पीरियड्स के दौरान महिलाएं खुद को फिजिकली काफी कमजोर महसूस करती है। इस दौरान शरीर में दर्द से लेकर क्रैम्प तक की समस्या होती है, जिससे महिलाएं मेंटली भी अपसेट फील करती हैं। ऐसे में महिलाएं एक्सरसाइज का सहारा लेती हैं। लेकिन इस समय सही व्यायाम करना बेहद आवश्यक होता है।
दरअसल, पीरियड्स के दौरान शरीर से हीट भी निकल रही होती है ताकि बॉडी का तापमान बना रहे। लेकिन जब महिलाएं हैवी एक्सरसाइज या कठिन योगासन करती हैं तो ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और बॉडी में हीट जनरेट होती है। जब बॉडी हीटअप होती है, तो इससे महिलाओं की समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है। तो चलिए आज इस लेख में ब्लॉसम योगा के फाउंडर और योगविशेषज्ञ जितेन्द्र कौशिक आपको कुछ ऐसे ही योगासनों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको पीरियड्स के दौरान करने से बचना चाहिए-
धनुरासन
धनुरासन का अभ्यास करते हुए आपको पीठ में स्ट्रेचिंग या खिंचाव का अहसास होता है। चूंकि यह तनाव से राहत दिलाने और ब्लोटिंग की समस्या से आराम दिलाता है, इसलिए महिलाएं पीरियड्स के दौरान भी इसे करना पसंद करती हैं। लेकिन आपको यह ध्यान देना चाहिए कि यह आपकी पीठ पर बहुत दबाव डालता है। इसलिए, यदि आप पहले से ही अपने पीरियड्स के दौरान पीठ में दर्द का अनुभव कर रही हैं, तो आपको इस आसन को करने से बचना चाहिए।
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शीर्षासन
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को ऐसे किसी भी आसन का अभ्यास करने से बचना चाहिए, जो बहुत हार्ड हो। खासतौर से, उल्टे होकर करने वाले आसन जैसे शीर्षासन आदि का अभ्यास बिल्कुल नहीं करना चाहिए। आपको ऐसा कोई भी आसन नहीं करना चाहिए, जो इनवर्टिड हो। इसके स्थान पर आप सुप्त बद्ध कोणासन योगासन कर सकती हैं, जिसमें आप अपनी पीठ के बल लेटकर रिलैक्स महसूस करती हैं। शीर्षासन की तरह ही सर्वांगासन का अभ्यास करने से बचना चाहिए।
हलासन
यह एक ऐसा आसन है, जो पाचन को बेहतर बनाने और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदददगार है। इतना ही नहीं, यह वजन को मेंटेन करने से लेकर स्ट्रेस और थकान को भी दूर करने में सहायक है। लेकिन इसे पीरियड्स के दौरान करने से बचना चाहिए। पीरियड्स में हलासन का अभ्यास करने से आपके गर्भाशय में रक्त वाहिकाओं में सूजन आ सकती है, जिससे आपको अधिक ब्लीडिंग हो सकती है। यकीनन आप ऐसा बिल्कुल भी नहीं चाहेंगी।
कागासन
कागासन का अभ्यास करने से पेट पर मौजूद एक्स्ट्रा चर्बी को कम करने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं, यह आपके पाचन तंत्र को मजबूती प्रदान करता है। लेकिन पीरियड्स के दौरान इसका अभ्यास करने से शरीर में गर्मी बढ़ सकती है, जिससे आपको अधिक रक्तस्राव हो सकता है। यह बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। इसलिए, कुछ दिनों के लिए कागासन का अभ्यास करने से बचें।
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किन आसनों का करें अभ्यास
ऐसा नहीं है कि आप पीरियड्स के दौरान योगाभ्यास नहीं कर सकती हैं। बस आसनों के अभ्यास में थोड़ा बदलाव करके और हल्के आसनों का अभ्यास करें। मसलन, आप ताड़ासन, वज्रासन, पद्मासन आदि का अभ्यास करें। वहीं, ध्यान व प्राणायाम आपके लिए फायदेमंद होगा। अगर आप सूर्य नमस्कार करना चाहती हैं तो तीन दिन के बाद इसका अभ्यास किया जा सकता है।
तो अब आप भी इन योगासनों को पीरियड्स के दौरान अवॉयड करें।
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Image Credit- freepik
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