(presiding deities of all zodiac signs) हिंदू धर्म में हर व्यक्ति अपनी इच्छा और श्रद्धा के साथ किसी भी देवी-देवती की पूजा करता है। वहीं इसके बावजूद ईष्टदेव की पूजा करने का विशेष महत्व है, लेकिन कई लोग ऐसे हैं, जिन्हें अपे ईष्टदेव के बारे में पता नहीं है।
वहीं ज्योतिष शास्त्र में सभी ग्रहों का संबंध व्यक्ति से है। इसलिए अपनी राशि के अनुसार देवी-देवताओं की पूजा करने से शुभ फलों की भी प्राप्ति होती है और दैविय शक्तियों के आशीर्वाद की भी प्राप्ति होती है।
आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि किस राशि के ईष्टदेवता कौन हैं।
किसी भी कुंडली में जन्म राशि और लग्न से ईष्टदेव और आराध्य देव का पता लगाया जा सकता है। ऐसी मान्यता है कि पूर्व जन्म में किए गए कार्यों के आधार पर ईष्टदेव का निर्धारण किया जाता है। ईष्ट देव की पूजा करने से व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है और जीवन में आने वाली परेशानियों से भी छुटकारा मिल सकता है। साथ ही सुख-समृद्धि की भी प्राप्ति होती है।
मेष राशि के ईष्ट देवता
मेष राशि के जातकों के ईष्ट सूर्यदेव हैं। इसलिए इस राशि के जातकों को सूर्यदेव की पूजा करने से लाभ हो सकता है और शुभ परिणाम की भी प्राप्ति होती है। साथ ही मान-सम्मान की भी प्राप्ति होती है।
वृष राशि के ईष्ट देवता
वृष राशि के जातकों के ईष्ट भगवान विष्णु हैं। इसलिए इस राशि के जातकों को श्रीहरि विष्णु की विधिवत पूजा-अर्चना करनी चाहिए। इससे सभी परेशानियों का निवारण हो जाता है।
मिथुन राशि के ईष्ट देवता
मिथुन राशि की मां लक्ष्मी (मां लक्ष्मी मंत्र) हैं। इसलिए इस राशि के जातकों को माता लक्ष्मी की पूजा करने से धन लाभ हो सकता है और आर्थिक तंगी से भी छुटकारा मिल सकता है।
कर्क राशि के ईष्ट देवता
कर्क राशि के जातकों के ईष्ट देव हनुमान जी हैं। इसलिए इस राशि के जातकों को भगवान हनुमान जी पूजा सच्चे मन से करना चाहिए। इससे सभी बाधाओं से छुटकारा मिल सकता है।
सिंह राशि के ईष्ट देवता
सिंह राशि के ईष्ट देव भगवान गणेश हैं। इसलिए इस राशि के जातकों को बप्पा की पूजा विशेष करनी चाहिए। इससे सभी काम संपन्नता के साथ पूर्ण होते हैं।
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कन्या राशि के ईष्ट देवता
कन्या राशि के ईष्ट मां काली हैं। इस राशि के जातकों को मां काली की पूजा रात्रि में करनी चाहिए। इससे सभी कष्टों से छुटकारा मिल सकता है।
तुला राशि के ईष्ट देवता
तुला राशि के ईष्ट देवता शनिदेव और कालभैरव हैं। इसलिए तुला राशि वालों को शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा अवश्य करनी चाहिए। इससे आपको लाभ हो सकता है।
वृश्चिक राशि के ईष्ट देवता
वृश्चिक राशि के ईष्ट देव भगवान कार्तिकेय हैं। इनकी पूजा करने से व्यक्ति को सभी संकटों से छुटकारा मिल सकता है।
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धनु राशि के ईष्ट देवता
धनु राशि के ईष्ट देवता भगवान हनुमान जी (हनुमान जी मंत्र) हैं। इसलिए इस राशि के जातकों को हनुमान जी की पूजा करने से सभी व्यक्ति के सभी बिगड़े काम बनने लग जाते हैं।
मकर राशि के ईष्ट देवता
मकर राशि के ईष्ट देव मां दुर्गा जी हैं। इसलिए इस राशि के जातकों को दुर्गा जी की मुख्य रूप से पूजा करनी चाहिए। इससे शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है।
कुंभ राशि के ईष्ट देवता
कुंभ राशि के ईष्ट देव भगवान विष्णु और माता सरस्वती हैं। इसलिए इस राशि के जातकों को इनकी पूजा करने से सभी काम मंगलमय हो सकते हैं।
मीन राशि के ईष्ट देवता
मीन राशि के ईष्ट देव भगवान शिव हैं। इसलिए इस राशि के जातकों को भगवान शिव जी की विशेष पूजा-अर्चना करना चाहिएष इससे लाभ हो सकता है।
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