शरीर में दो तरह का कोलेस्ट्रॉल होता है, गुड और बैड। गुड कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए अच्छा माना जाता है, वहीं बैड को दिल का दुश्मन माना जाता है। बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है और कई बार हार्ट अटैक, स्ट्रोक्स और दिल से जु़ड़ी बीमारियों भी हो सकती हैं। ऐसे में बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने की जरूरत होती है।
आजकल शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने की वजह लाइफस्टाइल और डाइट को माना जाता है। ज्यादा तला-भुना और एक्सरसाइज या फिजिकल वर्क नहीं करना बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि इसे कंट्रोल कैसे किया जाए। बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए लाइफस्टाइल और डाइट में भी बदलाव किया जा सकता है। कोलेस्ट्रॉल को मैनेज करने के लिए रजिस्टर्ड डाइटिशियन राम्या बी ने कुछ टिप्स शेयर किए हैं। राम्या बी, क्लाउडनाइन ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स ओएमआर-चेन्नई से जुड़ी हुई हैं।
एक्सपर्ट के मुताबिक, दिल को बीमारियों से दूर रखने के लिए बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखने की जरूरत होती है। जिसके लिए कुछ टिप्स को अपनाया जा सकता है।
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शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल करने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज को फायदेमंद माना गया है। इसके लिए आप सैर, स्विमिंग और साइकलिंग कर सकती हैं। यह शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाते हैं और बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक, हर हफ्ते 150 मिनट मॉर्डेट एरोबिक की सलाह भी दी जाती है।
हेल्दी रहने के लिए वजन को कंट्रोल करना बहुत जरूरी माना गया है। वजन को थोड़ा-सा भी कम करना बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है।
जो लोग धूम्रपान करते हैं उनके शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम हो सकती है और बैड कोलेस्ट्रॉल की ज्यादा। बैड कोलेस्ट्रॉल को मैनेज करने के लिए धूम्रपान छोड़ने की सलाह दी जाती है।
ज्यादा शराब का सेवन करना कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ा सकता है। शराब का सेवन दिल की बीमारियों के साथ-साथ अन्य बीमारियों को भी न्योता दे सकता है।
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क्रॉनिक स्ट्रेस आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल पर नेगेटिव प्रभाव डाल सकता है। योगा, मेडिटेशन और ब्रीथिंग एक्सरसाइज रेगुलर करके स्ट्रेस को कंट्रोल किया जा सकता है। स्ट्रेस को मैनेज करने के लिए मॉर्निंग रूटीन सेट करना फायदेमंद रहता है।
कई बार लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करके कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल नहीं किया जा पाता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए डॉक्टर की सलाह के बाद ही दवाईयों का सेवन करना चाहिए।
बैड कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करना प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए ज्यादा जरूरी हो जाता है, क्योंकि मां का असर सीधा बच्चे पर पड़ता है। प्रेग्नेंट महिलाओं को बैड कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए डाइट का पूरा ध्यान रखना चाहिए। डाइट में अनाज, दाल, फल और सब्जियों शामिल करनी चाहिए। हाई प्रोटीन रिच फूड को बढ़ाना और फ्राइड खाने, बेकरी प्रोडक्ट्स और पैक्ड खाने से बचना चाहिए। प्रेग्नेंट महिलाओं को कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने पर डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और रेगुलर चेकअप कराते रहना चाहिए।
बच्चों में भी बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए हेल्दी डाइट देनी चाहिए। साथ ही बच्चों को फिजिकल एक्टिविटी करने के लिए प्रमोट करना चाहिए, इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल रह सकता है।
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