इंफ्लेमेशन कम करने के लिए करें ये 5 काम, वजन कम होने के साथ मिल सकते हैं कई बड़े फायदे

इंफ्लेमेशन यूं तो शरीर का एक नेचुरल डिफेंस प्रोसेस है। लेकिन, जब यह बहुत अधिक बढ़ जाता है, तो इसका असर वजन और सेहत पर भी होता है। अगर आपके शरीर में इंफ्लेमेशन बढ़ गया है, तो कुछ खास चीजों को रूटीन में शामिल करने से इसे कम किया जा सकता है।
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आजकल इंफ्लेमेशन शब्द काफी सुनने में आ रहा है। एक्ट्रेस विद्या बालन ने भी इस बारे में बात की थी कि उन्हें लंबे वक्त के बाद पता चला कि उनका बढ़ा हुआ वजन, फैट नहीं बल्कि इंफ्लेमेशन की वजह से था और फिर एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट के जरिए, उन्होंने वजन कम किया। इंफ्लेमेशन असल में शरीर का एक डिफेंस प्रोसेस होता है। जब हमारे शरीर में कोई चोट लगती है, कोई इंफ्लेमेशन होता है, तो इससे लड़ने के लिए शरीर में इंफ्लेमेशन होता है। इसे आप और हम आम भाषा में सूजन कहते हैं। लेकिन, अगर यह इंफ्लेमेशन लंबे समय तक बना रहे यानी क्रॉनिक इंफ्लेमेशन हो, यह सही नहीं है। इसकी वजह से न केवल वजन बढ़ने लगता है बल्कि शरीर को अन्य कई नुकसान भी हो सकते हैं। इंफ्लेमेशन कम करने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी हैं। यहां हम आपको 5 ऐसी चीजों के बारे में बता रहे हैं, जो इंफ्लेमेशन कम करने में मदद कर सकती हैं। इस बारे में डाइटिशियन मनप्रीत जानकारी दे रही हैं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं।

इंफ्लेमेशन कम करने के लिए करें ये 5 काम

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  • रोजाना 7-8 घंटे की नींद लें। अच्छी नींद भी शरीर में इंफ्लेमेशन और स्ट्रेस को कम करने में मदद करती है।
  • डाइट में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर चीजों जैसे फ्लैक्स सीड्स, अखरोट और चिया सीड्स को शामिल करें। ये शरीर में इंफ्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं।
  • शरीर में विटामिन-डी की कमी न होने दें। सूरज की रोशनी में रोजाना कुछ वक्त बिताएं और विटामिन-डी से भरपूर चीजों को डाइट में शामिल करें।
  • एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स जैसे बेरीज, टमाटर और धनिये को डाइट का हिस्सा बनाएं।

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  • हल्दी और अश्वगंधा जैसे हर्ब्स भी इंफ्लेमेशन कम कर सकते हैं। इनकी चाय को डाइट का हिस्सा बनाएं।
  • रात के खाने और सुबह के पहले मील के बीच 12-14 घंटे का अंतर रखें। इससे इंफ्लेमेशन कम हो सकता है, वजन भी कम होता है और सेहत दुरुस्त रहती है।
  • ग्लूटेन और डेयरी प्रोडक्ट्स को अवॉइड करें। इनसे इंफ्लेमेशन बढ़ सकता है।
  • संतरा, आंवला, किवी और नींबू को डाइट का हिस्सा बनाएं। ये विटामिन-सी से भरपूर होते हैं। ये फ्री रेडिकल्स को न्यूट्रिलाइज करके ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और इंफ्लेमेशन को कम कर सकते हैं।

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हेल्दी डाइट, सेहतमंद रहने में हमारी मदद कर सकती है। खान-पान और जीवनशैली सही होने पर, कई बीमारियों से बचाव होता है। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit:Freepik

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