Ekadashi Kab Hai 2025: इस साल मई में कब पड़ रही है मोहिनी एकादशी? जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

Mohini Ekadashi Shubh Muhurat 2025: ऐसी मान्यता है कि जहां एक ओर अन्य एकादशी तिथियां व्यक्ति को भगवान विष्णु की कृपा के साथ-साथ पुण्य एवं सुख-समृद्धि प्रदान करती हैं, वहीं मोहिनी एकादशी के दिन मोहिनी रूप के पूजन से व्यक्ति को सौंदर्य का वरदान मिलता है।
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वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है और इस दिन भगवान विष्णु के मोहिनी रूप की पूजा का विधान है। ऐसी मान्यता है कि जहां एक ओर अन्य एकादशी तिथियां व्यक्ति को भगवान विष्णु की कृपा के साथ-साथ पुण्य एवं सुख-समृद्धि प्रदान करती हैं, वहीं मोहिनी एकादशी के दिन मोहिनी रूप के पूजन से व्यक्ति को सुख-समृद्धि के साथ ही सौंदर्य का वरदान भी मिलता है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानतेहैं कि इस साल कब पड़ रही है मोहिनी एकादशी, क्या है इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व।

मोहिनी एकादशी 2025 कब है? (Mohini Ekadashi 2025 Kab Hai?)

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वैशाख शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का शुभारंभ 7 मई, बुधवार के दिन सुबह 10 बजकर 20 मिनट से होगा। वहीं, इसका समापन 8 मई, गुरुवार के दिन दोपहर 12 बजकर 29 मिनट से होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, मोहिनी एकादशी का व्रत 8 मई को रखा जाएगा।

मोहिनी एकादशी 2025 शुभ मुहूर्त (Mohini Ekadashi 2025 Shubh Muhurat)

मोहिनी एकादशी के दिन सूर्योदय सुबह 5 बजकर 53 मिनट पर होगा। वहीं, सूर्यास्त शाम 6 बजकर 53 मिनट पर होगा। इस दिन पूजा के लिए अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 57 मिनट से शुरू होगा और दोपहर 12 बजकर 49 मिनट तक रहने के बाद इसका समापन हो जाएगा।

मोहिनी एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 16 मिनट से आरंभ होगा और सुबह 5 बजकर 4 मिनट पर इसका समापन होगा। ब्रह्म मुहूर्त का समय पवित्र नदी में स्नान और दान के लिए श्रेष्ठ है। इस समय में किया गया स्नान-दान बहुत लाभकारी और पुण्यकर माना जाता है।

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मोहिनी एकादशी 2025 महत्व (Mohini Ekadashi 2025 Mahatva)

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मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के मोहिनी स्वरूप की पूजा करने से सौंदर्य की प्राप्ति होती है। व्यक्ति को आरोग्य मिलता है और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां दूर हो जाती हैं। व्यक्ति को निरोगी काय मिलती है और व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि, धन-संपदा आदि का वास होता है।

जिस प्रकार भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप में देवताओं को अमृत पाना कराया था और उन्हें अमरता प्रदान की थी, ठीक उसी तरह से भगवान विष्णु मोहिनी एकादशी के दिन व्यक्ति को उन पापों से अमरत्व प्रदान करते हैं जो अनजाने में व्यक्ति द्वारा घटित हो जाते हैं और पुण्यों में वृद्धि करते हैं।

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image credit: herzindagi

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FAQ

  • मोहिनी एकादशी के दिन किस मंत्र का जाप करना चाहिए?

    मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:।' मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।