शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाने से मिलते हैं ये 5 बड़े लाभ, आप भी जानें

भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति और जीवन में सुख-समृद्धि के लिए शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, फूल आदि चढ़ाते हैं। ठीक ऐसे ही शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाना भी बहुत शुभ और लाभकारी माना जाता है। 
benefits of offering panchamrit on shivlinga

शिवलिंग भगवान शिव का निराकार स्वरूप है जिसकी पूजा करने से मन को शांति मिलती है और आध्यात्मिक उन्नति होती है। शिवलिंग पूजन से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा बरसाते हैं। शिवलिंग पूजन यूं तो रोजाना करना जीवन को उन्नति और भगवान शिव की कृपा के असीम ले जाता है, लेकिन महाशिवरात्रि, सावन, सावन सोमवार, प्रदोष व्रत आदि तिथियों या पर्वों पर शिवलिंग का पूजन करने से शिव जी का विशेष आशीर्वाद मिलता है। भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति और जीवन में सुख-समृद्धि के लिए शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, फूल आदि चढ़ाते हैं। ठीक ऐसे ही शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाना भी बहुत शुभ और लाभकारी माना जाता है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि आखिर शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाने से क्या होता है।

शिवलिंग पर पंचामृत अर्पित करने के लाभ

दूध और दही पंचामृत कि प्रमुख सामग्रियां हैं, जो ज्योतिष में चंद्रमा से संबंधित मानी जाती हैं। चंद्रमा मन और भावनाओं का कारक होता है। शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाने से मन शांत होता है और मानसिक तनाव कम होता है। यह नकारात्मक विचारों और भावनाओं को दूर कर व्यक्ति को आंतरिक शांति प्रदान करता है जिससे वह जीवन में सकारात्मकता महसूस करता है।

shivling pr panchamrit chadhane se kya hota hai

पंचामृत में घी का उपयोग किया जाता है जो ज्योतिष में शुक्र ग्रह से संबंधित है और धन, वैभव एवं भौतिक सुखों का प्रतीक है। शिवलिंग पर घी युक्त पंचामृत चढ़ाने से घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है। यह व्यापार और करियर में सफलता दिलाता है जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही, सौभाग्य में भी वृद्धि होती है।

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शहद को पंचामृत में शामिल किया जाता है जो स्वास्थ्य और दीर्घायु का प्रतीक है। ज्योतिषीय दृष्टि से, शहद का संबंध सूर्य ग्रह से माना जाता है, जो जीवन शक्ति और आरोग्य का प्रतिनिधित्व करता है। शिवलिंग पर शहद युक्त पंचामृत चढ़ाने से व्यक्ति को रोगों से मुक्ति मिलती है और वह स्वस्थ जीवन जीता है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और बीमारियों से लड़ने की शक्ति देता है।

पंचामृत में शक्कर या मिश्री का प्रयोग होता है जो रिश्तों में मिठास और आपसी प्रेम का प्रतीक है। ज्योतिष में शक्कर का संबंध शुक्र ग्रह और प्रेम से भी जोड़ा जाता है। शिवलिंग पर शक्कर युक्त पंचामृत चढ़ाने से पारिवारिक संबंधों में मधुरता आती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। यह दाम्पत्य जीवन में प्रेम और सामंजस्य बढ़ाता है, जिससे रिश्तों में खुशहाली आती है।

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पंचामृत की प्रत्येक सामग्री अपनी विशेष ऊर्जा और महत्व रखती है और इन पांचों के मिश्रण से एक शक्तिशाली ऊर्जा उत्पन्न होती है। शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। यह जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्ति दिलाने और मोक्ष की प्राप्ति में सहायक होता है जिससे व्यक्ति आध्यात्मिक उन्नति की ओर बढ़ता है।

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image credit: herzindagi

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FAQ

  • शिवलिंग पर काले तिल अर्पित करने से क्या होता है? 

    शिवलिंग पर काले तिल अर्पित करने से शनि दोष एवं साढ़े साती और ढैय्या में राहत मिलती है।
  • शिवलिंग पर क्या नहीं चढ़ाना चाहिए? 

    शिवलिंग पर हल्दी, तुलसी और केतकी के फूल नहीं चढ़ाने चाहिए।