क्या पीरियड्स से पहले आप भी चिड़चिड़ी हो जाती हैं?
क्या बॉडी में हल्की-हल्की ऐंठन महसूस होती हैं?
बहुत ज्यादा डिप्रेशन महसूस होता है?
लेकिन पीएमएस के लक्षणों और पीरियड्स में होने वाले दर्द से बचने के लिए हर महीने दवाएं नहीं खाना चाहती हैं तो अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि आप अपनी डाइट में किचन में मौजूद इस मसाले का इस्तेमाल करके इन समस्याओं से आसानी से बच सकती हैं। और इस बारे में हमें शालीमार बाग में स्थित र्फोटिस हॉस्पिटल की डाइटीशियन सिमरन सैनी बता रही हैं।
जी हां प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम एक बहुत ही आम समस्या है, जिसका सामना ज्यादातर महिलाएं हर महीने करती हैं। पीरियड्स से ठीक पहले कुछ महिलाएं चिड़चिड़ी होने लगती हैं, कुछ का मिजाज बदल जाता है तो कुछ को ऐंठन महसूस होने लगती है। इन सभी चीजों से ज्यादातर महिलाओं को इस बात की जानकारी मिलती है कि उनके पीरियड्स बस आने ही वाले हैं। जिन महिलाओं को पीएमएस के लक्षण बहुत ज्यादा महसूस होते है, हम जानते हैं कि उनके लिए यह समय कितना मुश्किल होता है। यहां तक कि इसका असर उनकी रोजमर्रा की लाइफ पर भी पड़ने लगता है। यह सब हमारी बॉडी में हार्मोनल बदलाव के कारण होता है। लेकिन इन सभी से बचने के लिए हर महीने दवाएं लेना ठीक नहीं है। यही कारण है कि महिलाओं को पीएमएस के लक्षणों और पीरियड्स के दर्द को कम करने के लिए नेचुरल चीजों की जरूरत होती है।
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अगर आप भी ऐसी ही समस्याओं से हर महीने गुजरती हैं और इससे बचने के उपायों की खोज में हैं तो इससे बचने के लिए ऐसा ही एक जादूई घटक है हल्दी। जी हां आपके किचन में मौजूद मसाला सब्जी में रंग देने के अलावा औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है और इसका इस्तेमाल हम सालों से करते आ रहे है। इसमें एंटीसेप्टिक, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो इसे घरेलू उपचार के साथ-साथ ब्यूटी उपचार के लिए सबसे अच्छा मसाला बनाते हैं। लेकिन जब यह हमारे पीरियड्स प्रॉब्लम्स की बात आती है, तो हल्दी भी इसमें भी हमारी हेल्प करती है। इसमें करक्यूमिन नामक एक एक्टिव तत्व पाया जाता है जो हमारी बॉडी को दर्द और परेशानी से निजात दिलाता है।
एक्सपर्ट टिप्स
डाइटीशियन सिमरन सैनी का कहना हैं कि ''हल्दी एक बहुत ही अच्छा हर्ब है जो अपने मूल स्वभाव में भी काफी गर्म है। यह पीरियड्स के दौरान राहत प्रदान करने और हार्मोन को संतुलित करने में सहायक है। एंटीस्पास्मोडिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पीरियड्स के दौरान दर्द से राहत देते हैं। और यह ब्लड को पतला करने वाली गुण है, हालांकि यह कभी-कभी हैवी पीरियड्स का कारण बन सकता है। अगर आप पीरियड्स में ऐंठन से परेशान हैं या विशेष रूप से सर्दियों के दौरान पीरियड्स में ऐंठन से परेशान हैं, तो दिन में 1 बार गर्म दूध के साथ 1-चौथाई चम्मच हल्दी का सेवन करें।'' आइए इसके फायदे और इस्तेमाल के तरीकों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
पीरियड्स प्रॉब्लम्स के लिए हल्दी के फायदे
चूंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, यह दर्द और सूजन को शांत करने और आपको रिलैक्स करने में हेल्प करता है। यह एक नेचुरल पेनकिलर के रूप में काम करता है और दर्द को कम करने में हेल्प करता है। पीरियड्स के दर्द या ऐंठन को शांत करने के लिए आप हल्दी और घी के साथ 1 गिलास गर्म दूध ले सकते हैं।
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पीरियड्स में अक्सर ब्लोटिंग और डाइजेशन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं लेकिन हल्दी उन्हें शांत करने में भी हेल्प करती है। कई महिलाओं को अपने पीरियड्स के दौरान फूला हुआ महसूस होता है लेकिन हल्दी बेचैनी को कम कर सकती है और आपके डाइजेशन में भी हेल्प कर सकती है।
बहुत सी महिलाएं अनियमित पीरियड्स और ब्लीडिंग से जूझती हैं जो ज्यादातर बॉडी में एस्ट्रोजन का लेवल कम होने के कारण होता है लेकिन हल्दी आपके एस्ट्रोजन के लेवल को कंट्रोल करने में हेल्प करती है और साथ ही इस समस्या का इलाज भी करती है।
हल्दी में करक्यूमिन के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं जो आपके मूड को बेहतर बनाने में हेल्प करते हैं। आपके पीरियड्स के दौरान आपके शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण मिजाज बिगड़ सकता है जिसे संभालना बहुत मुश्किल हो सकता है। लेकिन हल्दी बिना किसी परेशानी के काम कर सकती हैं।
अगर आप भी पीएमएस के लक्षणों और पीरियड्स के दर्द को कम करना चाहती हैं तो किचन में मौजूद इस मसाले का इस्तेमाल करें।
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