तलाक के कई मामलों के बारे में आपने सुना होगा। हर रिश्ते में अलग अलग परेशानी होती हैं। किसी को अपने पार्टनर के एक्सट्रा मैरिटियल अफेयर से एतराज होता है तो किसी को डॉमिनेटिंग बिहेवियर से। मगर हम आपको आज एक ऐसा मामला बताने जा रहे हैं, जिसे सुन कर आपको हैरानी भी होगी और हंसी भी आ सकती है।
मामला महाराष्ट्र के पुणे का है। यहां की कोर्ट में एक महिला ने तलाक के लिए अवेदन किया है। तलाक की वजह पत्नी ने यह बताई कि पति की गोल रोटी पसंद है। मगर गोल रोटी के साथ उनकी शर्त है कि रोटी का व्यास 20 सेमी ही होना चाहिए। रोटी बनाने के बाद पति पहले उसे नापते हैं और फिर खाते हैं। साइज बराबर नहीं होता तो वह रोटी फेक देते हैं। पति की इस हरकत से परेशान पत्नी ने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया है।
पत्नी अच्छा खाना बनाए और रोटी गोल बने यह तो हर पती की चाहत होती है मगर पुणे के एक आईटी इंजीनियर पति की अपनी पत्नी से हमेशा यही डिमांड होती थी कि वो गोल रोटी बनाए और उसका साइज 20 सेमी हो। ऐसा न होने पर वह पत्नी के साथ बदसलूकी करता था। ऐसा नही की पत्नी ने पति के कहे मुताबिक रोटी बनाने की कोशिश नहीं कि बल्कि कई बार ट्राए करने के बाद भी जब वह रोटी को 20 सेमी नाप कर नहीं बना पाई तो उसने पति की मारपीट से तंग आकर उसे तलाक देने की ठान ली और आवेदन डाल दिया।
यह मामला महाराष्ट्र के पुणे का है। यहां अर्चना नाम की एक महिला के आईटी इंजीनियर पति अनिल (दोनों बदले हुए नाम हैं) ने शादी के बाद से ही उसके लिए घर पर छोटे छोटे नियम कायदे बना दिए थे। जिनमें से एक था कि रोटी गोल बनेगी और उसका साइज 20 सेमी होगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह उसे सजा देगा। जब, वह ऐसा नहीं कर पाती थी तब उसे पति की मार खानी पड़ती थी। इतना ही नहीं अर्चना के पति ने घर में कई प्रोटोकॉल बना रखे थे। रोटी के गोल होने के अलावा उसने कामों का हिसाब लेने के लिए अर्चना की एक एक्सल शीट बनाई थी। इसमें तीन कॉलम थे। अगर अर्चना पूरा काम कर लेती थी तो पहले कॉलम में टिक लगता था, जो काम पूरा नहीं करती थी उसके लिए अलग कॉलम में टिक लगता था और जो काम वह कर रही होती थी उसके लिए अलग कॉलम बना था। रात में जब अर्चना पूरा काम कर लेती थी तो उसे शीट भरनी पड़ती थीं। शाम को ऑफिस से आकर पति एक्सल शीट देखता था और घर के पूरे-अधूरे कामों का पत्नी से हिसाब लेता था। कितना आटा पिसाना है, कितना चावल चढ़ाना है, कितनी सब्जी लेनी है, सब पति ही बताता था।
हैरानी की बात तो यह है कि अर्चना के पति ने घर पर ऑफिस जैसा माहौल बना रखा था और पत्नी के साथ बॉस जैसा व्यवहार करता था। पत्नी को इतनी भी इजाजत नहीं होती थी वह पति से बैठ कर दो बातें कर सकें। इसके लिए उसे पति का एपॉइंटमेंट लेना होता था। जब पति घर से बाहर होता था तो अर्चना उससे कुछ भी पूछने के लिए मेल करती थी। पति की इन्हीं सब आदतों के चलते अर्चना ने पति को तलाक देने की ठान ली। अर्चना की वकील सुप्रिया डोंगरे ने बताया कि- ‘पति-पत्नी दोनों उच्च शिक्षा प्राप्त हैं।
अर्चना ने कम्प्यूटर साइंस से एमएससी किया है। अनिल इंजीनियर हैं। शादी के कुछ समय बाद तक दोनों के बीच रिश्ते अच्छे रहे। धीरे-धीरे अनिल हर काम के लिए ऑर्डर देने लगा। 2010 से वो हर काम के लिए पत्नी से एक्सेल शीट भरवाने लगा। अगर घर का कोई काम अधूरा रह गया तो पत्नी को लिखित में स्पष्टीकरण देना पड़ता था। परेशान होकर अर्चना अक्टूबर 2017 से पति से अलग रह रही हैं। कोर्ट में अप्रैल में सुनवाई होगी।’
अर्चना का आरोप
अर्चना का कहना है अगर पति का कहा कोई भी काम अधूरा रह जाए या उसके तय किए प्रोटोकॉल में कोई कमी रह जाए, तो वो उन्हें पीटता भी था। ये हिंसा सिर्फ पत्नी को ही नहीं, बल्कि उनकी छह साल की बेटी को भी झेलनी पड़ती थी
पति करता था डिश अप्रूव तब बनता था नाश्ता...
रोज सुबह पत्नी एक लिस्ट पति को देती थी। इसमें सुबह के नाश्ते के तमाम विकल्प होते थे। पति खुद उनमें से एक नाश्ता अप्रूव करता था, फिर घर में वही नाश्ता बनता था। इसी तरह घरेलू सामानों की लिस्ट भी पहले पति अप्रूव करता था। फिर पत्नी बाजार से सामान लाती थी और हर सामान और उसके दाम की एंट्री एक्सल शीट में करती थी। तेल, घी, दाल-चावल कुछ भी तय मात्रा से ज्यादा इस्तेमाल हुआ तो उसका भी हिसाब देना पड़ता था।
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