क्या आपका बॉयफ्रेंड/ फ्रेंड/गर्लफ्रेंड/रिश्तेदार आपको गैसलाइट कर रहे हैं? अब जब मेंटल हेल्थ को लेकर इतनी बातें होने लगी हैं, तब गैसलाइटिंग शब्द भी हमारी जिंदगी का हिस्सा बन गया है। जेन Z की वोकैब को देखें तो पाएंगे कि गैसलाइटिंग शब्द के कई मतलब निकाले जा रहे हैं। इस शब्द को अलग-अलग एज ग्रुप के लोगों के साथ जोड़कर देखा जा रहा है। गैसलाइटिंग को एक तरह का इमोशनल एब्यूज ही माना जाता है। टीवी-मीडिया में भी अब इसे जेनेरिक शब्द माना जा रहा है।
ऐसे में यह जरूरी है कि आप गैसलाइटिंग शब्द का असली मतलब भी समझ जाएं। आज अपनी स्टोरी में हम इसी बारे में बात करने जा रहे हैं।
क्या है गैसलाइटिंग?
इस शब्द को गैस लाइटर से जोड़कर देखा जाता है। जिसका काम है आग लगाना। पर इस टर्म का असली मतलब कुछ और ही है। medicalnewstoday की टर्मिनोलॉजी देखें तो गैसलाइटिंग का मतलब है रिलेशनशिप में साइकोलॉजिकल एब्यूज।
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यह उस तरह का एब्यूज होता है जिसमें एक इंसान या ग्रुप किसी दूसरे इंसान को अपनी ही सोच, यादों, सच्चाई, ख्यालों पर सवाल करने को मजबूर कर देता है। जिन लोगों के साथ गैसलाइटिंग होती है वो हमेशा कंफ्यूज, एंग्जाइटी से भरे हुए, घबराए हुए रहते हैं।
कहां से आई यह टर्म?
Gaslighting टर्म 1938 के एक प्ले और उसी पर बनी 1944 की एक फिल्म 'गैसलाइट' से आया है। इस प्ले में पति अपनी पत्नी को लगातार भ्रमित करता है और उसे यह सोचने पर मजबूर करता है कि उसकी दिमागी हालत खराब है।
गैसलाइटिंग का असली मतलब है किसी इंसान के अंदर सेल्फ डाउट भर देना। गैसलाइट करने वाला इंसान आपके बहुत करीब होता है। अधिकतर इसे रोमांटिक रिलेशनशिप्स में देखा जाता है, लेकिन परिवार और काम के सिलसिले में भी यह हो सकता है।
कैसे हो सकते हैं गैसलाइटिंग के उदाहरण?
नेशनल डोमेस्टिक वॉयलेंस हॉटलाइन (अमेरिका) की रिपोर्ट के हिसाब से गैसलाइटिंग के ये उदाहरण हो सकते हैं-
1. बातों को काउंटर करना
एक इंसान लगातार आपकी याददाश्त के साथ खिलवाड़ कर रहा है। आपकी बताई हुई चीजों को गलत और खुद को सही कह रहा है। आपसे आपकी याददाश्त को लेकर ही सवाल कर रहा है।
2. किसी बात को छुपा जाना और उल्टा सवाल करना
उदाहरण के तौर पर चोरी पकड़े जाने पर उल्टा सवाल किया जाए, "मैं समझ नहीं पा रहा तुम क्या कह रही हो। तुम तो गलत ही बोल रही हो, तुम मुझे कंफ्यूज कर देती हो।"
3. सामने वाले को छोटा साबित करना
"अरे तुम छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा हो जाती हो, बहुत इमोशनल हो, इतनी बड़ी तो कोई बात ही नहीं थी।" सामने वाले को यह अहसास करवाना कि उसके इमोशन्स बेकार हैं।
4. डिनायल
"अरे, तुमने जो काम बताया था वो मैं भूल गया, अरे तुम्हारी वजह से ही तो मैं भूला हूं, तुम ना सही से इंस्ट्रक्शन्स नहीं देती हो, तुम ही बताओ तुम्हारी इतनी चीजों को कैसे याद रखूं।" अपनी गलती छुपाने के लिए दूसरे पर ब्लेम डाल देना ही डिनायल है।
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5. ध्यान भटकाना
"अरे, इंटरनेट पर ये सब फालतू है। गैसलाइटिंग बस एक फैंसी शब्द है, तुम्हारा ध्यान तो काम पर रहता ही नहीं है। यही सब पढ़ो बस।" इस तरह से सामने वाला इंसान आपकी क्षमता और दिमाग दोनों पर सवाल कर रहा है।
6. नेगेटिविटी थोपना
इस तरीके में एक इंसान खुद ही सामने वाले के लिए नेगेटिव स्टीरियोटाइप्स यूज करता है। जेंडर, रंग, काम, सेक्सुएलिटी आदि के बारे में हमेशा निगेटिव कमेंट्स बोले जाते हैं। (खुद को निगेटिव थॉट्स से ऐसे निकालें बाहर)
ऐसे कई उदाहरण हो सकते हैं जो गैसलाइटिंग से जुड़े हों। ये सभी देखने में छोटे-छोटे लगते हैं, लेकिन असल मायने में लगातार इनसे होने वाली समस्याओं के कारण दिमाग पर असर होने लगता है। ऐसे मामले में साइकोलॉजी एक्सपर्ट आपकी मदद कर सकता है।
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