अपने वर्कआउट सेशन में हम कई तरह की एक्सरसाइज को शामिल करते हैं। इसमें स्ट्रेचिंग भी जरूर की जाती है। अमूमन स्ट्रेचिंग को लेकर हर किसी की अपनी-अपनी राय होती है। इसे अक्सर फ्लेक्सिबिलिटी को बेहतर बनाने, चोट की रोकथाम और यहां तक कि मांसपेशियों के दर्द को ठीक करने के लिए एक सॉल्यूशन के रूप में देखा जाता है।
जहां कुछ लोग वर्कआउट के बाद स्ट्रेचिंग करना चाहते हैं, जबकि कुछ लोग वर्कआउट से पहले स्ट्रेचिंग करते हैं, ताकि उन्हें किसी तरह की चोट आदि लगने का खतरा कम हो जाए। कुछ लोगों की यह मान्यता होती है कि उन्हें स्ट्रेचिंग करते हुए लगभग 30 सेकंड तक होल्ड करना चाहिए। स्ट्रेचिंग से जुड़ी ऐसी एक या दो नहीं, बल्कि कई सारी बातें हैं, जिन्हें अक्सर आपने लोगों के मुंह से सुना होगा। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको स्ट्रेचिंग से जुड़े कुछ मिथ्स और उनकी सच्चाई के बारे में बता रहे हैं-
सच्चाई- अक्सर लोग यही मानते हैं कि एक्सरसाइज करने से पहले स्ट्रेचिंग करने से चोट से बचाव होता है। लेकिन एक्सरसाइज करने से पहले स्ट्रेचिंग करने से यह गारंटी नहीं मिलती कि आपको चोट नहीं लगेगी। स्टैटिक स्ट्रेचिंग ना केवल आपकी मसल्स को रिलैक्स्ड करता है। इसलिए डायनामिक वार्मअप अधिक बेहतर माना जाता है। ऐसे में आप आर्म सर्कल, लेग स्विंग्स और लाइट जॉगिंग आपके ब्लड फ्लो को इंप्रूव करता है, बल्कि मसल्स भी रेडी होती हैं।
इसे भी पढ़ें: PCOD के लक्षणों को मैनेज कर सकते हैं ये 2 योगासन, रोजाना 10 मिनट करें
सच्चाई- जब आपको दर्द हो तो स्ट्रेचिंग करना अच्छा लग सकता है, लेकिन यहां आपको यह भी समझना चाहिए कि यह कोई चमत्कारिक इलाज नहीं है। स्ट्रेचिंग अस्थायी रूप से ब्लड फ्लो को बढ़ा सकता है, बल्कि अकड़न को कम कर सकती है। हालांकि, यह जादू की तरह रिकवरी को स्पीडअप नहीं करता है। एक्टिव रिकवरी जैसे हल्का चलना या योग व सही हाइड्रेशन आपकी मदद करता है।
सच्चाई- बहुत से लोगों का यह मानना होता है कि केवल एथलीटों को ही स्ट्रेचिंग की जरूरत होती है, जबकि यह भी सच नहीं है। स्ट्रेचिंग केवल जिम जाने वालों या एथलीट्स के लिए नहीं है, बल्कि यह सभी के लिए है। मसलन, अगर आप डेस्क पर घंटों बिताते हैं, तो ऐसे में आपको स्ट्रेचिंग जरूर करनी चाहिए। इससे आपके पीठ के निचले हिस्से को आराम मिलता है।
इसे भी पढ़ें: डाइजेशन को बेहतर बनाता है नौकासन, जानिए कैसे
सच्चाई- अक्सर लोग यह मानते हैं कि बैड पोश्चर को ठीक करने के लिए स्ट्रेचिंग करना ही काफी है। यह बात पूरी तरह से सच नहीं है। जबकि स्ट्रेचिंग से झुकने से होने वाले तनाव को दूर करने में मदद मिल सकती है, लेकिन यह केवल आधी लड़ाई है। आपकी पीठ, कंधों और कोर के लिए मज़बूती देने वाली एक्सरसाइज भी उतनी ही जरूरी है।
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- freepik
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।