देर रात तक मोबाइल पर लगे रहना, सुबह देर से उठना, फास्ट फूड का सेवन करना और एक्सरसाइज की कमी जैसी आदतें सेहत को खराब कर सकती हैं। इन आदतों के चलते हमें कई तरह की बीमारियों घेरने लगती हैं, जैसे कि डायबिटिज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज और मोटापा। ऐसे में ज्यादातर लोग बीमारियों से बचने के लिए नेचुरल उपायों की खोज में रहते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि अरोमाथेरेपी और इसमें इस्तेमाल होने वाले एसेंशियल ऑयल का हेल्थ से जुड़ी समस्याओं के लिए सही तरीके से कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है। इनके बारे में हमें Rosemoore के डायरेक्टर रिधिमा कंसल बता रही हैं। उनका कहना है, ''अरोमाथेरेपी में प्लांट बेस एसेंशियल ऑयल से इलाज किया जाता है, जिससे रोगी की हेल्थ में सुधार होता है। इन तेलों में हीलिंग गुण होते हैं, जो तन और मन के लिए जरूरी हैं। हर तेल से आप अलग तरह की समस्या को दूर कर सकते हैं।''
रिलैक्स के लिए लैवेंडर तेल
लैवेंडर एसेंशियल ऑयल के इतने फायदे हैं कि आप गिनते-गिनत थक जाएंगे। यह नेचुरल रिलैक्सेंट है और इसकी खुशबू ब्रेन की एक्टिविटी को शांत करती है। इसे इस्तेमाल करके आपको रिलैक्स महसूस होता है, जिससे नींद अच्छी आती है और तनाव कम होता है।
इस्तेमाल का तरीका
- लैवेंडर तेल को कमरे में स्प्रे करें या किसी कैरियर ऑयल के साथ मिलाकर सूदिंग मसाज के लिए इस्तेमाल करें।
सिरदर्द और एनर्जी के लिए पुदीने का तेल
अगर आपको सिरदर्द परेशान करता है या तुरंत एनर्जी की जरूरत है, तो पुदीने का तेल इस्तेमाल करें। पुदीना के तेल में मौजूद मेन्थॉल सिरदर्द को दूर करता है। साथ ही, ब्रेन की ब्लड वेसल्स को शांत करता है, जिससे सिरदर्द कम होता है। इसके अलावा, पुदीने के तेल की खुशबू एनर्जी बढ़ाती है। यह ब्रेन को उत्तेजित करता है, जिससे थकान और सुस्ती कम होती है।
इस्तेमाल का तरीका
- सिरदर्द को दूर भगाने और तुरंत एनर्जी के लिए पुदीना का तेल सूंघें। आप चाहें, तो इसे अन्य कैरियर ऑयल में मिलाकर पतला करके कनपटी और गर्दन पर लगा सकते हैं।
कोल्ड और कंजेशन के लिए नीलगिरी का तेल
नीलगिरी का तेल नाक के कंजेशन को दूर करता है और एयर फ्लो सही तरीके से होता है। नीलगिरी के तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही, इस तेल में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो बैक्टीरिया और वायरस को दूर करने में मदद करते हैं।
इस्तेमाल का तरीका
- अगर आपको सांस लेने में कठिनाई हो रही हैं, तो राहत पाने के लिए स्टीम लेने के लिए गर्म पानी में नीलगिरी के तेल की दो बूंदें डालें।
त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए टी ट्री ऑयल
त्वचा की समस्याओं के लिए टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह मुंहासे और स्किन इंफेक्शन से लड़ने में मददगार होता है, क्योंकि इसमें एंटी-माइक्रोबियल गुण बैक्टीरिया को दूर करते हैं।
इस्तेमाल का तरीका
- त्वचा की समस्याओं को दूर करने के लिए टी ट्री ऑयल में थोड़ी मात्रा में नारियल तेल मिलाकर लगाएं।
इम्यूनिटी के लिए नींबू का तेल
नींबू का तेल मूड को सही रखने और इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मदद करता है, क्योंकि इस तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण और विटामिन-सी भरपूर मात्रा में होता है।
इस्तेमाल का तरीका
- आप इसे हवा में स्प्रे कर सकते हैं या फ्रेश ड्रिंक बनाने के लिए गर्म पानी में इसकी एक बूंद मिला सकते हैं।
अच्छी नींद के लिए कैमोमाइल तेल
लैवेंडर की तरह कैमोमाइल तेल के इस्तेमाल से आपको रिलैक्स महसूस होता है और रात में अच्छी नींद आती है।
इस्तेमाल का तरीका
- अपने तकिये पर कुछ बूंदें डालें या सोने से पहले गर्म पानी में डालकर पिएं।
याददाश्त और एकाग्रता के लिए रोज़मेरी तेल
रोजमेरी तेल एकाग्रता में सुधार करता है और याददाश्त बढ़ाने में भी मदद करता है।
इस्तेमाल का तरीका
- पढ़ाई या काम करते समय और अच्छे फोकस के लिए तेल को बोतल में डालकर स्प्रे करें।
ब्लडप्रेशर कंट्रोल करने के लिए इलंग-इलंग तेल
इलंग-इलंग तनाव को कम करके ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करता है और इसे नॉर्मल लेवल पर बनाए रखता है।
इस्तेमाल का तरीका
- आप इसे डिफ्यूजर में इस्तेमाल कर सकते हैं या लोशन के साथ मिलाकर मालिश करें।
चिंता भगाने वाला स्वीट ऑरेंज ऑयल
स्वीट ऑरेंज एसेंशियल ऑयल का उपयोग चिंता और डिप्रेशन के लक्षणों के इलाज के लिए किया जा सकता है। इस एसेंशियल ऑयल को 'हैप्पी ऑयल' के रूप में जाना जाता है क्योंकि इसमें मूड-बढ़ाने वाले गुण होते हैं।
इस्तेमाल का तरीका
- स्वीट ऑरेंज एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदे डिफ्यूजर में डालकर आप अपने मूड को बेहतर बना सकते हैं। आप चाहें तो, स्वीट ऑरेंज एसेंशियल ऑयल को किसी कैरियर तेल के साथ मिलाकर मालिश के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा, गुनगुने पानी में कुछ बूंदें डालकर नहाने से तनाव कम हो सकता है।
मेडिटेशन और हीलिंग के लिए लोबान तेल
लोबान तेल मेडिटेशन के दौरान शरीर को सुरक्षा और मजबूती देता है।इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-सेप्टिक और हीलिंग गुण होते हैं।
इस्तेमाल का तरीका
- हीलिंग के लिए तेल को कैरियर ऑयल में मिलाकर त्वचा पर लगाएं।
एसेंशियल ऑयल इस्तेमाल का सही तरीका
- एसेंशियल ऑयल को हमेशा कैरियर ऑयल जैसे नारियल या बादाम के तेल में मिक्स करके ही लगाना चाहिए।
- त्वचा पर एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल ज्यादा मात्रा में नहीं करना चाहिए।
- कोई भी नया तेल इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें।
- प्रेग्नेंट महिलाओं और बच्चों को एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए।
- तेल के डार्क और ठंडे स्थान पर रखें।
अरोमाथेरेपी आसान तकनीकों के माध्यम से आपकी हेल्थ को सही रखती है। ट्रीटमेंट का सही फायदे पाने के लिए इन तेलों का सही इस्तेमाल करें।
अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Freepik & Shutterstock
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों