(navgraha mantras) ज्योतिष शास्त्र में कुडंली में स्थित सभी ग्रह व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करते हैं। जिसका असर व्यक्ति के विवाह, करियर, स्वास्थ्य और वित्त आदि में देखने को मिलता है। वहीं कुंडली में कई ग्रह मिलकर चाल योग बनाते हैं। जिससे नकारात्मकता का संचार होता है।
साथ ही इससे व्यक्ति को कई तरह की बाधाओं का भी सामना करना पड़ जाता है। ऐसे में अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए नवग्रहों की पूजा की जाती है, यज्ञ के साथ-साथ मंत्रों का उच्चारण भी किया जाता है, ताकि व्यक्ति के जीवन में आ रही परेशानियां जल्द दूर हो सके।
आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि नौ ग्रहों के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए किन मंत्रों का जाप करना शुभ माना जाता है।
नवग्रह की शांति के लिए करें इन मंत्रों का जाप (Mantras to please navgraha)
सूर्यमंत्र का करें जाप (Chant Surya Mantra)
इस मंत्र का जाप 21 बार करना शुभ माना जाता है।
- सूर्यमंत्र - ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:।
चंद्र मंत्र का करें जाप (ChantChandra Mantra)
इस मंत्र का 11 बार जाप करना शुभ माना जाता है।
- ओम श्रां श्रीं श्रौं सः सोमाय नमः ।
मंगल मंत्र का करें जाप (Chant Mangal Mantra)
अगर आपकी कुंडली में मंगलदोष (मंगलदोष उपाय) है, तो इस मंत्र का जाप करें।
- ओम क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम: ।
बुध मंत्र का करें जाप (Chant Budh Mantra)
अगर आपकी कुंडली में बुधदोष है, तो इस मंत्र का जाप जरूर करें।
- ओम ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः ।
इसे जरूर पढ़ें - Mantra Significance: इन मंत्रों को लिखकर जपने से मिलते हैं कई लाभ, जानें नियम
गुरु मंत्र का करें जाप (Chant Guru Mantra)
अगर आपकी कुंडली में गुरुदोष है, तो इस मंत्र का 21 बार करने से लाभ हो सकता है।
- ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।
शुक्र मंत्र का करें जाप (Chant Shukra Mantra)
अगर कुंडली में शुक्रदोष है, तो इस मंत्र का 51 बार जाप करने से व्यक्ति के जीवन में आ रही परेशानियां दूर हो सकती हैं।
- ओम द्रां द्रीं द्रौम सः शुक्राय नमः ।
शनि मंत्र का करें जाप (Chant Shani Mantra)
अगर आपकी कुंडली में शनिदोष (शनिदोष उपाय) है, तो इस मंत्र का 11 बार जाप करने से सभी बाधाओं से छुटकारा मिल सकता है।
इसे जरूर पढ़ें - मंत्रोच्चारण करते समय इन नियमों का रखें ध्यान
- ओम प्रां प्रीं प्रोम सह शनै नमः ।
राहु मंत्र का जाप करने से हो सकता है लाभ (Chant Rahu Mantra)
राहु मंत्र के जाप से कुंडली में स्थित परेशानियों से मुक्ति मिल सकती है।
- ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः।
केतु मंत्र का जाप करें (Chant Ketu Mantra)
अगर आपकी कुंडली में केतु से संबंधित कोई परेशानी है, तो इस मंत्र का 11 बार जाप कर सकते हैं।
- ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः।
नवग्रह मंत्रों के जाप करें और यहां बताई गई बातों पर विशेष ध्यान दें। साथ ही अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।
Image Credit: Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों