पानी की तरह पेड़-पौधे भी इंसान की जिंदगी का अभिन्न हिस्सा हैं। इस बात से हर कोई वाकिफ है, लेकिन इस बारे में कम ही लोगों को जानकारी है कि वास्तु में पेड़-पौधों का विशेष महत्व है। यानी अगर घर में वास्तु के अनुसार पेड़-पौधे लगाए जाएं तो उनसे घर में पॉजिटिव एनर्जी का प्रवाह बढ़ाया जा सकता है। अगर पेड़-पौधों को वास्तु के अनुरूप लगाया जाए तो वे स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि प्रदान करते हैं। वास्तु के अनुसार कुछ खास किस्म के पेड़-पौधों को घर में लगाने से विशेष लाभ होता है। घर में आमतौर पर पेड़-पौधे गृह-सज्जा के लिए लगाए जाते हैं। पीपल, नीम, आम, केला और बांस जैसे विशालकाय पेड़ भी घर के आंगन में लगाए जाते हैं। लेकिन अगर वास्तु के अनुसार घर में पेड़-पौधे लगाए जाएं तो ये और भी ज्यादा शुभ फलदायी हो सकते हैं। इस बारे में हमने चर्चा की वास्तु एक्सपर्ट नरेश सिंगल और उन्होंने हमें बताया कि घर में कौन-कौन से पेड़-पौधे लगाने से वास्तु के अनुसार उत्तम है।
आंवला और चमेली लगाएं
घर के उत्तर में, पूर्व में और उत्तर-पूर्व में कम ऊंचाई वाले पौधे जैसे तुलसी, गेंदा, आंवला, चम्पा, चमेली, मोतिया आदि लगाने चाहिए। ये पौधे वायु को शुद्ध रखते हैं। घर के दक्षिण-पश्चिम में ऊंचे पेड़ जैसे कि नीम, बड़ और पीपल आदि हों तो शुभ प्रभाव देते हैं।
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नीम
इस वृक्ष का औषधीय महत्व बहुत अधिक है। नीम की पत्तियों को प्रवेश द्वार पर बांधना शुभ समझा जाता है। आयुर्वेद में यह लगभग 300 औषधियां बनाने के काम में लाया जाता है। इसकी लकड़ी से बने फर्नीचर व दरवाजों में कभी दीमक नहीं लगती। इसकी टहनी का प्रयोग दातुन के रूप में किया जाता है। अपने आसपास के वातावरण को यह कीटाणुमुक्त बना देता है। इसलिए इसे घर के आसपास लगाना अच्छा माना जाता है।
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केला
केले के पौधे को शुभ व धन-संपन्नता का प्रतीक मानते हुए घर के प्रवेश द्वार व शादी -ब्याह के मंडप आदि को सजाने के काम में लाया जाता है। वास्तु में इसका विशेष महत्व है। इसके पत्तों पर रखकर भोजन खाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा भी होती है। यह पेड़ मंदिरों में लगाया जाता है।
बांस
बांस को उत्तर-पूर्व में लगाया जाना शुभ होता है। यह भूमि के अंदर तेजी से अपनी जड़ें बढ़ाता है। वास्तु के अनुसार यह कारोबार में वृद्धि और सुख-समृद्धि देने वाला होता है। चीन में बांस के पौधे का उतना ही महत्व है, जितना भारत में पीपल और बांस का पेड़ का। एक और अहम बात ये है कि जहां बांस के पेड़ लगे होते हैं, वहां आकाशीय बिजली गिरने की आशंका कम हो जाती है।
तुलसी लगाने से होती है घर की शुद्धि
तुलसी का पौधा लगाने से आसपास का वातावरण किटाणु रहित हो जाता है। यह घर के उत्तर-पूर्व व पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। इसे घर के आंगन में ब्रह्म स्थान में भी लगाया जा सकता है। तुलसी का पौधा औसतन 10 पेड़ों के बराबर ऑक्सीजन छोड़ता है। इस पौधे का औषधीय व आध्यात्मिक महत्व भी है। आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने और खांसी-जुकाम में इसकी पत्तियों का इस्तेमाल काफी फायदेमंद माना जाता है। लेकिन तुलसी का पौधा घर के दक्षिणी भाग में नहीं लगाना चाहिए।
फूलों के पौधे
मोगरा यानी चमेली और नीले व लालरंग के कमल के फूलों के पौधे घर में लगाना शुभ रहता है। ये पौधे मन को आनंदित करने वाली खुशबु तो देते ही हैं, पूजा में भी प्रयोग लाए जाते हैं। मोगरा के फूलों की माला गूंथकर पूजास्थल की सजावट के लिए भी प्रयोग में लाई जा सकती है।
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