मां सरस्वती की पूजा किस दिन करनी चाहिए?

मां सरस्वती को ज्ञान, संगीत, कला और वाणी की देवी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति मां सरस्वती की पूजा करता है। उसे ज्ञान, बुद्धि और सफलता की प्राप्ति होती है। 

 
On which Day we should worship goddess saraswati

(worship goddess saraswati) हिंदू धर्म में मां सरस्वती को ज्ञान, संगीत और कला की देवी कहा जाता है। वे वेदों की अधिदेवी भी मानी जाती हैं। मां सरस्वती को शारदा, ब्रह्माचारिणी, जगन्माता आदि नामों से भी जाना जाता है। वेदों के ज्ञान की रक्षक और प्रेरक होने के कारण उन्हें वेदमाता भी कहा जाता है। मां सरस्वती ज्ञान का प्रकाश फैलाती हैं और अज्ञान का नाश करती हैं। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति मां सरस्वती की विधि पूजा-पाठ करता है। उसकी जीवन में हर क्षेत्र में सफलता की प्राप्ति हो सकती है। अब ऐसे में मां सरस्वती की पूजा खासकर बसंत ऋतु की करने की परंपरा है, लेकिन मां सरस्वती की पूजा के लिए दिन भी समर्पित है। अब ऐसे में मां सरस्वती की पूजा किस दिन करने से लाभ हो सकता है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

गुरुवार के दिन करें मां सरस्वती की पूजा (Worship Goddess Saraswati on Thursday)

why does saraswati hold a veena

गुरुवार का दिन भगवान विष्णु का दिन माना जाता है, लेकिन यह दिन मां सरस्वती को भी समर्पित है। इस दिन मां सरस्वती की पूजा करने से भक्तों पर उनकी कृपा बनी रहती है। साथ ही जीवन में व्यक्ति को कभी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। व्यक्ति को कार्यक्षेत्र में सफलता की प्राप्ति होती है। इसलिए मां सरस्वती की पूजा गुरुवार के दिन अवश्य करें।

किस विधि से करें मां सरस्वती की पूजा? (Maa Saraswati Puja Vidhi)

  • सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान-ध्यान करें।
  • पूजा स्थान को साफ करें और मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करें।
  • पूजा आसन को पीले वस्त्र से बिछाएं।
  • मां सरस्वती का ध्यान करते हुए पूजा का संकल्प लें।
  • मां सरस्वती को फूल, फल, मिठाई अर्पित करें।
  • आखिर में आरती करें। ऐसा करने से मां सरस्वती की कृपा व्यक्ति पर बनी रहती है।
  • मां सरस्वती के मंत्रों का जाप करने से लाभ हो सकता है।

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मां सरस्वती के मंत्रों का करें जाप (Maa Saraswati Mantras)

why maa saraswati holds veena in her hand

मां सरस्वती के मंत्रों का जाप करें। इससे व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही सुख-समृद्धि का भी आगमन होता है।

मां सरस्वती का सबसे प्रसिद्ध और शक्तिशाली मंत्र है। इसका जाप करने से ज्ञान, बुद्धि, विद्या और वाणी में वृद्धि होती है। इस मंत्र का 108 बार जाप करना शुभ माना जाता है।

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  • ॐ ऐं क्लीं सरस्वत्यै स्वाहा

इस मंत्र का जाप करने से स्मरण शक्ति, एकाग्रता और ग्रहण शक्ति में वृद्धि होती है।

  • ॐ सरस्वती नमः

मां सरस्वती को वीणा वादिनी देवी के रूप में स्तुति करने वाला मंत्र है। इसका जाप करने से संगीत और कला में प्रगति होती है।

  • ॐ वीणावादिनी देवस्यै नमः

यह मां सरस्वती का एक बीज मंत्र है। इसका जाप करने से मां सरस्वती की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

  • ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं सरस्वत्यै नमः

मां सरस्वती के महास्वरूप की स्तुति करने वाला मंत्र है। इसका जाप करने से सभी प्रकार की विद्या और ज्ञान प्राप्त होते हैं।

  • ॐ ऐं महासरस्वत्यै नमः

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Image Credit- herzindagi

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