वैसे तो शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक किडनी होती है, लेकिन आजकल लाइफस्टाइल के बदलाव के कारण हमने इसे जरूरी समझना ही बंद कर दिया है। जिस तरह से हमारी जीवनशैली में बदलाव आया है उसे देखें तो इस वक्त हर उम्र के इंसान को किडनी से जुड़ी समस्याएं हो रही हैं। किडनी डिसऑर्डर को साइलेंट डिजीज माना जाता है जिसका पता काफी बाद तक नहीं चलता और ये कई मामलों में तो जानलेवा साबित हो जाती है।
क्या आप जानते हैं कैसे पता चलता है कि किडनी डैमेज हो गया है शुरू?
किडनी से जुड़ी अगर कोई समस्या हो रही है तो हमारा शरीर पहले कुछ संकेत दे सकता है, स्किन, हाथ-पैर, चेस्ट पर होते हैं ऐसे असर।
किडनी अगर ठीक से फंक्शन न करे तो हमारे शरीर को कई तरह की समस्याएं झेलनी पड़ती हैं और अगर इसमें कोई परमानेंट डैमेज आ गया तो ये ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। एक रिसर्च के मुताबिक करीब 10% अडल्ट लोगों को किसी न किसी तरह की किडनी की समस्या होती है।
किडनी की किन समस्याओं का पता कैसे चलता है और शरीर आपको क्या संकेत देता है ये जानने के लिए हमने पुणे मनीपाल हॉस्पिटल्स के कंसल्टेंट नेफ्रोलॉजिस्ट डॉक्टर गणेश महेत्रास से बात की। उन्होंने हमें विस्तार से किडनी की समस्याओं के बारे में बताया है।
इसे जरूर पढ़ें- शुरू हो रही है लिवर की बीमारी तो आपका शरीर आपको देता है ये संकेत
किडनी से जुड़ी सबसे आम समस्या-
डॉक्टर गणेश के मुताबिक मौजूदा समय में किडनी में होने वाली सबसे कॉमन समस्या किडनी स्टोन्स बन गई है। किडनी स्टोन्स असल में यूरिन में मिनरल और सॉल्ट डिपॉजिशन के कारण होते हैं और छोटे-छोटे स्टोन्स तो यूरिनरी ट्रैक्ट के जरिए निकल जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में ये स्टोन्स काफी बढ़ जाते हैं और ब्लैडर को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। कई मामलों में तो दर्द इतना होता है कि इनसे छुटकारा नहीं पाया जा सकता है।
इस समस्या को लेकर शरीर देता है ये संकेत-
अगर स्टोन की समस्या हो रही है तो हमारा शरीर हमें इस तरह के संकेत देगा-
- बहुत ज्यादा पीठ में दर्द
- यूरिन में झाग या फिर खून का आना
- यूरिन करते समय जलन या दर्द होना
- हमेशा फीवर बना रहना या थकान महसूस करना
- उल्टी होना
- यूरिन करने की फ्रीक्वेंसी बढ़ जाना या हमेशा ब्लैडर भरा हुआ महसूस होना
- भूख न लगना
हालांकि, ये बहुत मुश्किल है कि आप किडनी स्टोन की समस्या को पूरी तरह से अवॉइड कर सकें, लेकिन कुछ आसान से स्टेप्स इनके रिस्क को काफी कम कर सकते हैं-
- मोटापा इसकी अहम वजह बन सकता है। ऐसे में अगर आप रेगुलर एक्सरसाइज करेंगे तो किडनी की समस्या कम होगी।
- हाइड्रेट रहना और पूरे दिन में भरपूर मात्रा में पानी पीना किडनी की सेहत को बरकरार रखने के लिए बहुत जरूरी है।
- सिट्रस ड्रिंक्स जैसे नींबू पानी या फिर ऑरेंज जूस भरपूर मात्रा में पीने चाहिए।
