भगवान विष्णु के इन अवतारों के बारे में नहीं जानते होंगे आप

Lord Vishnu Avatars: भगवान विष्णु के 24 अवतारों के बारे में पौराणिक कथाओं में बताया गया है।  मान्यताओं के अनुसार, इन में से 23 अवतार अब तक पृथ्वी पर अवतरित हो चुके है । 

 
Who are the unknown avatar of Vishnu

भगवान विष्णु के कई अवतार थे। प्रभु राम से लेकर भगवान कृष्ण तक, भगवान विष्णु को अलग-अलग रूप में पूजा जाता है। भगवान विष्णु के कुछ अवतार ऐसे भी हैं जिनके बारे में कई लोगों को नहीं पता है। चलिए आपको इन सभी अवतारों के बारे में बताते हैं।

नारद अवतार

about lord vishnu avatars

सृष्टि के आरंभ में भगवान विष्णु ने धर्म की स्थापना के लिए दो रूपों में अवतार लिया था। इस अवतार में वह अपने मस्तक पर जटा धारण किए हुए थे और उन्होंने अपने हाथों में हंस, चरणों में चक्र को भी धारण किया हुआ था। धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान विष्णु ने नर-नारायण के रूप में यह अवतार लिया था।

कपिल मुनि

भगवान विष्णु के पांचवे अवतार कपिल मुनि थे। इनके पिता का नाम महर्षि कर्दम व माता का नाम देवहूति था। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भीष्म पितामह के शरीर त्याग के समय वेदज्ञ व्यास आदि ऋषियों के साथ भगवा कपिल भी वहां उपस्थित थे।

श्री सनकादि मुनि

सृष्टि के आरंभ में लोक पितामह ब्रह्मा ने अनेक लोकों की रचना करने की इच्छा के लिए तपस्या की थी। उनके तप से प्रसन्न होकर भगवान विष्णु ने सनक, सनातन, सनन्दन, और सनत्कुमार नाम के चार मुनियों के रूप में अवतार लिया था। यह भगवान विष्णु के सर्वप्रथम अवतार माने जाते हैं। पुराणों में उनकी विशेष महत्व वर्णित है।

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मत्स्य अवतार

पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस अवतार में भगवान विष्णु ने इस संसार को भयानक जल प्रलय से बचाया था और समय आने पर मत्स्य रूप धारी भगवान विष्णु ने राजा सत्यव्रत को तत्वज्ञान का उपदेश दिया, जो मत्स्यपुराण नाम से प्रसिद्ध है।इसे जरूर पढ़ें:Maa Lakshmi Aur Bhagwan Vishnu: भगवान विष्णु के पैरों की तरफ ही क्यों बैठती हैं मां लक्ष्मी? जानें ये गूढ़ रहस्य

कूर्म अवतार

पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान विष्णु के दस अवतारों में द्वितीय कूर्म अवतार वैशाख पूर्णिमा को हुआ था। भगवान विष्णु ने कछुए का अवतार लेकर समुद्र मंथन में सहायता की थी। भगवान विष्णु के कूर्म अवतार को कच्छप अवतार भी कहते हैं। भगवान कूर्म की विशाल पीठ पर मंदराचल तेजी से घूमने लगा और इस प्रकार समुद्र मंथन संपन्न हुआ। नरसिंह पुराण के अनुसार कूर्मावतार द्वितीय अवतार है जबकि भागवत पुराण के अनुसार ग्यारहवें अवतार है।

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image credit- shutterstock

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