हमारे लिविंग एरिया की जान होते हैं सोफे। यह सिर्फ इसलिए आपके मेहमानों के लिए नहीं होते, बल्कि लिविंग एरिया के स्पेस को और भी बेहतर दिखाते हैं। अगर कमरे में सोफा न हो तो कमरा खाली-खाली लगता है। इतना ही नहीं, हम जब भी सोफा लाते हैं तो उसे अपने इंटीरियर्स, कमरे के रंग के आधार पर चुनते हैं। सोफा कमरे में कैसा दिखेगा यह बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह कितना कंफर्टेबल होगा, यह भी बहुत मायने रखता है।
हालांकि वक्त के साथ-साथ यह भी खराब होने लगता है। कभी इससे चरमराने की आवाजें आने लगती हैं तो कभी फ्रैब्रिक का खिंचाव दिखता है।
हममें से अधिकतर लोग यह सोच-सोचकर इसे चलाते हैं कि बस इतना ही काम है, अभी तो यह और चलेगा। किसी भी सोफा सेट की एक एवरेज लाइफ 7-15 साल होती है। हालांकि इस बीच भी कई बार गलत रखरखाव के कारण यह खराब हो सकता है। ऐसे कुछ संकेत हैं जो आपको दिखाई देने लगे तो आपको तुरंत सोफा सेट बदल लेना चाहिए।
चरमराने की आवाज आ रही हो तो
क्या ऐसा हुआ है कि बैठते ही आपको उसके चरमराने की आवाज आई हो? अगर ऐसा हो रहा है तो समझ लें कि इसका स्ट्रकचर्ल डैमेज शुरू हो चुका है। ऐसी आवाजें तब आती हैं जब लकड़ी या मेटल जॉइंट्स के फ्रेम में दिक्कत हो या मेटल स्प्रिंग कमजोर हो गया हो। पुराने फर्नीचर को अक्सर हार्डवुड से बनाया जाता था मगर आजकल यह मैनुफैक्चर्ड वुड, स्टेपल आदि से बनते हैं,इसलिए जल्दी खराब होने लगते हैं। अगर ऐसी चरमराने की आवाज आपका सोफा सेट भी कर रहा है तो उसे तुरंत बदल दें।
कुशन्स हो गए हैं खराब तो
सोफा अगर कंफर्टेबल होगा तो ही आपको उसमें बैठने में मजा आएगा। इसके साथ ही जरूरी होता है कि आपका लंबर सपोर्ट बना रहे। सोफा में लगी गद्दियां ही तो आरामदायक होनी चाहिए और अगर ऐसा न हो तो फिर सोफा रखने का क्या फायदा? अगर आपके काउच के कुशन्स दब गए हैं तो आप उन्हें तुरंत बदल लें। अगर आपका सोफा सेट ऐसा है जिसकी गद्दियां बदली जा सकती हैं, तो उनके लिए नए कुशन्स मंगवाएं (सोफा कुशन साफ करने का तरीका)।
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अगर सोफा सेट से आने लगी है बदबू तो
हमें लगता है कि हम रोजाना सफाई कर रहे हैं तो फिर सोफा तो साफ ही है, लेकिन ऐसा नहीं होता। आपके पेट के बैठने से या किसी चीज के गिरने से सोफा धीरे-धीरे उन चीजों की महक को अब्सॉर्ब करने लगता है। इस कारण से कई बार उसकी गद्दियों से बदबू आने लगती है।
साथ ही एक समय के बाद फैब्रिक स्क्रैची होने लगता है और आपको खुजली होने लगती है। यह तभी होता है जब सोफा गंदा है। अगर ऐसा हो रहा है तो भी आपको सोफा सेट बदल लेना चाहिए।
फैब्रिक होने लगे स्ट्रेच या फेड तो
आप अपने घर के डेकोर में बदलाव करने के बाद भी यदि खुश नहीं हैं तो यह गलती आपके सोफा सेट की हो सकती है। अगर सोफा सेट का फ्रैब्रिक स्ट्रेच हो रहा है या धीरे-धीरे फेड हो रहा है तो आपको अपने सोफा सेट को बदल लेना चाहिए। रोजाना यूज करने के कारण फैब्रिक एक वक्त के बाद खराब होने लगता है।
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अगर ऐसे ही संकेत आपको भी नजर आ रहे हैं या इसके अलावा आपके लिविंग एरिया में अब आपका सोफा फिट नहीं हो रहा है तो उसे बदल देना बेहतर है। आपके घर में सोफा कितना यूज़ होता है यह भी मायने रखता है। अगर आप सोफा का इस्तेमाल कम करती हैं तो जरूरी नहीं यह संकेत आपको दिखें।
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