- कम नमक खाएं और ऑक्सलेट से भरपूर फूड्स से थोड़ा दूर रहें। नेचुरल ऑक्सलेट मूंगफली, पालक, बीटरूट, कोको, शकरकंद जैसी चीज़ों में पाया जाता है जिन्हें कम मात्रा में खाना चाहिए।
किडनी की दूसरी बड़ी समस्या-
किडनी स्टोन के अलावा किडनी का फेल होना भी एक कॉमन समस्या है जो अलग-अलग तरह के किडनी डिसऑर्डर के कारण होती है। ये कंडीशन तब सामने आती है जब किडनी शरीर से वेस्ट फ्लूइड निकालने की अपनी क्षमता खो देती है। ये बॉडी बैलेंस पर भी असर करता है और शरीर में टॉक्सिन्स बनने लगते हैं। ये कई तरह के लक्षण दिखाती है और शरीर में स्किन पर भी असर दिखता है।
इसे जरूर पढ़ें- शुरू हो रही है किडनी की बीमारी स्किन पर दिखते हैं ऐसे असर
इस समस्या को लेकर शरीर देता है ये संकेत-
- सांस फूलना
- उंगलियों और पैरों का सूज जाना
- यूरिन का आउटपुट कम होना
- चेस्ट पेन होना
- चक्कर आना
- स्किन पर चकत्ते पड़ना
- खुजली होना
सही तरह के डायग्नोसिस के साथ ऐसा हो सकता है कि किडनी डैमेज को शुरुआती स्टेज में ही पकड़ लिया जाए और सही ट्रीटमेंट शुरू कर दिया जाए, लेकिन इसके लिए आपको अपने शरीर के लक्षणों पर ध्यान देना होगा और बिल्कुल भी लापरवाही नहीं बरतनी है।
ब्लड टेस्ट आपके शरीर की GFR वैल्यू बताते हैं। नॉर्मल वैल्यूज 90 से ज्यादा होनी चाहिए और अगर 60 से नीचे है तो ये किडनी की समस्या बताती है। GFR कम है तो ये किडनी की बीमारी की स्टेज 5 मानी जाती है और ऐसे समय में डायलिसिस की जरूरत पड़ सकती है।
एल्बुमिन टेस्ट भी किया जाता है जिसमें यूरिन के जरिए ये बताया जाता है कि किडनी में बीमारी हो रही है या नहीं। इसी तरह से किडनी फंक्शन टेस्ट भी किया जाता है जो इसी बारे में बताता है।
अधिकतर मामलों में किडनी डैमेज खराब लाइफस्टाइल और खाने-पीने की आदतों के कारण होता है।
6 कॉमन गलतियां जिससे किडनी की बीमारी का रिस्क बढ़ता है-
लक्षण तो देख लिए अब साथ ही साथ हम आपको ये भी बताते हैं कि किडनी डैमेज किस तरह की गलतियों के कारण बढ़ता है।
- एक ही पोजीशन में कई घंटे बैठे रहना और बिल्कुल भी फिजिकल एक्टिविटी न करना किडनी पर प्रेशर डालता है।
- अल्कोहल का ज्यादा सेवन भी क्रॉनिक किडनी डिजीज की समस्या पैदा कर सकता है। अल्कोहल डिहाइड्रेशन पैदा करता है शरीर में और इससे किडनी डैमेज बढ़ता है।
- स्मोकिंग भी किडनी डैमेज का अहम कारण बन सकती है।
- बहुत ज्यादा मात्रा में मीट खाना भी ब्लड में बहुत भारी मात्रा में एसिड पैदा करता है जो किडनी के लिए खतरनाक होता है।
- खाने में बहुत ज्यादा मात्रा में नमक खाना भी ब्लड प्रेशर और किडनी दोनों के लिए ही अच्छा नहीं होता है।
- प्रोसेस्ड फूड्स खाना किडनी पर ज्यादा असर डाल सकता है और ऐसा कोई भी फूड जिसमें सोडियम और फास्फोरस की मात्रा ज्यादा हो वो खराब हो सकता है।
इन सभी चीज़ों को लेकर ध्यान रखें और अगर आपको थोड़ी भी समस्या समझ आ रही है तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image Source: Freepik, Shutterstock, Exclusive provided by doctors