बच्चे के जन्म के बाद हर पैरेंट्स अपनी आंखों के सामने उसे धीरे-धीरे विकसित होते हुए देखना चाहते हैं। अपने विकास के क्रम में बच्चा पहले अपने सिर पर कण्ट्रोल करना सीखता है। इसके बाद करवट लेना, फिर बैठना, उसके बाद घुटनों के बल चलना और फिर पैरों के बल चलने लगता है। करीबन एक साल ही उम्र में बच्चा पैरों के बल चलना शुरू करता है। हालांकि, हर बच्चे के विकास का समय अलग-अलग हो सकता है। मसलन, कुछ बच्चे 9-10 माह में ही चलना शुरू कर देते हैं तो कुछ बच्चों को इसमें 15-16 माह भी लग जाते हैं। ऐसे में अभिभावकों को परेशान नहीं होना चाहिए।
लेकिन जब आपका बच्चा चलना शुरू कर दे तो ऐसे में पैरेंट्स को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए ताकि बच्चे को बेहतर तरीके से चलने में कोई समस्या ना हो। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे ही छोटे-छोटे टिप्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें हर पैरेंट को इस स्थिति में अवश्य फॉलो करना चाहिए-
घर को बनाएं बेबी प्रूफ
यह सबसे पहला और जरूरी स्टेप है। जब आपका बच्चा चलना शुरू करता है तो उसके मन में एक उत्साह होता है और इसलिए हो सकता है कि आपके देखे बिना भी वह चलने लगे। ऐसे में बच्चे की सुरक्षा के लिए जरूरी है कि आप अपने घर को बेबी प्रूफ बनाएं। इसके लिए आप ना केवल फर्श को साफ-सुथरा रखें, बल्कि यह भी देखें कि कमरे में ऐसी चीजें ना हो, जिससे बच्चे के चोटिल होने की संभावना बढ़े। जब बच्चे के लिए घर बेबीप्रूफ होता है तो इससे उसका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
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वॉकर का ना करें इस्तेमाल
अक्सर यह देखने में आता है कि जब बच्चा धीरे-धीरे चलना शुरू करता है तो ऐसे में पैरेंट्स उसके लिए वॉकर खरीदते हैं। लेकिन बच्चे के लिए वॉकर खरीदना एक अच्छा विचार नहीं माना जाता है। दरअसल, जब बच्चा वॉकर का इस्तेमाल करता है तो इससे उनका मोटर डेवलपमेंट स्लो हो सकता है। इसके अलावा यह बच्चे की रीढ़ की हड्डी के विकास को रोक सकते हैं। साथ ही साथ इससे बच्चे का बॉडी पॉश्चर भी प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा, वॉकर के इस्तेमाल का एक नुकसान यह भी है कि वॉकर सीढ़ियों से ऊपर या नीचे लुढ़क सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें गंभीर रूप से चोट लग सकती है।
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बच्चे की करें मदद
जब बच्चा चलना सीखता है तो ऐसे में पैरेंट्स उनकी कई तरीकों से मदद कर सकते हैं। मसलन, आप अपनी उंगलियों के सहारे से बच्चे की चलने में मदद करें। इसके अलावा, आप बच्चे की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए उसकी दिन में दो बार तेल मालिश अवश्य करें। इससे बच्चे को चलने में काफी आसानी होगी। साथ ही, बच्चे को चलने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए आप उसके आसपास ऐसी चीजें रखें, जो उसे पसंद हो।
यह भी है तरीका
जब बच्चा चलना सीखता है तो शुरूआत में उसे मदद की आवश्यकता होती है। लेकिन हर बार अगर आप बच्चे की मदद करेंगे तो इससे वह खुद नहीं चलेगा। बेहतर होगा कि आप क्रूजिंग तरीके को अपनाएं। यह एक ऐसी तकनीक है, जिसमें बच्चा खड़ा होने या चलने के लिए सोफे, टेबल या फिर अन्य किसी आइटम का सहारा लेता है। जब बच्चा ऐसा करता है तो इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और वह खुद चलना सीखते हैं। आप चाहें तो बच्चे को प्रोत्साहित करने के लिए बेड या सोफे के दूसरे कोने पर कोई खिलौना रखें।
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