आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को बैलेंस करने में काफी परेशानी महसूस करते हैं। कई बार लोग अपने काम को लेकर इतने ज्यादा बिजी हो जाते हैं कि उनकी पर्सनल लाइफ में दिक्कतें आनी शुरू हो जाती हैं। कई बार उनका वर्क-हॉलिक होना उनकी सेहत के लिए भी हानिकारक बन जाता है। हम सभी जानते हैं कि काम के साथ-साथ हमें अपनी सेहत और व्यक्तिगत जीवन को भी बैलेंस करना जरूरी है।
हम सभी के पास दिन के 24 घंटे होते हैं। कुछ लोग इनका अच्छे से इस्तेमाल करते हैं और कुछ इसको बर्बाद कर देते हैं। अगर आप 24 घंटों में पर्सनल, प्रोफेशनल और अपनी हेल्थ के लिए समय निकालना चाहते हैं, तो आपको 8+8+8 रूल को अपने जीवन में लागू करना चाहिए। इस नियम को फॉलो करने से आप काम के साथ-साथ पर्सनल लाइफ और हेल्थ पर भी ध्यान दे पाएंगे और अपने काम में क्रिएटिविटी और प्रोडक्टिविटी लेकर भी आएंगे।
आज हम इस आर्टिकल में आपको बताने वाले हैं कि कैसे 24 घंटे को आप 8+8+8 टाइम मैनेजमेंट रूल के हिसाब से डिवाइड करके जीवन को खुशहाल बना सकते हैं। साथ ही इस नियम के फायदे क्या हैं, इसके बारे में भी आपको बताएंगे।
8+8+8 नियम क्या है?
8+8+8 नियम एक टाइम मैनेजमेंट टेक्नीक है, जो आपको अपने दिन के 24 घंटे को 3 बराबर भागों में बांटने में मदद करती है। 8 घंटे आपके काम के लिए, 8 घंटे अच्छी नींद के लिए और 8 घंटे आपकी पर्सनल लाइफ के लिए होने चाहिए। इस रूल को बनाने का उद्देश्य आपके समय को बुद्धिमानी से मैनेज करना है ताकि आपकी प्रोडक्टिविटी, हेल्थ और पर्सनल लाइफ बैलेंस में बनी रहे। हालांकि, शुरुआत में इस रूल को फॉलो करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन अगर आप ठान लें, तो इस नियम को फॉलो करके अपनी लाइफ को खुशनुमा बना सकते हैं।
8+8+8 रूल केवल नौकरीपेशा वालों के लिए नहीं है, बल्कि यह छात्रों के लिए भी फायदेमंद रहेगा। आइए विस्तार से जानते हैं-
8 घंटे काम के लिए-
आपके पास दिन में 24 घंटे होते हैं, जिसमें आपको 8 घंटे अपनी पढ़ाई या नौकरी को समर्पित करने होते हैं। आपको अपनी नौकरी में प्रोडक्टिविटी और क्रिएटिविटी इन घंटों में दिखानी होती है। अगर आप एक स्टूडेंट हैं, तो आपको मन लगाकर पढ़ाई करनी होती है और ध्यान भटकाने वाली चीजों से दूर रहना होता है। अगर आप वर्किंग हैं, तो आपको 8 घंटे में वर्क क्वांटिटी से ज्यादा वर्क की क्वालिटी पर ध्यान देना चाहिए।
8 घंटे अच्छी नींद के लिए-
जब आप पूरे दिन काम करते हैं, तो आपका शरीर और दिमाग काफी थक जाता है। उसे आराम की जरूरत होती है। ऐसे में रात के 8 घंटे आपको अच्छी नींद के लिए निकालने चाहिए। जब आप अच्छी नींद लेते हैं, तो आपका मन और शरीर दोनों स्वस्थ रहता है। अगर आपको नींद की समस्या है, तो आपको सोने से पहले कैफीन, शराब और स्क्रीन से बचना चाहिए।
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8 घंटे एक्टिवटी और रिश्तों के लिए-
