आजकल टैटू बनवाना एक ट्रेंड बन चुका है। युवा ही नहीं, बड़े, बच्चे और बूढ़े भी इसे स्टाइल स्टेटमेंट मानते हैं। हालांकि, टैटू को लेकर कई तरह की गलतफहमियां और मिथक भी समाज में फैले हुए हैं, जिन पर लोग आसानी से विश्वास कर लेते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि टैटू से स्किन प्रॉब्लम्स होती हैं, तो कुछ इसे सेहत के लिए हानिकारक मानते हैं। हालांकि, इनमें से कई बातें सिर्फ अफवाहें हैं। इसका हकीकत से कोई लेना देना नहीं है। इस आर्टिकल में हम आपको टैटू से जुड़े 5 बड़े मिथकों के बारे में बताएंगे। साथ ही, उनकी सच्चाई से भी अवगत कराएंगे।
टैटू बनवाने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है
यह सबसे आम मिथक है कि टैटू बनवाने से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है या यह सेहत को नुकसान पहुंचाता है।
सच्चाई:टैटू बनवाने से सेहत पर कोई स्थायी बुरा प्रभाव नहीं पड़ता, बशर्ते कि इसे किसी प्रोफेशनल टैटू आर्टिस्ट से साफ-सुथरे माहौल में बनवाया जाए। हां, अगर स्वच्छता का ध्यान न रखा जाए, तो स्किन इंफेक्शन होने का खतरा जरूर रहता है। इसलिए, टैटू बनवाने से पहले सही स्टूडियो और अनुभवी कलाकार का चयन करना जरूरी है।
टैटू बहुत ज्यादा दर्दनाक होता है
कई लोग यह मानते हैं कि टैटू बनवाने के दौरान असहनीय दर्द होता है, इसलिए वे इसे बनवाने से डरते हैं।
सच्चाई:टैटू बनवाने में हल्का दर्द जरूर होता है, लेकिन यह सहने योग्य होता है। दर्द की तीव्रता इस पर निर्भर करती है कि टैटू शरीर के किस हिस्से पर बनवाया जा रहा है। जैसे कि हड्डी के पास ज्यादा दर्द हो सकता है, जबकि मांसल हिस्सों में कम दर्द महसूस होता है।
टैटू बनवाने के बाद MRI स्कैन नहीं कराया जा सकता
कुछ लोगों का मानना है कि अगर आपने टैटू बनवा लिया है, तो आपको भविष्य में MRI स्कैन कराने में परेशानी हो सकती है।
सच्चाई:MRI स्कैन करवाने में टैटू से कोई बड़ी समस्या नहीं होती। हां, पुराने जमाने में टैटू इंक में लोहे के तत्व होते थे, जिससे स्कैन के दौरान हल्की जलन महसूस हो सकती थी, लेकिन आजकल इस्तेमाल होने वाली स्याही सुरक्षित होती है और इसका MRI स्कैन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
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टैटू जीवनभर वैसा ही रहता है
बहुत से लोग यह सोचते हैं कि टैटू हमेशा के लिए वैसा ही रहेगा और उसमें कोई बदलाव नहीं होगा।
सच्चाई:समय के साथ टैटू हल्का हो सकता है, खासकर अगर सही तरीके से उसकी देखभाल न की जाए। सूरज की किरणों के अधिक संपर्क में आने, खराब क्वालिटी की स्याही के इस्तेमाल और त्वचा की सही देखभाल न करने से टैटू का रंग फीका पड़ सकता है। लेकिन अगर टैटू को सही देखभाल और टच-अप दिया जाए, तो यह लंबे समय तक चमकदार बना रह सकता है।
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टैटू बनवाने से खून पतला हो जाता है
कई लोग मानते हैं कि टैटू बनवाने से शरीर का खून पतला हो जाता है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं।
सच्चाई:टैटू बनवाने से खून पतला नहीं होता। हां, अगर कोई व्यक्ति टैटू बनवाने से पहले ब्लड थिनर (खून पतला करने वाली दवा) ले रहा हो, तो उसे ज्यादा रक्तस्राव हो सकता है। इसलिए, अगर आप कोई दवा ले रहे हैं, तो पहले डॉक्टर से सलाह लें।
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