सेकंड हैण्ड सामान का नाम सुनते ही दिल्ली और इसके आसपास के लोगों में सबसे पहले ख्याल दिल्ली में मौजूद चोर बाज़ार का ही आता है। लोगों को लगता है कि इस बाज़ार में चीजे अच्छी और कम कीमत में आसानी से मिल जाती है और लोग बड़े में प्रेम में खरीद भी लेते हैं। कई महिलाएं ऐसी भी हैं जो आज भी किसी न किसी चोर बाज़ार या फिर सेकंड हैण्ड की दुकान पर सामान खरीदने के लिए जज़रू पहुँच जाती हैं। लेकिन, इन सब के बीच ये भूल जाती हैं कि कुछ ऐसे में सामान है जिन्हें कभी भी किसी भी चोर बाज़ार या फिर किसी अन्य जगह से सेकंड हैण्ड के रूप में कभी भी नहीं खरीदना चाहिए। अगर आप भी कुछ चीजों को सेकंड हैण्ड के रूप में खरीदती हैं तो कहीं न कहीं गलती ज़रूर करती हैं। आज इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किन सामानों को कभी भी सेकंड रूप के कभी भी नहीं ख़रीदना चाहिए। कहीं ऐसा न हो सस्ते के चक्कर में आपको बाद में महंगा पड़ जाए।
कैमरा
आजकल ऐसे कई दुकान बाज़ार में मौजूद है जहां बोला जाता है कि सस्ते में सेकंड हैण्ड कैमरा बहुत अच्छा मिला जाता है। लेकिन, आपको कभी भी सेकंड हैण्ड कैमरा नहीं ख़रीदा चाहिए। शायद आपको मालूम हो, अगर नहीं मालूम हो तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कई बार कैमरे के अंदर से कई चीजे, जैसे-ओरिजनल लेंस आदि को निकाल लेते हैं, और पुराना लेंस कैमरे में लगा देते हैं। कुछ कैमरे ऊपर से देखने में ही अच्छे दिखाई देते हैं लेकिन, जैसे ही उसका इस्तेमाल किया जाता है तो मालूम चलता है कि कोई स्विच या अन्य चीजें काम ही नहीं कर रही है।
मेकअप का सामान
महिलाओं के लिए मेकअप से बढकर कुछ भी नहीं। शायद यहीं वजह है कि जब भी महिलाएं किसी सेकंड हैण्ड चीज को कम दाम में देखती हैं, तो सोचती हैं कि क्यों इसे खरीद लिया जाए। हेयर ड्रायर, लिपिस्टिक सेट, पाउडर, स्प्रे आदि अन्य मेकअप किट को कभी भी सेकंड हैण्ड के रूप में नहीं खरीदना चाहिए। ऐसे बहुत से खबर देखने और सुनने में आता है कि मेकअप जैसी चीजों में मिलावट बहुत अधिक रहता है जिसके इस्तेमाल से त्वचा में कई तरह की परेशानियों होने लगती हैं। इसलिए आप सेकंड हैण्ड के रूप में मेकअप का सामान कभी न ख़रीदे।
मोबाइल
मोबाइल भी एक ऐसा सामान है जिसे कोई भी झट से सेकंड हैण्ड के रूप में खरीद लेता है बल्कि, ऐसा नहीं करना चाहिए। कई बार आप कम कीमत में सेकंड हैण्ड मोबाइल तो खरीदकर घर ले आते हैं लेकिन, बाद में मालूम चलता है कि मोबाइल की बैटरी बदली हुई है। कई बार चार से पांच दिनों के इस्तेमाल के बाद भी मोबाइल डेड हो जाता है। इसलिए आप कम कीमत के चक्कर में किसी भी सेकंड हैण्ड मोबाइल को कभी न ख़रीदे। कभी-कभी सेकंड हैण्ड मोबाइल चोरी का भी होता है और फिर आप भी मुसीबत में फस सकते हैं। वैसे आपको कोई भी सेकंड हैण्ड इलेक्ट्रॉनिक सामान को खरीदने से बचाना चाहिए।
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बर्तन
आजकल सेकंड हैण्ड के रूप में कई बाज़ारों में एक से बढ़कर एक बर्तन आसानी से मिल जाते हैं। ये आसानी से इस लिए मिल जाते हैं क्यूंकि, ये किसी काम के लिए नहीं होते हैं। बहुत से बर्तनों को सिर्फ ऊपर से पॉलिश कर दिया जाता है और एक से दो बार के इस्तेमाल में मालूम चलता है कि नीचे से बर्तन खोखला है। स्टील, तांबा जैसे कीमती धातु से तैयार बर्तन को कभी भी सेकंड हैण्ड के रूप में नहीं खरीदना चाहिए।
अब मैं यकीन के से बोल सकता हैं हूं कि आप जब भी सेकंड हैण्ड सामान खरीदने के लिए घर से निकालेंगे तो इन सामानों को भूलकर भी खरीदना पसंद नहीं करेंगे। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें, और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit:(@herzindagi)
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