(Hartalika Teej Fasting Rules) हिंदू पंचांग के हिसाब से भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत रखा जाएगा। यह व्रत बेहद कठिन माना जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और विधिवत पूजा-पाठ करती हैं।
बता दें, इस बार हरतालिका तीज दिनांक 18 सितंबर दिन सोमवार को रखा जाएगा। हरतालिका तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने का विशेष विधि-विधान है। इस दिन महिलाएं केवल निर्जला व्रत ही नहीं बल्कि व्रत के दौरान कई कठिन नियमों का पालन भी करती हैं।
अब ऐसे में हरतालिका तीज का व्रत नियम क्या है। इसके बारे में जानना बेहद जरूरी है। ऐसे में आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
कठिन व्रतों में से एक है हरतालिका तीज का व्रत (Hartalika Teej Fast Significance)
हिंदू धर्म में कई कठिन व्रत होते हैं। जिसमें करवा चौथ का व्रत रात्रि में चांद को देखने के बाद खोला जाता है। वहीं कजरी तीज का व्रत भी महिलाएं फलाहार करती हैं। साथ ही सावित्री पूजा का व्रत भी फलाहार ही होता है, लेकिन हरतालिका तीज का व्रत बहुत कठिन होता है। इसे निर्जला रखा जाता है।
इसमें महिलाएं अन्न, जल और फल सभी चीजों को त्याग देती हैं। इस व्रत में जो महिलाएं पानी पी लेती हैं।
वह अगले जन्म में मछली के रूप में जन्म लेती हैं और जो महिलाएं फल खाती हैं, वह बंदर के रूप में जन्म लेती हैं। इस दिन मुख्य रूप से भगवान शिव (भगवान शिव मंत्र) और माता पार्वती की पूजा करने का विशेष विधि-विधान है।
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हरतालिका तीज व्रत नियम क्या है? (Hartalika Teej Vrat Niyam)
- हरतालिका तीज के दिन रात्रि में सोना वर्जित माना जाता है। इस दिन जो महिलाएं सोती हैं, उन्हें व्रत का फल नहीं मिलता है और उनकी पूजा भी अधूरी मानी जाती है।
- हरतालिका तीज के दिन रात्रि में जागरण जरूर करना चाहिए। इस दिन भजन-कीर्तन और लोकगीत गाने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं।
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- व्रत के अनुसार, इस दिन जो महिलाएं सोती हैं, उसके अगले जन्म में मगमच्छ की योनि में जन्म लेना पड़ता है। इसलिए इस दिन सोने से बचें।
- हरतालिका तीज का व्रत आप रख रही हैं, तो यह व्रत जीवनभर करना पड़ता है। अगर किसी महिला स्वास्थ्य के कारण व्रत रखने में सक्षम नहीं हैं, तो यह व्रत पति के द्वारा किया जा सकता है।
- हरतालिका व्रत के दिन पूजा (पूजा करने के नियम) करने के बाद कथा जरूर पढ़ें। क्योंकि बिना कथा पढ़े या सुने व्रत के शुभ फल की प्राप्ति नहीं होती है।
हरतालिका तीज के दिन व्रती महिलाएं पूरे नियम के अनुसार व्रत रखें और यहां बताई गई बातों पर विशेष ध्यान दें और अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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