बस स्टॉप पर बच्चों की सुरक्षा के लिए बरतें ये 5 सावधानियां

अगर आप बस स्टॉप पर बच्चे को स्कूल छोड़ने जा रही हैं तो सड़क किनारे अपने लाडले को सुरक्षित रखने के लिए आपका पूरी तरह सावधान रहना जरूरी है। 

 
child safety road article

एक मां के लिए उसके बच्चे की सुरक्षा से बढ़कर कुछ भी नहीं हो सकता। घर की चहारदीवारी से बाहर निकलते ही मां को जो बात सबसे ज्यादा परेशान करती है वो ये कि क्या उसका बच्चा बाहर सुरक्षित रहेगा या नहीं। रोज़मर्रा की जिंदगी में कई ऐसे मौके आते हैं जब आप खुद बच्चे को कहीं लेकर जाती हैं या फिर कई बार आपको किसी और के साथ अपने बच्चे को भेजना पड़ता है, मसलन सुबह-सुबह स्कूल के लिए बस स्टॉप तक छोड़ने आना। कई बार तो बड़े होते बच्चों को लोग अकेले भी बाहर आने-जाने देते हैं लेकिन ये तमाम वो मौके होते हैं जब आपको अपने बच्चे की सुरक्षा को लेकर जागरूक और अलर्ट रहना जरूरी होता है। दिल्ली-एनसीआर में हाल ही में हुए एक हादसे में अपने बड़े भाई-बहन के साथ आए दो साल के बच्चे आर्यन की अचानक स्कूल बस के नीचे आ जाने से मौत हो गई। इस हादसे में बस ड्राइवर की लापरवाही बच्चे की मौत का कारण बनी।

child safety road inside

आज हम आपको बताएंगे कि अगर आपका बच्चा छोटा है तो उसे बाहर भेजते समय या फिर साथ लेकर जाते हुए किस तरह की सावधानियां रखनी जरूरी हैं। अगर आपके बच्चे स्कूल जाते हैं तो आपकी दैनिक दिनचर्या में उन्हें स्कूल बस के स्टॉप तक छोड़ना जरूर शामिल होगा। बहुत से मां-बाप के एक से ज्यादा बच्चे स्कूल जाते हैं या कई बार ऐसा भी होता है कि न्यूक्लियर फैमिली में एक बच्चा भी स्कूल जाता है तो उसे छोड़ने के लिए दूसरे छोटे बच्चों को लेकर स्कूल बस स्टॉप तक जाना पड़ता है। ऐसे में सबसे अहम है सभी बच्चों का एक साथ ध्यान रखना, क्योंकि सड़क के आस-पास एक मिनट की भी लापरवाही आपके बच्चे के लिए जानलेवा हो सकती है। इसके लिए आपको कुछ इस तरह की सावधानी रखनी चाहिए -

टाइम से बहुत पहले ना पहुंचें

कभी भी स्कूल बस या कैब के आने के समय से बहुत ज्यादा पहले ना पहुंचे। इससे ना केवल आपके बच्चे अनावश्यक रूप से थक जाते हैं बल्कि आपको भी उनका ध्यान रखने के लिए ज्यादा मशक्कत करनी पड़ती है। कई बार ऐसा हो सकता है कि आप ज्यादा समय तक इंतज़ार करते-करते इतनी थक जाएं कि आराम करने की गरज से आपका ध्यान अपने बच्चों से हट जाए। सड़क किनारे वाहनों की आवाजाही के बीच एक मिनट के लिए भी अगर आपका ध्यान अपने बच्चे से हटा तो कोई दुर्घटना घट सकती है।

सुरक्षित दूरी बनाए रखें

स्कूल वाहन का इंतज़ार करते हुए आप सड़क के किनारे खड़े होने की बजाय उससे थोड़ा दूरी पर खड़े हों और अपने बच्चों के लिए भी एक लक्ष्मण रेखा खींच दें जिसके बाहर वो हरगिज ना निकलें। उन्हें साफ शब्दों में बता दें कि जब तक उनका वाहन नहीं आ जाता वो उस दायरे बाहर नहीं जाएंगे। बहुत से बच्चे शरारती होते हैं और मां की बातों को बहुत सीरियसली नहीं लेते इसलिए उनकी हरकतों पर नज़र रखें।

बस में चढ़ने की ना हो हड़बड़ी

ये भी सुनिश्तित करें कि स्कूल वाहन आने के बाद आपका बच्चा हड़बड़ी में उसमें ना चढ़े। अगर आपको कभी ऐसा लगे कि स्कूल बस या कैब के ड्राइवर को हड़बड़ी है तो बजाए उसकी हड़बड़ी में उसका साथ देने के, इस बात के लिए उसे आगाह करें। जरूरत पड़े तो स्कूल प्रशासन को इस बात की सूचना दें।

मोबाइल फोन साथ में रखें

बच्चों को स्कूल बस स्टॉप पर छोड़ने जाते हुए अपना मोबाइल फोन ले जाना कतई ना भूलें और ये भी ध्यान रखें कि उसकी बैटरी चार्ज हो। कई बार किसी वजह से स्कूल वाहन के पहुंचने में देरी हो जाती है या कभी-कभी वो आते ही नहीं। ऐसी हालत में अगर आपके पास फोन है तो आप अपने घर में किसी को इसकी सूचना दे सकती हैं और बच्चों को सुरक्षित स्कूल छोड़ने की कोई व्यवस्था की जा सकती है।

सुरक्षित वाहन से बच्चों को छोड़ें स्कूल

अगर किसी वजह से स्कूल वाहन ना आए और आपको ही बच्चों को छोड़ने के लिए जाना पड़े तो बेहतर होगा कि आप अपनी गाड़ी (कार) से उन्हें छोड़ें अगर आपके पास अपना कोई वाहन मौजूद नहीं है तो कोशिश करें कि आप किसी सुरक्षित वाहन का इस्तेमाल करें। अगर आप किसी खुले वाहन मसलन रिक्शा या ऑटो रिक्शा का इस्तेमाल करती हैं तो बच्चे को उस तरफ बिठाएं जो ज्यादा सुरक्षित हो। और इस दौरान वाहन की रफ्तार और आस-पास से गुज़र रहे वाहनों पर ध्यान रखें। अगर चालक ठीक से ना चला रहा हो तो उसे ऐसा करने से रोकें।

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