#MeToo के वायरल होने के बाद टिस्का का बयान भी लगातार वायरल हो रहा है। दरअसल पिछले दिनों टिस्का ने यौन उत्पीड़न के मामलो में महिलाओं को भी बराबर का जिम्मेदार माना था। टिस्का ने ट्विट किया था कि ''यह महिलाएं होटल के कमरों में क्यों जाती हैं? इन्हें खुद की सुरक्षा का खयाल नहीं?'' वो यहीं पर नहीं रुकीं और उन्होंने आगे महिलाओं को ज्ञान देते हुए कहा, ''बतौर एक महिला मैं कहूंगी पहले खुद की रक्षा करो।''
सेक्सुअल हैरेसमेंट को लेकर टिस्का कहती हैं कि इन दिनों सोशल मीडिया पर #MeToo काफी तेजी से ट्रेंड हो रहा हैं जहां महिलाएं बीते दिनों में अपने साथ हुए यौन शोषण के बारे में बात रही हैं। आप को बता दें कि इस कैम्पेन में आम लड़कियों से लेकर जाने माने चेहरे अपने यौन शोषण के अनुभव शेयर कर रही हैं। ऐसे में टिस्का ने कहा है कि ''ये महिलाएं होटल के कमरों में क्यों जाती हैं फिर, इन्हें उस वक्त अपनी सुरक्षा का ख्याल नहीं होता? एक महिला होने के नाते मैं कहूंगी कि सबसे पहले खुद की मदद करो।''
''खराब ना का मतलब होता है हां'': टिस्का
Oh my God! How dumb are you? A 'no' means no. Nothing else
— Shikha (@sv_052) October 18, 2017
टिस्का ने अपने ट्विटर अकाउंट में एक ट्वीट पोस्ट करते हुए लिखा, ''एक खराब ना का मतलब हां होता है।'' जिसके बाद वो सोशल मीडिया में ट्रोल होने लगीं। एक यूज़र ने पिंक मूवी का एक पोस्टर शेयर करते हुए कहा कि ''लेकिन बच्चन सर तो कुछ और कह रहे हैं।'' दरअसल इस पोस्टर में लिखा है कि ''ना का मतलब ना होता है। ना एक शब्द नहीं अपने आप में एक पूरा वाक्य है।''
But @SrBachchan toh kuch aur keh rahe the pic.twitter.com/XVVKaIu2VL
— Sir Bumrah! (@Ibleed_sarcasm) October 20, 2017
सेफ जगह कहां है?
वहीं एक यूजर्स ने उन्हें आड़े हाथ लेते हुए ट्विट किया है कि ‘सेफ जगह कहां हैं, ऑफिस, कार या घर? यह हरकत कहीं भी हो सकती है।’
Pray, where is this 'safe' place?At the office?In cars? Inside homes?Y go anywhere at all since I fear for my safety?Assault cn happn anywhr
— Ishmeet Nagpal (@IshmeetNagpal) October 18, 2017
वहीं कई लड़कियों ने इसे एक असंवेदनशील ट्वीट कहा। गौरतलब है कि पिछले दिनों टिस्का ने खुद को लेकर एक खुलासा किया था कि वह एक फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में एक प्रोड्यूसर के कमरे में गई थीं। जहां उसने मुझे अपना शिकार बनाना चाहा लेकिन मैं वहां से बचकर भाग निकली।
No man has the right to touch a woman even if she's standing naked at 3am in the park or in the middle of the street. The only person at fault is the person who assaults. Simple.https://t.co/1SsMXq5LB1
— Saniya Sayed (@Ssaniya25) October 20, 2017
So basically 'men will be men' but women are to blame still. @tiscatime shame on you! 🤢That's all I can say https://t.co/3Z6Ppaopi4
— Mantally-the-sick (@tvphangurl1) October 19, 2017
वहीं एक यूज़र ने सवाल करते हुए ट्विट किया है कि "क्या12 और 14 साल में जो मेरे साथ हुआ था वो मेरी गलती है?"
Oh mannn, I really liked @tiscatime :/
— Ish (@Ishy93) October 19, 2017
Guess it was my fault when I was 12, or 14, or every day since...in supermarkets and so on..
एक यू़ज़र ने ट्विट किया कि "कभी भी किसी के खिलाफ आवाज उठाना गलत नहीं होता है। सेक्सुअल हैरेसमेंट एक ऐसी चीज है जिसे कभी आप लाइट नहीं ले सकते। बोलने से पहले प्लीज़ सोचें।"
It's never too late to speak up. Sexual assault and harrasment is not a matter to be taken lightly. Think before you speak, please.
— MS (@Realsinham) October 17, 2017
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