इन दिनों इंटरमिटेंट फास्टिंग का चलन काफी बढ़ गया है। लोग अपनी इंसुलिन सेंसेटिविटी को बेहतर बनाने से लेकर वजन कम करने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हैं। यकीनन यह खुद को अधिक हेल्दी बनाने का एक बेहतर तरीका है। इस डाइट के दौरान टाइम का ध्यान रखते हुए खाना खाया जाता है। अमूमन लोग 12:12 इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हैं। जिसमें 12 घंटे का ईटिंग विंडो पीरियड होता है, जबकि 12 घंटे फास्टिंग होती है।
अमूमन फास्टिंग पीरियड के दौरान कुछ भी ना खाने की सलाह दी जाती है, लेकिन कुछ लोग फास्टिंग पीरियड्स में तरह-तरह की ड्रिंक्स का सेवन करना करते हैं। हालांकि, ऐसी कई ड्रिंक्स होती हैं, जिन्हें फास्टिंग पीरियड में नहीं लेना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसी ही ड्रिंक्स के बारे मेंबता रहे हैं-
1. दूध
ऐसे बहुत से लोग होते हैं, जिन्हें रात को सोने से पहले दूध पीने की आदत होती है। लेकिन अगर आप इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहे हैं तो ऐसे में आपको फास्टिंग पीरियड में दूध पीने से बचना चाहिए। दरअसल, दूध एक डेयरी प्रोडक्ट है और डेयरी प्रोडक्ट्स में कैलोरी, नेचुरल शुगर और कार्बोहाइड्रेट होते हैं। याद रखें कि अगर आप एक चौथाई कप से अधिक दूध का सेवन करते हैं तो इससे आपकी फास्टिंग ब्रेक हो जाएगी।
2. नारियल पानी
नारियल पानी को एक बेहद ही हेल्दी ड्रिंक माना जाता है। अमूमन लोग वर्कआउट के बाद इसका सेवन करते हैं। लेकिन अगर आप इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहे हैं तो आपको फास्टिंग पीरियड में नारियल पानी नहीं पीना चाहिए। दरअसल, नारियल पानी में सिंपल कार्बोहाइड्रेट होते हैं, इसलिए इसके सेवन से आपकी फास्टिंग ब्रेक हो जाएगी।
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3. फलों का रस
कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि फास्टिंग पीरियड में फ्रूट जूस पीने में कोई बुराई नहीं है। इन्हें केवल फलों से निकाला जाता है और इसलिए इसे कभी भी ले सकते हैं। लेकिन इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान फास्टिंग पीरियड में इसे नहीं पीना चाहिए। दरअसल, जूस में नेचुरल शुगर होती है और इसका कैलोरी काउंट भी अधिक होता है। ऐसे में आप जीरो कैलोरी लेवल को बैलेंस नहीं कर पाते हैं। बता दें कि फ्रूट जूस भी अन्य मीठे आइटम्स की तरह ही आपके ब्लड शुगर को प्रभावित करेंगे।
4. डाइट सोडा
डाइट सोडा की कैन पर अक्सर जीरो कैलोरी लिखा होता है, इसलिए अधिकतर लोगों को ऐसा लगता है कि वे इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान फास्टिंग पीरियड में इसे ले सकते हैं। जबकि यह सच नहीं है। भले ही डाइट सोडा में बिल्कुल नहीं या बहुत कम कैलोरी होती है, लेकिन फिर भी इसे फास्टिंग पीरियड में नहीं लिया जाना चाहिए क्योंकि यह इंसुलिन प्रतिक्रियाओं को ट्रिगर करता है। साथ ही, इसमें आर्टिफिशियल स्वीटनर भी होते हैं।
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5. प्रोटीन पाउडर
बहुत से लोग इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान फास्टिंग पीरियड में पानी में प्रोटीन पाउडर मिक्स करके लेते हैं। लेकिन आपको फास्टिंग पीरियड में इस ड्रिंक को भी नहीं लेना चाहिए। बता दें कि प्रोटीन पाउडर में अमीनो एसिड होते हैं जो इंसुलिन लेवल में वृद्धि करते हैं, जिससे आपका फास्टिंग पीरियड ब्रेक हो जाता है। बेहतर होगा कि आप इसे अपने विंडो पीरियड में ही लें।
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Image Credit- freepik
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