काम के बाद दिन के 8 घंटे को आप उन चीजों में खर्च करें, जिसमें आपको खुशी और संतुष्टि मिलती है। आप चाहे तो कोई एक्टिविटी कर सकते हैं या अपनी फैमिली-फ्रेंड्स के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकते हैं। आप इन 8 घंटों को भी 3F, 3H और 3S में बांट सकते हैं।
3F- फैमिली, फ्रेंड्स और फेथ के लिए जब आप समय निकालते हैं, तो आप अपने बिजी शेड्यूल में भी अपने रिश्तों को बनाकर चल पाते हैं। ऐसा करने से आपके रिश्तों में दरार नहीं आती है और दिन के केवल 3 घंटे आपको अपने रिश्तों के लिए निकालने होते हैं।
3H- हेल्थ, हाइजीन और हॉबी के लिए जब आप समय निकालते हैं, तो आपकी फिजिकल और मेंटल हेल्थ अच्छी बनी रहती है। आपको वर्कआउट या योगा करने के लिए समय निकालना चाहिए।
3S- आपको दिनभर के कुछ घंटों में कोई ऐसा काम करना चाहिए, जिससे आपको खुशी मिलती हो। आप चाहें तो टीवी, वेब सीरीज या किताबें पढ़कर खुश हो सकते हैं। अगर आपको ऑफिस जाने में 2 घंटे लगते हैं, तो आपको रास्ते में समय गुजारने के लिए किताबें और मूवी देखने जैसी एक्टिविटी करनी चाहिए।
अपनी लाइफ में 8+8+8 नियम कैसे लागू करें?
8+8+8 नियम कोई कठोर फॉर्मूला नहीं है, जिसका आप पालन नहीं कर सकते हैं। आप अपनी जरूरतों और प्राथमिकताओं के हिसाब से इसे अपना सकते हैं। बस आपको काम, नींद और आराम के बीच सही बैलेंस करने की जरूरत पड़ती है। हालांकि, अपनी लाइफ में इस रूल को लागू करने के तरीके हम आपको बता रहे हैं।
पहले से प्लानिंग करें-
दिन या हफ्ता शुरू होने से पहले, एक शेड्यूल बनाएं कि आप अपना समय कैसे बिताना चाहते हैं। आपको 8 घंटे काम के लिए, 8 घंटे नींद के लिए और 8 घंटे आराम के लिए डिवाइड करने होंगे। सबसे पहले जरूरी कामों और एक्टिविटी को प्राथमिकता दें। हमेशा समय सीमा में काम खत्म करने की आदत डालें।
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अपने टाइम को ट्रैक करें-
हर दिन या हफ्ते के दौरान, इस बात पर नजर रखें कि आप सभी कैटेगरी में कितना समय बिताते हैं। अपनी एक्टिविटीज को देखने के लिए टाइमर या ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। अपने एक्चुअल टाइम की तुलना अपने प्लैन्ड टाइम से करें। उनके बीच के गैप्स की पहचान करें।
अपने रिजल्ट की जांच करें-
हफ्ते या दिन के आखिरी में रिव्यू करें कि आपने 8+8+8 नियम का पालन कितनी अच्छी तरह से किया है। जांच करें कि आप कितने प्रोडक्टिव, हेल् और हैप्पी थे। अपनी एचीवमेंट्स का जश्न मनाएं और अपनी चुनौतियों को स्वीकार करें। हमेशा अपनी गलतियों से सीखें और अगले दिन सुधार करें।
फ्लैक्सिबल बनें-
आपको बता दें कि यह रूल कोई कठोर या Restrictive नहीं है। आप इसे अपने हिसाब से फ्लैक्सिबल बना सकते हैं। आप अपने काम के लिए 8 घंटे ज्यादा और कम कर सकते हैं। आप नींद की क्वालिटी और जरूरत के हिसाब से उसे 8 घंटे से कम या ज्यादा कर सकते हैं।
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Image Credit - freepik
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