जलने के दाग कई कारणों से हो सकते हैं जैसे पटाखे जलाते समय जल जाना, किचन मे काम करते समय तेल या अन्य गरम सामग्री गिर जाने पर, किसी भी गर्म चीज पर हाथ लग जाने से, या फिर आपकी स्किन आग या किसी गर्म वस्तु के संपर्क में आने से। यही नहीं गलती से त्वचा के किसी एसिड के संपर्क में आने से भी जलने के निशान त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। वजह चाहे जो भी हो जलने के निशान आपकी स्किन को दिखने में अनाकर्षक बना देते हैं और यदि ये निशान दिखाई देने वाली जगह जैसे चेहरे, हाथों, पीठ के खुले हिस्से पर या टांगो पर हों तो आपकी ब्यूटी को खराब कर सकते हैं।
जलने के निशान को ज्यादा बढ़ने से रोकने का सबसे सही तरीका है कि जब भी आपकी त्वचा किसी कारण से जले तो तुरंत डॉक्टर से उसका इलाज करवाएं । इन निशानों के लिए बिना सर्जरी के और सर्जरी द्वारा दोंनो ही तरह से ट्रीटमेंट किए जाते हैं। आइए सुप्रसिद्ध कॉस्मेटोलॉज़िस्ट, ऐस्थिटीशियन व एल्पस कॉस्मेटिक क्लीनिक एंड एकेडमी की फाउंडर डॉयरेक्टर, भारती तनेजा जी जानें जले हुए निशानों को ठीक करने के कुछ प्रचलित तरीकों के बारे में।
बिना सर्जरी वाले ट्रीटमेंट
लेजर ट्रीटमेंट
अगर आपके दाग चोट लगने या जलने के कारण उभर आए हैं तो इस प्रकार से बने छोटे दागों पर लेजर किरण डालने से वहां सामान्य रंग आने की संभावना रहती है। इस प्रक्रिया में लेजर तकनीक द्वारा प्रभावित हिस्से पर मेलेनिन पिग्मेंट डेवलप हो जाते हैं और स्किन का रंग डार्क हो सकता है। लेजर देने से चार सप्ताह के भीतर त्वचा में वास्तविक रंग आना शुरू हो सकता है और पूरे जले हुए सफेद स्थान को ठीक करने में दो से चार महीने का वक्त लग सकता है। इसे बिना किसी दर्द के बहुत ही कम समय में किया जाता है और शायद ही इसके कोई साइड इफेक्ट्स हैं।
मेसोथेरेपी ट्रीटमेंट
मेसोथेरेपी ट्रीटमेंट में स्किन से दागों को दूर करने विटामिन, अमीनो एसिड और दवाओं के विशेष रूप से तैयार किए गए मिश्रण का इंजेक्शन शामिल होता है, जो त्वचा के अंदर जाकर त्वचा के टिश्यू को कोमल और हाइड्रेट करके काम करता है, बदले में गहरे दाग और जली हुई स्किन की लाइनों को नर्म बनाता है। कास्मेटिक की दुनिया में मेसोथेरेपी के परिणाम एकदम हल्के लेकिन प्रभावी हैं। यह उपचार स्किन के किसी भी निशान को हटाने के लिए एक कारगर तरीका हैं।
स्टेम सेल्स थेरेपी
इस थेरेपी के प्रचलन में आने के बाद अत्याधुनिक 'रीजेनरेटिव मेडिसिन' के क्षेत्र में हो रहे शोध-अनुसंधानों में काफी प्रगति हुई है। ये स्टेम सेल्स फैट में भी मौजूद रहते हैं और उन्हीं को प्रभावित स्थान में इंजेक्ट करने के कारण दाग-धब्बों या निशानों में सुधार होने लगता है। इसके तहत शरीर के अंदर ब्लड से प्लाज्मा निकाल कर उसे ट्रीट किया जाता है। इसके बाद शरीर के जिस हिस्से पर दाग हैं , वहां इसे इंजेक्ट किया जाता है। दरअसल, प्लाज्मा में स्टेम सेल्स होते हैं, जिससे हमारे शरीर के बाकी सेल्स बनते हैं। ट्रीट किए हुए प्लाज्मा को दाग प्रभावित हिस्से में इंजेक्ट करने से स्किन का रंग बनाने वाली कोशिकाओं के नए सिरे से बनने की संभावना बढ़ जाती है। यह सबसे लेटेस्ट तकनीक है और इसके अच्छे रिजल्ट आ रहे हैं। इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है।
