herzindagi
art therapy main

माइंडफुलनेस के लिए आर्ट थेरेपी का सहारा!

अगर आप किसी से अपने मन का हाल नहीं बयां कर पा रही हैं, तो आर्ट थेरेपी की मदद लें। अपनी मन की उलझनों को बस अब रंगों के जरिए उकेर दीजिए एक पेपर में और कह दीजिए अपने मन की बात।
Editorial
Updated:- 2021-04-12, 15:31 IST

एक तो वैसे ही आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी की वजह से हमारे अंदर स्ट्रेस, तनाव, एंग्जायटी पैदा हो रही है। दूसरी तरफ कोरोना काल है, जिसकी वजह से भी घर में बैठे-बैठे लोगों के अंदर तनाव बढ़ रहा है। कोरोना के बढ़ते मामले भी चिंता की विषय बन रहे हैं। इसकी वजह से जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। इसकी वजह से जितना इंफेक्शन की वजह से लोग बीमार पड़ रहे हैं, उतना ही बीमार मानसिक रूप से हो रहे हैं। ऐसे में आर्ट थेरेपी लोगों को इस मुश्किल समय से उबारने में काफी मदद कर रही है। क्या है यह थेरेपी, आइए इसके बारे में जानें।

भावनाओं को अभिव्यक्त करना है आर्ट थेरेपी

therapy art

कई बार ऐसा होता है कि हम अपनी भावनाओं को शब्दों में जाहिर नहीं कर पाते। जब आप अपनी भावनाओं को कला के माध्यम से अभिव्यक्त करते हैं, उसे आर्ट थेरेपी कहा जाता है। ड्रॉइंग, पेंटिंग, स्कल्पटिंग, स्केचिंग करके लोग अपनी दबी भावनाओं को जाहिर करते हैं। आर्ट थेरेपिस्ट पेंटिंग आदि में किए गए इन रंगों के आधार पर ऐसे इंसान के मन की दशा को समझते हैं। कुछ अध्ययन में देखा गया है कि मानसिक दबाव महसूस कर रहे लोगों को आर्ट थेरेपी से आराम मिल सकता है।

किन के लिए फायदेमंद

ऐसा नहीं है कि आर्ट थेरेपी बस वयस्कों के लिए ही फायदेमंद है। कई बार देखा गया है कि बच्चे भी तनाव के कारण किसी से कुछ नहीं कह पाते। ऐसे में वह रंगों का इस्तेमाल कर अपनी मनोदशा का हाल बयां करते हैं। यह आर्ट थेरेपी हर उस शख्स के लिए है, जो किसी वजह से अंदर ही अंदर घुटते हैं और जिनके अंदर स्ट्रेस और एंग्जायटी घर कर लेती है। अपनी बातों को जताने के लिए आर्ट थेरेपी एक अच्छा तरीका है। क्या हैं इनके फायदे आएं देखें-

स्ट्रेस के लिए

stressfree

आप एक पेपर और पेंसिस उठाइए और जो भी मन में आए उसे उकेर दीजिए। जरूरी नहीं है कि इस थेरेपी के लिए आपको एकदम प्रोफेशनल आर्टिस्ट होने की जरूरत है। जब आप तनाव में पेपर पर कुछ बनाएंगी, तो महसूस करेंगी कि आपके अंदर से स्ट्रेस धीरे-धीरे रिलीज हो रहा है। बीते सालों के कुछ शोध भी यह बताते हैं कि तनाव, अवसाद की स्थिति में आर्ट थेरेपी बेहतर विकल्प है।

इसे भी पढ़ें :आपकी हेल्थ को दुरुस्त रखती हैं ये छोटी मगर काम की बातें

मानसिक सक्षमता के लिए

good mental health

जब आप पेपर में कुछ बनाते हैं, उनमें अपने पसंद के रंग भरते हैं, तो इससे आपके अंतर्मन को खुशी मिलती है। स्केचिंग आपकी मानसिक सक्षमता को बढ़ाता है। आपके अंदर जो भी उलझा है, उसे ठीक तरीके से बनाने की कोशिश आप उस पेपर में करते हैं। इतना करने से आपकी प्रोडक्टिविटी भी बढ़ती है।

इसे भी पढ़ें :जीरे से होने वाले इन छह नुकसानों से कितना वाकिफ हैं आप?

आप रहेंगी व्यस्त

अब जब आप किसी चीज में लगी रहती हैं, तो नकारात्मक बातों पर आपका ध्यान नहीं जाता। चिंता तभी बढ़ती है, जब आप फिजूल की अफवाहों और नकारात्मक बातों पर ध्यान देती हैं। लेकिन जब आप किसी काम में व्यस्त हो जाएंगी तो उनके बारे में नहीं सोचेंगी। ठीक ऐसा ही कुछ होता है आर्ट थेरेपी के दौरान। पेंटिंग, स्केचिंग करने से आपके मन को शांति मिलती है। इसलिए खुद को आर्ट में व्यस्त कर लेने से आप तनाव से बाहर आती हैं।

फोकस रहेगा बरकरार

focused

सोचिए, जब आप कुछ बना रही होती हैं, तो आपका पूरा ध्यान उसी तरफ होता है। आप फोकस्ड होते हैं। मगर जब आप चिंता में घिरे होते हैं, तो किसी काम में मन नहीं लगता और न ही आप उस पर फोकस कर पाते हैं। वहीं, पेंटिंग, स्केचिंग, ड्रॉइंग करने से आप अपना फोकस वापस पा सकती हैं। यह आपके अंदर से तमाम तरीके की नकारात्मकता से दूर रखता है। आपके अंदर सहनशीलता पैदा करता है। आर्ट थेरेपी से आपका मन भटकता भी नहीं।

यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

Image Credit : Freepik images

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।