Radha Ashtami 2024: राधाष्टमी के दिन राधा रानी का श्रृंगार किस तरह करें?

राधाष्टमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण की प्रेमिका माता राधा का जन्म हुआ था। राधा को कृष्ण की शक्ति और प्रेम का प्रतीक माना जाता है।

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हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन राधाष्टमी मनाई जाएगी। इस दिन विशेष रूप से राधारानी की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। ऐसी मान्यता है कि अगर आपने जन्माष्टमी का व्रत रखा है, तो राधाष्टमी व्रत भी रखना उत्तम फलदायी माना जाता है। राधाष्टमी का पर्व प्रेम, भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। ऐसा कहा जाता है कि अगर आपके वैवाहिक जीवन में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी आ रही है, तो राधाष्टमी के दिन व्रत रखने से व्यक्ति को उत्तम फलों की प्राप्ति होती है। अब ऐसे में राधाष्टमी के दिन राधा रानी का श्रृंगार किस विधि से करनी चाहिए। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

राधा रानी के श्रृंगार के लिए सामग्री क्या है?

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राधा रानी के श्रृंगार के लिए सामग्री के बारे में विस्तार से जान लें।

  • पंचामृत से स्नान कराने के लिए दूध, दही, घी, शहद और चीनी का मिश्रण लें।
  • लाल और पीला चंदन
  • चावल
  • कुमकुम
  • बिंदी - लाल बिंदी
  • मांग टीका, हार, बाजूबंद, चूड़ी आदि
  • रंग-बिरंगे साड़ी या ओढ़नी
  • मेहंदी
  • आल्ता

राधा रानी का श्रृंगार किस विधि से करें?

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  • सबसे पहले राधा रानी के विग्रह को पंचामृत से स्नान कराएं।
  • गंगाजल से विग्रह का शुद्धिकरण करें।
  • राधा रानी को साफ और सुंदर वस्त्र पहनाएं।
  • राधा रानी को काजल लगाएं।
  • चंदन का तिलक लगाएं और गालों पर कुमकुम से श्रृंगार करें।
  • उसके बाद राधा रानी को मेंहदी अर्पित करें।

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  • पश्चात राधा रानी को आप आभूषण पहनाएं।
  • फूलों की माला पहनाएं और चरणों में फूल अर्पित करें।
  • राधा रानी की विधिवत रूप से पूजा-अर्चना करें। साथ ही मंत्रों का जाप विशेष रूप से करें।
  • श्रृंगार के बाद राधा रानी की आरती करें।

राधा का श्रृंगार करने के दौरान करें मंत्र जाप

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राधा रानी का श्रृंगार करने के दौरान मंत्रों का जाप विशेष रूप से करनी चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को उत्तम फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही जीवन में चल रही परेशानियां दूर हो जाती है। इसके अलावा अगर आपके विवाह में देरी हो रही है, तो मंत्रों का जाप करने से सौभाग्य में वृद्धि हो सकती है।

  • ॐ ह्रीं श्री राधिकायै नम:
  • ॐ केशव गोविंद हरि:
  • श्री राधायै नमः
  • ॐ ह्नीं राधिकायै नमः
  • ॐ ह्नीं श्रीराधायै स्वाहा:

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Image Credit- HerZindagi

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