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मेलानोसाइट एपिडर्मल सेल सस्पेंशन
इसमें बिना किसी टांके या चीरा के दाग से प्रभावित बड़े हिस्से को कवर किया जाता है। इस ट्रीटमेंट में शरीर से सामान्य स्किन के एक छोटे-से टुकड़े को लेकर उसके रंग बनाने वाले कणों को अलग करके उसे तरल पदार्थ में बदल दिया जाता है। जहां दाग होते है, वहां इस लिक्विड को लगा दिया जाता है। इससे सामान्य रंग वापस लौट आता है।
केमिकल्स ट्रीटमेंट
पुरानी स्किन को हटाकर, उसकी जगह पर स्किन की नई परतें विकसित हो सकती हैं, जिसके परिणामस्वरूप चेहरा बिलकुल साफ, स्पष्ट, और अधिक जवां दिखाई देता है। यह केमिकल्स स्किन के ऐसे हिस्से जो जल गए हैं या उस पर किसी भी तरह के दाग-धब्बे आ गए हैं इसको हटाने का एक अच्छा उपाय है। केमिकल उपाय उन लोगों के साथ बहुत फेमस हैं जो गहरी झुर्रियों, सूरज की रोशनी से काले पड़े हिस्सों और मुंहासे के निशान को कम करना चाहते हैं।
सर्जरी द्वारा ट्रीटमेंट
गहरे और बड़े दाग धब्बों को हटाने के लिए इस समय जो चिकित्सकीय विधियां उपलब्ध हैं, उनमें स्कार रिवीजन सर्जरी, फैट इंजेक्शन सर्जरी को खास तौर पर शामिल किया जाता है। इन ट्रीटमेंट के लिए आपको स्पेशलिस्ट कॉस्मोलॉजिस्ट से ही संपर्क करना चाहिए, क्योंकि अनट्रेंड लोगो से सर्जरी करवाने पर उसमें कॉम्प्लीकेशन्स आ सकते है। भारती जी बताती है कि जब भी आप जले के निशानों को दूर करने के लिए सर्जरी प्लान करें तब क्लिनिक सेंटर को भी ठीक से देखें जहां सर्जरी की जानी है ये बहुत जरूरी है कि आप एक सर्टिफाइड क्लिनिक से अपनी सर्जरी प्रोसीजर करवाएं। इससे आपके बहुत से कॉम्प्लीकेशन रेट कम हो जाते है।
स्कार रिवीजन सर्जरी
चोट की वजह से होने वाले ज्यादातर धब्बों को परंपरागत स्कार रिवीजन सर्जरी के जरिए ठीक किया जा सकता है। चेहरे के धब्बों के लिए यह सर्जरी लोकल एनेस्थीसिया की सहायता से यानी बेहोश किए बगैर की जा सकती है। इस विधि से धब्बे को सर्जरी की सहायता से हटा दिया जाता है।
फैट इंजेक्शन सर्जरी
यह सर्जरी चोट के दाग-धब्बों के साथ-साथ जलने के कारण बने दागों व निशानों और मुंहासे के कारण बने दाग-धब्बों को मिटाने के लिए बहुत फायदेमंद है। फैट इंजेक्शन सर्जरी के अंतर्गत पेशेंट की वसा कोशिकाओं को ही इंजेक्शन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। दाग व निशानों की समस्या का समाधान करने में यह तकनीक बेहद सफल साबित हो रही है। यह सिकुड़ चुके धब्बे को ठीक करने के लिए बेहद उपयोगी है। फैट ग्राफ्टिंग की यह प्रक्रिया रोगी के शरीर से लाइपोसक्शन विधि के माध्यम से वसा प्राप्त करने के साथ शुरू होती है। यह वसा पेट या कूल्हे के पास से ली जाती है। इसकी प्रोसेसिंग करने के बाद सर्जन इसे दोबारा धब्बे वाली त्वचा के नीचे इंजेक्ट कर देता है।
इन सभी सर्जिकल और नॉन सर्जिकल युक्तियों से त्वचा से जले के निशानों को ठीक किया जा सकता है। लेकिन इन सभी तकनीकों को त्वचा पर लागू करने से पहले सुनिश्चित कर लें कि ये आप किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही करवाएं।
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Image Credit: freepik and shutterstock
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