भगवान शिव की पुत्री अशोक सुंदरी को सौंदर्य की देवी माना जाता है। इसके अलावा, शास्त्रों में वर्णित है कि अशोक सुंदरी कि पूजा से घर में कभी भी धन की कमी नहीं रहती है। हालांकि अशोक सुंदरी की पूजा कभी भी अलग से नहीं होती है। उनकी पूजा-आराधना हमेशा शिवलिंग में ही समाहित होती है। शिवलिंग में भगवान शिव ने अशोक सुंदरी को स्थान दिया था और तभी से शिवलिंग की पूजा के समय ही अशोक सुंदरी की पूजा का विधान है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि शिवलिंग में कहां है अशोक सुंदरी का स्थान और धन लाभ के लिए उन्हें क्या अर्पित करना चाहिए।
शिवलिंग में किस जगह हैं अशोक सुंदरी?
जब हम शिवलिंग पर जल अर्पित करते हैं तो शिवलिंग के आगे एक नलिका बनी होती है जिससे शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ जल बाहर जाता है। उसी स्थान पर अशोक सुंदरी का वास माना गया है।
ऐसी मान्यता है कि शिवलिंग पर जल अर्पित करने के बाद लोटे में थोड़ा सा जल बचाकर आखिर में अशोक सुंदरी के स्थान पर जरूर चढ़ाना चाहिए। इससे घर में सुख-समृद्धि और संपन्नता बनी रहती है।
अशोक सुंदरी को क्या अर्पित करना चाहिए?
अशोक सुंदरी के स्थान पर गेंदे के फूल और पांच प्रकार के फल अर्पित करने चाहिए। इससे घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती है और अन्न के भंडार भरे रहते हैं। घर में पारिवारिक शांति का वास होता है।
अशोक सुंदरी को चांदी का छल्ला या फिर इत्र अर्पित करने से मानसिक तनाव दूर होता है और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। इसक साथ ही, सौंदर्य में भी बढ़ोतरी होती है। रोग दूर हो जाते हैं।
आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकत हैं कि आखिर शिवलिंग में कहां होता है अशोक सुंदरी का स्थान और धन प्राप्ति के लिए उन्हें क्या अर्पित करना चाहिए। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
image credit: herzindagi
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