आज के समय में गाड़ी केवल यातायात का एक साधन नहीं है बल्कि एक भावनात्मक जुड़ाव, मेहनत और सफलता का प्रतीक भी मानी जाती है। जब भी कोई व्यक्ति नई गाड़ी खरीदता है, तो वह चाहता है कि उसका सफर सुरक्षित, शुभ और सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ हो। ऐसे में बहुत से लोग नई गाड़ी लेते समय उसमें भगवान की मूर्ति या फोटो लगाते हैं, जिससे उनके वाहन की सुरक्षा बनी रहे और उनकी हर यात्रा मंगलमय हो। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गाड़ी में भगवान की मूर्ति रखने का भी वास्तु के अनुसार भी विशेष महत्व होता है? वास्तु शास्त्र के अनुसार, किसी भी वाहन में देवता की प्रतिमा रखने से पहले कुछ नियमों और सुझावों का पालन करना जरूरी है। यही नहीं नए वाहन के डैशबोर्ड में कुछ विशेष भगवानों की मूर्ति रखने की सलाह दी जाती है। इससे न केवल वाहन की सुरक्षा होती है, बल्कि यात्राओं में आने वाली अनचाही बाधाओं से भी बचाव होता है। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से विस्तार से जानते हैं कि नई गाड़ी के डैशबोर्ड पर किस भगवान की मूर्ति रखनी चाहिए, कैसे रखनी चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।
नई गाड़ी में क्यों रखी जाती है भगवान की मूर्ति?
नई गाड़ी में भगवान की मूर्ति रखने की परंपरा न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ी है, बल्कि इसके पीछे वास्तु और मानसिक शांति से जुड़े कई कारण भी हैं। हिंदू संस्कृति में किसी भी नए कार्य की शुरुआत ईश्वर के आशीर्वाद के साथ करनी शुभ मानी जाती है। नई गाड़ी खरीदना जीवन का एक बड़ा निर्णय और शुभ अवसर होता है, जिसे लोग सफलता, समृद्धि और सुरक्षा का प्रतीक मानते हैं। भगवान की मूर्ति या तस्वीर वाहन में रखने से मानसिक रूप से एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इससे व्यक्ति को न केवल आत्मविश्वास मिलता है, बल्कि यह भी विश्वास बना रहता है कि हर यात्रा ईश्वर की कृपा से सुरक्षित रहेगी।
नई गाड़ी में किन भगवानों की मूर्ति रखनी चाहिए?
नई गाड़ी में किस देवता की मूर्ति या तस्वीर रखनी चाहिए, यह सवाल अक्सर लोगों के मन में होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, वाहन में शुभता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए भगवान गणेश, हनुमान जी या मां दुर्गा और आदियोगी की मूर्ति रखना सबसे उत्तम माना जाता है। आइए जानें इसके बारे में विस्तार से-
कार के डैशबोर्ड में भगवान गणेश जी की मूर्ति
कार के डैशबोर्ड पर भगवान गणेश जी की मूर्ति रखना एक आम परंपरा है, जिसे शुभ और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है। गणपति बप्पा को विघ्नहर्ता कहा जाता है, यानी वे सभी प्रकार की बाधाओं और संकटों को दूर करने वाले देवता हैं।ऐसे में भगवान गणेश की मूर्ति रखना न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक होता है, बल्कि मानसिक रूप से भी एक सुरक्षा भाव प्रदान करता है। माना जाता है कि गाड़ी में गणेश जी की मूर्ति रखने से मार्ग में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और नकारात्मक ऊर्जा पास नहीं आती।
मूर्ति का चयन करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उसमें भगवान गणेश का मुख सीधा हो और वह वाहन की दिशा की ओर हो, ताकि उनकी दृष्टि हमेशा आगे के मार्ग पर बनी रहे और यात्रा मंगलमय हो।
कार के डैशबोर्ड में भगवान हनुमान जी की मूर्ति
अगर आप चाहते हैं कि आपका वाहन दुर्घटनाओं से सुरक्षित रहे, तो हनुमान जी की तस्वीर या छोटी सी मूर्ति रखना बेहद शुभ मानी जाती है। हनुमान जी को बल, बुद्धि और विजय का प्रतीक माना जाता है। विशेष रूप से यदि आप लंबी दूरी की यात्रा पर निकलते हैं, तो हनुमान जी का स्मरण आपकी यात्रा को सुरक्षित बनाता है। ऐसी मान्यता है कि यदि आपकी कार के डैशबोर्ड में हनुमान जी की मूर्ति स्थापित होती है, तो आपके रास्ते में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने में मदद मिलती है।
कार के डैशबोर्ड में रखें आदियोगी की मूर्ति
कार के डैशबोर्ड पर आदियोगी शिव की मूर्ति रखना एक आध्यात्मिक और मानसिक रूप से सकारात्मक अनुभव प्रदान करता है। आदियोगी शिव को योग का जनक और प्रथम गुरु माना जाता है। उनका ध्यानमग्न स्वरूप व्यक्ति को शांति, स्थिरता और आत्मबल प्रदान करता है, जो ड्राइविंग के दौरान अत्यंत उपयोगी होता है। जब वाहन में आदियोगी की मूर्ति रखी जाती है, तो वह वाहन को एक सकारात्मक ऊर्जा क्षेत्र में बदल देती है, जिससे नकारात्मक भावनाएं जैसे क्रोध, बेचैनी और तनाव कम होते हैं।
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कार के डैशबोर्ड में माता दुर्गा की मूर्ति
कार के डैशबोर्ड पर माता दुर्गा की मूर्ति रखना शक्ति, साहस और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है। मां दुर्गा को संकटों का नाश करने वाली और अपने भक्तों की रक्षा करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है। विशेष रूप से महिलाएं अपने वाहन में मां दुर्गा की मूर्ति रखना शुभ मानती हैं, क्योंकि इससे आत्मबल और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। ऐसा माना जाता है कि मां दुर्गा की कृपा से वाहन चलाते समय किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा मिलती है। माता दुर्गा की उपस्थिति आपकी यात्राओं को सुरक्षित और सफल बनाती है। डैशबोर्ड पर स्थापित मूर्ति छोटी, साफ-सुथरी और वाहन की दिशा की ओर होनी चाहिए, जिससे देवी की दृष्टि हमेशा सामने रहे और मार्ग में आने वाले सभी विघ्नों का नाश हो सके।
अगर आप भी अपनी नई कार में किसी भगवान की मूर्ति स्थापित करना चाहती हैं तो यहां बताई बातों का ध्यान रखना जरूरी है। आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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