आखिर क्यों दिल्ली में पड़ती है इतनी गर्मी, 50 डिग्री से ऊपर तापमान का क्या है मतलब?

 अगर आपने न्यूज देखी है, तो आपको पता होगा कि इस वक्त दिल्ली का हाल क्या हो रहा है। दिल्ली यमराज की कढ़ाही की तरह तप रहा है, लेकनि इसके पीछे कारण क्या है?

How to manage heat wave of delhi

गर्मी अपने चरम पर है और दिल्ली का जो हाल है वो किसी से छुपा नहीं। पहाड़ों के इतने करीब होने के बाद भी दिल्ली में इतनी गर्मी होती है कि बस क्या कहा जाए। दिल्ली में हीटवेव से एक आदमी की मौत भी हो गई है, उस व्यक्ति के शरीर का तापमान अस्पताल में एडमिट होते समय 107 डिग्री तक पहुंच गया था। मेरे साथ भी कुछ ऐसा होता है कि मेट्रो में डेली ऑफिस जाते समय मुझे ऐसे दो से तीन लोग दिखते हैं जो गर्मी के कारण या तो बेहोश हो जाते हैं या फिर उन्हें चक्कर आ जाता है। दिल्ली में हमेशा एक्स्ट्रीम सर्दी या एक्स्ट्रीम गर्मी का ही मौसम दिखता है, लेकिन भला ऐसा क्यों?

दिल्ली में एक दिन का तापमान 52.3 डिग्री सेलसियस पहुंच गया। हालांकि, यह वेरिफाइड नहीं है, लेकिन अगर एक दो डिग्री नीचे भी हुआ, तो भी यह बहुत ज्यादा है। दिल्ली में गर्मी बहुत प्रचंड है और उसके आस-पास के गांव भी तप रहे हैं। दिल्ली इस वक्त राजस्थान से भी ज्यादा गर्मी है और यहां मिनिमम तापमान भी 30 डिग्री पहुंच रहा है।

IMD की तरफ से हीटवेव की आशंका जताई जा रही है और यह तो समझ आ ही रहा है कि दिल्ली में राहत की सांस अभी कुछ दिनों तक नहीं मिलेगी। IMD की तरफ से रेड अलर्ट जारी की गई है। उत्तर भारत में गर्मी का प्रकोप दिल्ली में बहुत ज्यादा पता चल रहा है।

delhi heat wave reason

इसे जरूर पढ़ें- Heat Wave Alert: आखिर क्या होती है Heat Wave? दिल्ली, राजस्थान, यूपी और पंजाब समेत इन राज्यों में IMD ने क्यों जारी किया भीषण गर्मी का रेड अलर्ट

आखिर क्यों इतना गर्म हो रहा है दिल्ली?

दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में बहुत तेजी से डेवलपमेंट चला है। इतनी तेजी से हाई राइज बिल्डिंग्स बनी हैं कि आस-पास के इलाकों में पार्क, पेड़ और झरोखे भी नहीं बचे हैं। IMD के मुताबिक, दिल्ली की इस हीटवेव का कारण भी यही है। दिल्ली हरा नहीं बचा और यहां की हवा भी दूषित है।

heat wave of delhi

इस इफेक्ट को अर्बन हीट आइलैंड कहा जाता है और यह बहुत ही एक्स्ट्रीम मौसम का जिम्मेदार होता है। PTI को दिए एक इंटरव्यू में सोसाइटी फॉर प्रोटेक्शन ऑफ एन्वायरमेंट एंड बायोडायवर्सिटी के फाउंडर आकाश वशिष्ठ ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर के हीट चेंबर बनने का असली कारण यहां पर मौजूद कॉन्क्रीट है।

किसी जगह में अगर ज्यादा कॉन्क्रीट होता तो फिजिक्स का एक नियम अप्लाई होगा जिसे कहते हैं हीट मल्टिपलर इफेक्ट। इसके कारण गर्मी निचले वातावरण में ही फंसकर रह जाती है और इसके कारण सब कुछ गर्म होने लगता है।

heat wave and delhi summer

इसका एक कारण यहां लगातार चल रहे एसी यूनिट भी हैं जो हीट रेडिएट करते हैं। इतनी ज्यादा गर्मी पड़ रही है कि लोग अपने घरों के एसी बंद नहीं करते जिससे घर तो ठंडा हो जाता है, लेकिन बाहर का तापमान बहुत बढ़ जाता है।

इतनी गर्मी के कारण भारत में बिजली की खपत भी बहुत बढ़ रही है जिससे कोयले और पानी की जरूरत भी बढ़ने लगी है। दिल्ली में भी यमुना का पानी कम होने लगा है जिससे कई इलाकों में पानी की किल्लत हो गई है।

इसे जरूर पढ़ें- हीटवेव से बचने के लिए ऐसे करें खिड़की को कवर

आप नीचे दिए वीडियो में देख सकते हैं कि दिल्ली में किस तरह से पानी की कमी हो रही है-

दिल्ली में सबसे ज्यादा बिजली की खपत हो रही है जहां 8000 मेगावॉट्स बिजली की जरूरत पड़ रही है। यहां स्कूल, कॉलेज आदि बंद कर दिए गए हैं और मौसम विभाग की तरफ से लोगों को रोजाना बाहर ना निकलने की सलाह दी जाती है। दोपहर 12-4 छोड़िए रात में 8 बजे भी बाहर का तापमान इतना गर्म होता है कि सड़क पर चलना मुश्किल हो रहा है। इस दौरान बीमार लोगों, सीनियर सिटिजन्स और बच्चों को बाहर निकलने के लिए मना किया जा रहा है।

अगर किसी को भी लू जैसा लग रहा है, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। बुखार, उल्टी, दस्त जैसे हालात से बचने की कोशिश करनी चाहिए। जितना हो सके लिक्विड्स लेते रहें और अपनी डाइट में ज्यादा पानी वाले फल एड करें। नारियल पानी भी रेगुलर पीने की कोशिश करें।

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Shutterstock/ Freepik

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP