेब्स मना करते हैं, तो उनसे कहा जाता है कि यह पोस्ट पब्लिश नहीं होगी, लेकिन बाद में वह पब्लिश हो जाती है।
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पेज 3 से भारत में बढ़ा था पैप कल्चर
क्या आपने मधुर भंडारकर की फिल्म 'पेज 3' देखी है? ऐसा माना जाता है कि यह फिल्म असल घटनाओं से काफी प्रेरित है, लेकिन इसके बारे में डायरेक्टर या एक्टर्स में से किसी ने कुछ नहीं कहा। इसे एक फिक्शनल स्टोरी ही बताया गया। दरअसल, 90 के दशक में एक बड़े पब्लिकेशन ने फोटोग्राफर योगेन शाह को रखा था सेलेब्स की फोटो खींचने के लिए। उस वक्त किसी सेलेब की बेटी की शादी थी जिसने घर के अंदर फोटोग्राफर्स को आने नहीं दिया था। वह पहली बार था जब फोटोग्राफर्स ने वेडिंग वेन्यू के बाहर ही सेलेब्स की फोटो खींचनी शुरू कर दी थी। पेज 3 पर छपने वाली खबरें हमेशा चटपटी और मसालेदार मानी जाती थीं।
अगर आप 'Page 3 culture' शब्द को गूगल पर सर्च करेंगे, तो पाएंगे कि यह टर्म हाई क्लास सोसाइटी और सेलेब्स की पार्टी, अफेयर, स्कैंडल आदि की खबरों को कवर करने के लिए बनाई गई थी। देश की मेट्रोपोलिटन सिटीज में न्यूज़ पेपर में पेज 3 बहुत ही पॉपुलर हो गया था। धीरे-धीरे इंटरनेट का जमाना आया और पैप कल्चर ने पेज 3 कल्चर की जगह ले ली।
क्या पैप कल्चर में प्राइवेसी की कोई जगह है?
पैप कल्चर कुछ हद तक डेंजरस भी है। फोटोग्राफर्स को मौसम की मार के साथ रोड एक्सीडेंट, सेलेब्स का गुस्सा और सब कुछ झेलना पड़ता है, लेकिन फिर भी इंटरनेट के वायरल ट्रेंड ने इसे बढ़ावा दिया है। पर मेरे हिसाब से पैप कल्चर में प्राइवेसी की जगह हमेशा होनी चाहिए। लोग स्टार्स की तस्वीरें देखने के लिए काफी उत्सुक रहते हैं। कुछ फैन्स अपने पसंदीदा सितारों की एक झलक के लिए दीवाने हो जाते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम सेलेब्स को वो हक भी ना दें जो एक आम इंसान के पास है। राइट टू प्राइवेसी भारत के संविधान के हिसाब से सभी का अधिकार है और हमें उसकी इज्जत करनी चाहिए।
इस मामले में आपकी क्या राय है? हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Pap photos
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