स्ट्रेस बस्टर है अरोमाथेरेपी, ऐसे करें अपनी दिनचर्या में शामिल

थकान या किसी भी तरह का स्ट्रेस कम करने के लिए आप अरोमाथेरेपी का सहारा ले सकती हैं। यह थेरेपी आपकी थकान झट से मिटा देगी।

Aromatherapy oil

भागदौड़ भरी जिंदगी अपने साथ कितना स्ट्रेस लेकर आती है न! एक मिनट के चैन के लिए आप भी बेचैन होंगी। आप भी चाहती होंगी कि दिनभर की थकान, हर तरफ से हावी होते स्ट्रेस से कुछ तो छुटकारा मिले। लेकिन यह सब हो भी तो कैसे? एक्सरसाइज, आराम, योग इन सब तरीकों को आजमाने के बाद भी कुछ तो मिसिंग लगता ही है। कभी-कभी तो इन सब का समय ही नहीं मिल पाता, लेकिन क्या आपने कभी अरोमाथेरेपी को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के बारे में सोचा है? नहीं, तो अब सोचिएगा जरूर।

क्या है अरोमाथेरेपी

What is Aromatherapy

शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित करने के लिए पौधों से निकाले गए खुश्बूदार और गुणों से युक्त तेल को उपयोग में लाने वाली कला को ही अरोमाथेरेपी कहते हैं। इसे एसेंशियल ऑयल ट्रीटमेंट भी कहा जाता है। पौधों से निकाले गए तेल को अलग-अलग तरीके से इस्तेमाल किया जाता है, जिसस यह आपके शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालती है।

अरोमाथेरेपी के हैं कई फायदे

Benefits of oils

अरोमाथेरेपी के कई फायदे हैं। थेरेपी की मदद से आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार होगा। थकान दूर करने के साथ ही आप रिफ्रेश महसूस करेंगी। हर महीने पीरियड से होने वाली मूड स्विंग और इस दौरान होने वाली चिड़चिड़ाहट, दर्द आदि में अरोमाथेरेपी काफी मददगार साबित होती है। लौंग के तेल का उपयोग करके दांत दर्द को कम किया जा सकता है। त्वचा को स्वस्थ रखने में भी अरोमाथेरेपी काफी लाभदायक साबित होती है। शरीर की जकड़न में शरीर पर एसेंशियल ऑयल की मसाज करने से भी आराम मिलता है।

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इस तरह करें अरोमाथेरेपी को अपनी दिनचर्या में शामिल

Massage oils

नहाने के पानी में

आप जब भी नहाने जाएं, तो अपने नहाने के पानी में दो बूंद एसेंशियल ऑयल की डाल सकती हैं। नहाने के पानी में लेवेंडर ऑयल की कुछ बूंदे एंटी-सेप्टिक का काम करती हैं। इसकी खुश्बू से आपके मन को शांति मिलेगी और आप रिलैक्स महसूस करेंगी।

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स्टीम में उपयोग

आप किसी एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदे, गर्म पानी में डालकर उससे स्टीम ले सकते हैं। यूकिलिपटिस की कुछ बूंदे गर्म पानी में जालकर स्टीम लेने से कोल्ड और फ्लू जैसी बीमारी में काफी राहत मिलती है। तुलसी का एसेंशियल ऑयल माइग्रेन में राहत दे सकता है।

बॉडी लॉशन में डालें दो बूंद

आप जो भी बॉडी लॉशन लगाती हैं, उसमें दो बूंद अपनी पसंद के एशेंशियल ऑयल डाल सकती हैं और फिर उसे अपने बॉडी में लगा सकती हैं।

गर्म पानी में डालकर सेकें

अगर आपके शरीर में किसी जगह कोई दर्द या सूजन है, तो आप गर्म पानी में एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदे मिलाकर एक साफ कपड़े को भिगोकर दर्द या ऐंठन वाली जगह पर लगाएं। इससे यकीनन आपको आराम मिलेगा। अदरक और काली मिर्च युक्त ऑयल से घुटने के दर्द में आराम मिलता है।

कैंडल के रूप में

मार्केट में ऐसी कई मोमबत्तियां आती हैं, जो एसेंशियल ऑयल से युक्त होती हैं। आप जब भी स्ट्रेस फील करें, आप बस इसे जलाकर अपने कमरे के एक कोने में रख सकती हैं। इससे आपके मन को शांति मिलेगी और आप रिलैक्सड महसूस करेंगी।

डिफ्यूजर एक अच्छा विकल्प

अरोमाथेरेपी डिफ्यूजर में एसेंशियल ऑयल होते हैं, जिसे स्विच ऑन करते ही हवा में इसकी खुश्बू फैलेगी। इससे भी आपका स्ट्रेस कम होने में मदद मिलेगी।

लोकप्रिय तरीका है मसाज

अरोमाथेरेपी का इस्तेमाल मसाज के रूप में करना एक बेहतर और अच्छा विकल्प है। एसेंशियल ऑयल की मदद से शरीर में मसाज करने से शरीर की जकड़न, ऐंठन, मसल स्पाज्म आदि में आराम मिलता है।

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Image credit : Shutterstock
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