आपको पता है रिटायर होने के बाद विमान के साथ क्या होता है? यहां जानिए सटीक जवाब

आज के समय में घर से दूर रहे अधिकांश लोग घर जल्दी पहुंचने के लिए विमान से सफर तो करना पसंद करते हैं, लेकिन वो ये नहीं जानते हैं कि विमान को कितने सालों के बाद रिटायर घोषित कर दिया जाता है और इसके बाद उनका क्या होता है। अगर आप भी नहीं जानते हैं, तो चलिए आज हम आपको बताते हैं।
image

हवाई जहाज की भी हर सामान की तरह एक उम्र सीमा होती है, जिसके बाद फ्लाइट को एयरलाइंस कंपनी रिटायर कर देती है। यानी की फ्लाइट कंपनी अपने विमान को एक निश्चित समय के बाद सेवा से हटा देती है। इस तरह सभी फ्लाइट का एक उम्र तय होता है, जिसके बाद सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए उसे सेवा से हटा दिया जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि हवा में उड़ान भरते विमानों की उम्र क्या होती है? कितने साल उड़ने के बाद उन्हें रिटायर किया जाता है और फिर उनका क्या होता है? अगर आप इस बारे में नहीं जानते हैं और आपके मन में भी कभी इस तरह के सवाल उठते हैं, तो चलिए आज हम आपको इसका सटीक जवाब देते हैं।

कब रिटायर हो जाता है विमान?

aircraft details

रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकांश विमानों की रिटायरमेंट एज 25 साल होती है। हालांकि, बहुत अच्छी मेंटीनेंस पर फ्लाइट को कुछ और साल भी चलाया जा सकता है, लेकिन उसके बाद सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उसे सेवा से हटा दिया जाता है। जानकारी के मुताबिक रिटायर होने के बाद विमानों की आखिरी फ्लाइट स्टोरेज डिपो की ओर होती है, जिसे एयरप्लेन बोनयार्ड या ग्रेवयार्ड भी कहते हैं। भारत के अलावा, दुनियाभर में कई जगहों पर विमानों का स्टोरेज डिपो बना हुआ है। हालांकि, अमेरिका में तरह के कई डिपो हैं, जहां सैकड़ों रिटायर विमानों को जगह दी जाती है।

इसे भी पढ़ें-उड़ते जहाज में कैसे भरा जाता है फ्यूल? जानें

रिटायर होने के बाद विमानों का क्या होता है?

filght related interested facts

जानकारी के मुताबिक, विमान के डिपो में पहुंचने के बाद सबसे पहले उनकी तेज धुलाई होती है। इस धुलाई के दौरान रसायन का इस्तेमाल किया जाता है, ताकि अच्छी तरह इसकी धुलाई हो सके। इसके बाद विमान के ईंधन टैंक से पूरी तरह ईंधन निकाल लिया जाता है। फिर, इसमें से एक-एक पुर्जे, मशीनें और सामान निकालने का काम किया जाता है। विमान में कुल मिलाकर 3.5 लाख कंपोनेंट होते हैं, जिन्हें निकाल दिया जाता है। फिर, इन चीजों का इस्तेमाल दूसरे या नए विमानों के पुर्जों के तौर पर होता है। वहीं, विमान को क्रेन और मशीनों की मदद से इसकी बॉडी को डिस्मेंटल करने का काम शुरू होता है। विमान की पूरी बॉडी को क्रश कर दिया जाता है और उन्हें गलाया जाता है। फिर, इसे रिसायकल करके उनका दोबारा विमान बनाने में इस्तेमाल किया जा सकता है।

इसे भी पढ़ें-क्या हवाई जहाज में भी हॉर्न होता है? जानिए फ्लाइट से जुड़ी कुछ रोचक बातें


इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ

Image credit- Herzindagi


HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP