Sawan Rudrabhishek 2023 Samagri or Vidhi: सावन में इस विधि से करें रुद्राभिषेक, जानें संपूर्ण सामग्री

सावन में शिव जी की पूजा का महत्व और लाभ दोनों है। शिवलिंग पूजा के दौरान अभिषेक का भी महत्वपूर्ण स्थान है। ऐसे में आइये जानते हैं सावन शनिवार के रुद्राभिषेक करने की विधि और संपूर्ण सामग्री के बारे में।   

sawan  rudrabhishek mahatva

Sawan 2023 Is Vidhi Aur Samagri Se Kare Rudrabhishek: सावन में भगवान शिव की पूजा का विधान है।

भगवान शिव की पूजा से हर कष्ट दूर हो जाता है और भोलेनाथ शंभू की कृपा हमेशा अपने भक्तों पर बनी रहती है।

सावन में शिव पूजा के दौरान रुद्राभिषेक का खासा महत्व माना जाता है। रुद्राभिषेक के बिना शिव पूजन अपूर्ण है।

ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं रुद्राभिषेक की विधि और संपूर्ण सामग्री से जुड़ी जानकारी।

सावन 2023 में भगवान शिव के रुद्राभिषेक की सामग्री (Sawan 2023 Shivling Rudrabhishek Samagri)

sawan mein is saamgri se kare rudrabhishek

  • रुद्राभिषेक के लिए गाय का घी, चंदन, पान का पत्ता, धूप, फूल, गंध, बेलपत्र, कपूर
  • मिठाई, फल, शहद, दही, दूध (कच्चे दूध के उपाय), मेवा, गुलाबजल, पंचामृत गन्ने का रस, चंदन, गंगाजल
  • शुद्ध जल, सुपारी, नारियल, श्रृंगी आदि चीजें एक दिन पहले एकत्रित करके रख लें।

सावन 2023 में भगवान शिव के रुद्राभिषेक की विधि (Sawan 2023 Shivling Rudrabhishek Vidhi)

sawan mein is vidhi se kare rudrabhishek

  • भगवान शिव के रुद्राभिषेक के लिए शुद्ध जल लें और उसमें गंगाजल मिलाएं।
  • रुद्राभिषेक के जल में भांग, दूध, गन्ने का रस आदि चीजें भी शामिल करें।
  • फिर तांबे के लोटे में जल भरकर शिव मंदिर जाएं और उत्तर दिशा में बैठें।
  • इसके बाद पूर्व दिशा की ओर मुख करके श्रृंगी में सबसे पहले गंगाजल डालें।
  • फिर अभिषेक करना शुरू करें। पंचामृत से भी शिवलिंग का अभिषेक करें।
  • शिवलिंग का अभिषेक करते समय आचार्य रुद्री का पाठ अवश्य करें।
  • इस पाठ के अलावा, रुद्राभिषेक पूर्ण होने तक 'ॐ नमः शिवायः' का जाप करें।
  • फिर शिवलिंग पर चंदन का लेप लगाएं और बेलपत्र-धतूरा चढ़ाएं।
  • शिवलिंग का भोग लगाएं और धूप-दीप शिव जी के आगे जलाएं।
  • रुद्राभिषेक के जल को किसी पात्र में भरकर घर ले जाएं।
  • इस जल से पूरे घर में छिड़काव करें। इससे नकारात्मकता दूर होगी।
  • मान्यता है कि रुद्राभिषेक वाले जल को पीना भी चाहिए।
  • इसे पीने वाला व्यक्ति रोग-दोष से दूर हो जाता है।
  • साथ ही, व्यक्ति के व्यक्तित्व में भी सकारात्मक बदलाव आते हैं।
  • रुद्राभिषेक पूर्ण करने के बाद भगवान शिव की आरती गाएं।

आप भी सावन में भगवान शिव के रुद्राभिषेक के लिए यहां से विधि और सामग्री की विस्तृत जानकारी ले सकते हैं। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit:

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP