भारत में ऐसे कई स्थान हैं जो श्री कृष्ण की लीलाओं के साक्षी रहे हैं। वहीं, कई ऐसी भी जगहें हैं जहां श्री कृष्ण को पूजते हुए लोग उनके द्वारा बताये गए मार्ग का अनुसरण करते हैं और अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। ठीक ऐसा ही एक स्थान है विदेश में जहां लोग आज भी सतयुग काल में ही जी रहे हैं। हम जिस गांव की बात कर रहे हैं वह यूरोप में स्थित है और इस गांव में सनातन धर्म का पालन किया जाता है। इस गांव के लोग वेस्टर्न कल्चर को सिरे से नकारते हुए हिन्दू धर्म का अनुसरण करते हैं। आइये जानते हैं ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से इस गांव के बारे में विस्तार से।
कहां है यूरोप का ब्रज धाम? (Where Is New Vraja Dhama In Europe)
यूरोप के हंगरी में एक ऐसा गांव स्थित है जहां आज भी सतयुग की जीवन शैली का निर्वाहन करते हुए लोग जीते हैं। इस गांव में न तो कोई आधुनिक उपकरण हैं और न किसी प्रकार की पाश्चात नवीनता है।
हम बात कर रहे हैं हंगरी की राजधानी बुधापेस्ट से 174 किलोमीटर दूर स्थित है कृष्णा घाटी नाम का ये गांव। इस गांव को यूरोप के नव ब्रज धामा के नाम से भी जाना जाता है। यह गांव 660 एकड़ में फैला हुआ है।
यह भी पढ़ें:Unique Temple: क्यों होती है इस मंदिर में श्री कृष्ण के साथ बीमार बुढ़िया की पूजा?
इस गांव की खासियत यह है कि यहां के लोग आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी से कोसों दूर हैं और हिन्दू धर्म एवं सनातन परंपरा के साथ अपना जीवन बिता रहे हैं। यहां लोगों के दिन की शुरुआत वेदों की वाणी से होती है।
कृष्णा घटी गांव में लोग उपनिषदों का पाठ करते हैं, हिन्दू धर्म ग्रंथों की शिक्षा प्राप्त करते हैं और साथ ही, सात्विक जीवन के मूल्यों का अनुसरण करते हैं। इस गांव में आज भी कलयुग का प्रवेश नहीं हो पाया है।
यूरोप के कृष्णा घाटी गांव में जहां एक ओर महिलाएं साधारण सी साड़ी धारण करती हैं तो पुरुष धोती-कुरता पहनते हैं। इस गांव का नियम है कि सुबह उठते ही सबसे पहले स्नान के पश्चात श्री कृष्ण भजनों के साथ यात्रा निकाली जाती है।
एक और ख़ास बात यह है कि ये पूरा गांव खेती पर निर्भर है और पूर्णतः शुद्ध खेती करते हैं। आधुनिक तकनीक नहीं बल्कि बैलों के माध्यम से खेती की जाती है। इसके अलावा, यहान शिक्षा का स्तर भी बहुत अच्छा है।
यह भी पढ़ें:Unique Temple: इस मंदिर में नृत्य करके महिलाएं करती हैं मनोकामना पूरी
कृष्णा घाटी गांव में बच्चों को वैदिक परंपरागत चीजें पढ़ाई जाती हैं, संस्कृत के श्लोकों को कंठस्त करवाया जाता है और आधुनिक शिक्षा को भी भगवद गीता या शास्त्रों से जोड़कर पढ़ाया एवं समझाया जाता है।
अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
image credit: herzindagi
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों