Lok Sabha Election 2024: कौन हैं शांभवी चौधरी? जो इस बार बन सकती हैं सबसे कम उम्र की सांसद

बिहार की रहने वाली शांभवी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) पार्टी के प्रमुख सदस्य अशोक चौधरी की बेटी हैं। जो इस बार बन सकती हैं सबसे कम उम्र की सांसद

 
Shambhavi Choudhary youngest Dalit candidate

लोकसभा चुनाव 2024 की सरगर्मी तेजी से बढ़ रही है। लोकसभा चुनाव 2024 चुनाव की तारीखें जारी हो गई है। 16 मार्च 2024 को चुनाव आयोग ने 3 बजे तक लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा की। 19 अप्रैल 2024 को 21 राज्यों के 102 सीटों पर मतदान होगा। 26 अप्रैल 2024 को 12 राज्य के 88 सीटों पर मतदान होगा। 7 मई 2024 को 13 राज्य के 94 सीटों पर मतदान होगा। इन तारीखों पर चुनाव होने के साथ मतगणना 4 जून 2024 को होगी।

एनडीए में सीटों का बंटवारा हो चुका है, जिसमें चिराग पासवान की पार्टी एलजेपीआर को पांच सीटें दी गई हैं। इनमें से समस्तीपुर की दलित आरक्षित लोकसभा क्षेत्र (23) सीट से शांभवी चौधरी को उम्मीदवार बनाया गया है। 25 साल की शांभवी अगर चुनाव जीत जाती हैं तो वह सबसे कम उम्र की महिला सांसद बनने का रिकॉर्ड बना सकती हैं। शांभवी की जन्म तिथि 15 जून 1998 में हुई थी। अगर वे जीत जाती हैं, तो वे सबसे कम उम्र की सांसद बन जाएंगी।

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कौन हैं शांभवी चौधरी?

बिहार की रहने वाली शांभवी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) पार्टी के प्रमुख सदस्य अशोक चौधरी की बेटी हैं। अशोक चौधरी ने बिहार मंत्रिमंडल में कई बड़े पदों पर कार्य किया है। राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाली शांभवी पूर्व आईपीएस अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल की बहू हैं। उनके पति सायन कुणाल हैं। शांभवी चौधरी ने अपनी स्कूली शिक्षा नोट्रे डेम अकादमी, पटना से पूरी की है। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से समाजशास्त्र में ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय के दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से समाजशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई है। अभी वे बिहार के मगध विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र विषय में पीएचडी भी कर रही हैं।

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इनके बारे में कुछ खास जानकारी

शांभवी की उपलब्धि के तौर पर ऑल इंडिया DU एंट्रेंस की परीक्षा में पूरे देश में 65 वां स्थान। ज्ञान निकेतन गर्ल्स स्कूल, दीघा (पटना) की निदेशक हैं। इसके अलावा कई प्रतिष्ठित समाचार एजेंसी एवं संस्थाओं से जुड़े हैं और सामाजिक कार्यों में विशेष रूचि रखती हैं।

समस्तीपुर, एक अनुसूचित जाति (SC) आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र है, जिसे पहले 2019 में पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के बेटे प्रिंस ने जीता था। एक इंटरव्यू में समस्तीपुर के लिए अपने समझ पर चर्चा करते हुए, शांभवी ने अपना आशावादी दृष्टिकोण व्यक्त किया, भले ही उन्होंने पहले कभी इस क्षेत्र का दौरा नहीं किया हो।

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शांभवी का लक्ष्य शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करना है। शांभवी ने क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, वित्तीय स्वतंत्रता, रोजगार सृजन और निवेश के अवसरों को बढ़ाने के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने की अपनी प्राथमिकता पर जोर दिया। वे महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम करना चाहती हैं।

इससे पहले देश की सबसे कम उम्र की सांसद

लोकसभा चुनाव 2019 में चंद्राणी मुर्मू देश की सबसे युवा सांसद बनीं थीं। चंद्राणी ओडिशा के क्योंझर(सु) लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी। बीजेडी प्रत्याशी के तौर पर उन्होंने जीत दर्ज की। 2019 के चुनाव में चंद्राणी मुर्मू की उम्र 25 साल 11 महीने थी।

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Image credit: Freepik

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