भारत में शादी का बहुत महत्व है और इसे पवित्र बंधन माना जाता है। शादी हर कपल की जिंदगी के लिए एक खास और यादगार पल होती है। भारत में पारंपरिक शादियां अपनी भव्यता और ढेर सारे मेहमानों के लिए जानी जाती हैं। लेकिन, बदलते समय के साथ शादियों के तरीके में भी बदलाव आया है। आजकल यूथ कपल्स बड़ी और खर्चीली शादियों की जगह छोटी और इंटीमेंट वेडिंग करना पसंद कर रहे हैं।
माइक्रो वेडिंग एक नया ट्रेंड बन चुका है, जिसमें कम लोग होते हैं और वेडिंग बजट के अंदर रहती है और जोड़े अपने खास लोगों के साथ ज्यादा समय बिता पाते हैं। आज हम इस आर्टिकल में जानते हैं कि माइक्रो वेडिंग क्या होती है, इसके फायदे और युवाओं के बीच तेजी से लोकप्रिय होने का कारण क्या है?
माइक्रो वेडिंग क्या है?
माइक्रो वेडिंग एक छोटी और स्पेशल शादी होती है, जिसमें केवल करीबी रिश्तेदार और दोस्त शामिल होते हैं। आमतौर पर, इस शादी में 20 से 50 मेहमान होते हैं, जिससे शादी का माहौल ज्यादा इंटीमेट और इमोशनल तौर पर जुड़ाव वाला बना रहता है। यह पारंपरिक शादी की तरह ही होती है, जिसमें छोटे पैमाने पर सभी जरूरी रस्में और रिसेप्शन शामिल होते हैं।
माइक्रो वेडिंग के फायदे
खर्च पर कंट्रोल
माइक्रो वेडिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें खर्च कम होता है। ट्रेडिशनल इंडियन वेडिंग में लाखों रुपये खर्च होते हैं, लेकिन छोटी गेस्ट लिस्ट होने से वेन्यू, मेन्यू और डेकोरेशन जैसे खर्चे कम हो जाते हैं।
प्राइवेट और पर्सनल एक्सपीरियंस
माइक्रो वेडिंग में केवल करीबी रिश्तेदार और दोस्त शामिल होते हैं, जिससे कपल को अपने खास के साथ ज्यादा वक्त बिताने को मिल पाता है। बिना भीड़भाड़ के शादी का माहौल काफी इमोशनल और स्पेशल बन जाता है।
कम स्ट्रेस ज्यादा खुशी
ग्रैंड वेडिंग की प्लानिंग काफी थकान भरी हो सकती है, क्योंकि इसमें बहुत सारे गेस्ट और अलग-अलग फंक्शन्स होते हैं। माइक्रो वेडिंग आसान होती है और दूल्हा-दुल्हन बिना ज्यादा स्ट्रेस लिए अपने खास दिन को इन्जॉय कर पाते हैं।
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पसंदीदा जगह चुनने का आजादी
माइक्रो वेडिंग होने के कारण कपल अपनी पसंदीदा लोकेशन को चुन सकते हैं, जैसे- बीच पर, फार्महाउस पर या किसी होटल या फिर विदेश में। ये वेडिंग ट्रेडिशनल ग्रैंड वेडिंग की तरह बैंक्वेट हॉल तक सीमित नहीं रहती हैं।
एनवॉयरमेंट के लिए अच्छा
माइक्रो वेडिंग में कम मेहमान आते हैं, तो खाना कम बर्बाद होता है, डेकोरेशन में निकलने वाला कचरा कम होता है, जिसकी वजह से पर्यावरण को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचता।
क्वालिटी पर ज्यादा फोकस
माइक्रो वेडिंग में प्रीमियम डेकोरेशन, हाई-क्वालिटी फूड और शानदार फोटोग्राफी पर फोकस किया जाता है।
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यूथ इंडियन कपल्स माइक्रो वेडिंग को क्यों पसंद कर रहे हैं?
आज के समय में यूथ कपल्स ट्रेडिशनल ग्रैंड वेडिंग की जगह माइक्रो वेडिंग को ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके पीछे के कारण इस प्रकार हैं-
- नई जेनरेशन दिखावे से ज्यादा सच्चे और गहरे रिश्तों को वैल्यू दे रही है। वे भीड़भाड़ की जगह अपने करीबी लोगों के साथ शादी का अनुभव साझा करना पसंद कर रहे हैं।
- महामारी के बाद लोगों को छोटी और निजी शादियों का महत्व समझ आ गया है। लॉकडाउन के दौरान, कई कपल्स ने कम मेहमानों के साथ शादी की और इसे ज्यादा खास और आरामदायक पाया।
- यूथ प्रोफेशनल और बिजनेस माइंडेड हो चुके हैं, वे फिजूलखर्ची की बजाय सेविंग्स, इन्वेस्टमेंट और हनीमून पर ध्यान देना चाहते हैं।
- यूथ कपल्स का मानना है कि कम मेहमानों के साथ वे अपनी पंसदीदा जगह पर शादी करने की प्लानिंग कर सकते हैं।
- आज के कपल्स ट्रेडिशनल वेडिंग की जगह अपनी शादी में पर्सनल टच देना ज्यादा पसंद करते हैं। वे कस्टमाइज्ड डेकोरेशन, स्पेशल रिचुअल्स और करीबी लोगों के साथ यादगार पलों पर ज्यादा ध्यान देते हैं।
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