हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को शनि देव का जन्म हुआ था और इस तिथि को शनि जयंती और शनि अमावस्या के रूप में मनाया जाता है। हर साल ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की अमावस्या को शनि जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को शनि जयंती के नाम से जाना जाता है। हर साल ज्येष्ठ अमावस्या के दिन शनि जयंती मनाई जाती है। शनि जयंती एक महत्वपूर्ण तिथि है, जो शनि देव की पूजा और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए बहुत शुभ मानी जाती है। इस दिन शनि देव की विशेष पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं और उनकी कई समस्याएं दूर हो सकती हैं। वहीं जिन लोगों की शनि की साढ़े साती चल रही है उनके जीवन में भी शनि जयंती के कुछ प्रभाव हो सकते हैं और उन्हें कुछ आसान उपाय आजमाने की सलाह दी जाती है।
इस साल शनि जयंती 27 मई, सोमवार के दिन पड़ेगी। शनि की साढ़े साती वह स्थिति होती है जो किसी भी राशि पर 7.5 वर्षों तक चलती है और इसके जीवन में कुछ मिले-जुले प्रभाव हो सकते हैं। शनि की साढ़े साती जहां कुछ राशियों के लिए कष्टकारी हो सकती है, वहीं कुछ लोग इसके प्रभाव से धन लाभ और सम्मान भी प्राप्त कर सकते हैं। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें कि शनि जयंती का उन राशियों के जीवन में क्या प्रभाव हो सकता है, जिनमें साढ़े साती चल रही है।
मेष राशि
मेष राशि पर इस साल शनि की साढ़े साती आरंभ हुई है। ऐसे में आप निराश न हों या आसानी से हार न मानें। आपको सलाह दी जाती है कि खुद पर भरोसा क्योंकि शनि जयंती के प्रभाव से आपको साढ़े साती के दौरान भी अपनी मेहनत का पूर्ण फल मिलेगा। अगर आप दूसरों के देखकर आकर्षित होते हैं और उनकी तरह बनना चाहते हैं तो अब समय आपको जीवन में बदलाव लाने का है। आप खुद में ही पूर्ण हैं, इसलिए दूसरों से प्रेरणा लेने के बजाय खुद ही दूसरों की प्रेरणा बनने की कोशिश करें।
शनि देव शनि जयंती के दिन आपके ऊपर मेहरबान होने वाले हैं और आपका साढ़े साती का किसी भी तरह का बुरा असर कम हो सकता है।
उपाय- शनि जयंती के दिन मेष राशि के लोग किसी भी शनि मंदिर में जाकर सरसों का तेल चढ़ाएं और शनि चालीसा का पाठ करें। इस उपाय से आपके जीवन में आपने वाली समस्याएं काफी हद तक कम हो सकती हैं और शनि की साढ़े साती के दुष्प्रभाव से भी बच सकते हैं।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के लिए शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण आरंभ हो चुका है। आपको इस दौरान अपने चरित्र, संदेह और व्यवहार के नकारात्मक पहलुओं को छोड़ने की सलाह दी जाती है। इससे आपका व्यक्तित्व और निखरकर सामने आ सकता है। साढ़े साती के प्रभाव से इस दौरान आपके स्वास्थ्य के लिए, कोई भी बीमारी, त्वचा की समस्या या सामान्य स्वास्थ्य समस्या सामने आ सकती है। हालांकि शनि जयंती के प्रभाव से आपको इन समस्याओं से जल्द ही बाहर आने में मदद मिल सकती है।
कुंभ राशि के जो लोग महसूस करते हैं कि वे स्थिर हैं और उनका कोई व्यक्तिगत या व्यावसायिक विकास नहीं है, उन्हें इस दौरान विकसित होने का मौका मिल सकता है। यदि आप कोई नए कौशल हासिल करने के लिए समय निकालें तो ये आपके लिए लाभकारी हो सकता है।
उपाय- उपाय के रूप में आप शनि जयंती के दिन पीपल के पेड़ में जल चढ़ाएं और शनिदेव की पूजा करें।
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मीन राशि
शनि की साढ़े साती की वजह से आप इस दौरान अकेलेपन का अनुभव कर सकते हैं। आप इसके प्रभाव से बाधाओं का सामना कर सकते हैं। साढ़े साती की वजह से आप कुछ समय के लिए रोजगार से दूर हो सकते हैं।
हालांकि यह आपके लिए एक ब्रेक लेने का समय भी हो सकता है। अपने बारे में थोड़ा सोचें और खुद पर काम करें। शनि जयंती के प्रभाव से आपको जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं, लेकिन जल्द ही समय आपके पक्ष में हो सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि दूसरों के प्रति वफ़ादार रहें और उन लोगों से सीखना जारी रखें जो आपके बारे में अच्छा सोचते हैं।
उपाय- शनि जयंती के दिन शनि मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं और जरूरतमंदों को दान में अन्न और धन का दान दें।
अगर आपकी राशि की भी शनि की साढ़े सटी चल रही है, तो शनि जयंती के प्रभाव से आपके जीवन में कुछ सकारात्मक और नकारात्मक बदलाव हो सकते हैं। आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर भेजें।
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