दीपिका पादुकोण जल्द ही अपने बॉयफ्रेंड रणवीर सिंह के साथ शादी के बंधनों में बंधने वाली हैं। दीपिका हर लिहाज से एक कामयाब महिला मानी जाती हैं। रैंप की एक कामयाब मॉडल होने से लेकर कमर्शियल विज्ञापन करने और आखिरकार फिल्मों में नाम और शोहरत हासिल करते हुए दीपिका ने एक लंबा सफर तय किया है। 'ओम शांति ओम के साथ उन्होंने बॉलीवुड के अपने सफर की शुरुआत की थी और इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
आज बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेसेस में शुमार दीपिका पादुकोण सिर्फ एक सुंदर चेहरा भर नहीं हैं, बल्कि ब्यूटी विद ब्रेन्स हैं। बैडमिंटर प्लेयर प्रकाश पादुकोण की बेटी होने के नाते दीपिका पादुकोण की रगों में स्पोर्ट्स दौड़ता है। एक बार दीपिका ने कहा था, 'स्पोर्ट्स ने मुझे सिखाया है कि लाइफ में मिलने वाली हार को कैसे हैंडल किया जाए। इसने मुझे जमीन से जुड़े रहना सिखाया है। हर महिला और पुरुष को खेल खेलना चाहिए क्योंकि इसने मेरी जिंदगी बदली है और यह आपकी जिंदगी भी बदल देगा। अगर आप भी दीपिका पादुकोण की तरह अपने करियर में कामयाब होना चाहती हैं तो उनकी जिंदगी से इंस्पिरेशन ले सकती हैं। आइए उनके कुछ प्रेरित करने वाले विचारों के बारे में जानते हैं-
1. रहें पॉजिटिव
बहुत जरूरी है कि आप खुद को पॉजिटिव बनाए रखें और नेगेटिविटी से हार ना मानें। दीपिका पादुकोण के शब्दों में, 'मेरा मानना है कि हार और जीत करियर का हिस्सा हैं और यह आप पर निर्भर करता है कि आप उसे किस तरह से लेती हैं। आप नेगेटिव चीजों से टूट भी सकती हैं, वहीं दूसरी तरफ उनसे सीख लेते हुए आगे भी बढ़ सकती हैं।
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2. अपनी पसंद से जाहिर करनें अपनी शख्सीयत
जब बात ब्यूटी विद ब्रेन्स की होती है तो नाम सबसे पहले दीपिका का आता है। दीपिका पादुकोण ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत से ही तरह-तरह के रोल किए हैं और इन किरदारों को निभाते हुए वह स्क्रीन पर पूरी तरह से सहज भी नजर आई हैं। दीपिका ने एक इंटरव्यू में ये अहम बात कही, 'मेरी पसंद ही मेरी पहचान है। मेरी पसंद ही मुझे दूसरों से अलग खड़ा करती है।' यानी महिलाओं किन विकल्पों को अपना रही हैं और किन्हें छोड़ रही हैं, इस बारे में उन्हें दीपिका की तरह काफी सोझ-समझकर कर फैसला लेना चाहिए, क्योंकि करियर में मिलने वाली कामयाबी इसी पर निर्भर करती है।
3. अपने कहे शब्दों का करें आंकलन
हमारे सामने कई तरह की स्थितियां आती हैं, कभी हमें कठोर होने की जरूरत होती है तो कभी नरमी से पेश आने की। लेकिन अपनी शख्सीयत में नरमी लाना और जरूरत पड़ने पर मजबूती से खड़ा होने का गुण बहुत कम लोगों में पाया जाता है। निश्चित रूप से दीपिका पादुकोण में यह खूबी है। दीपिका ने एक बार कहा था, 'मैं बोलने से पहले एक बार जरूर सोचती हूं। मैं ऐसी नहीं हूं, जो बिना-सोचे समझे कोई बात कह दे। मैं बहुत इमोशनल और सेंसिटिव व्यक्ति हूं। लेकिन मैं बहुत मजबूत नहीं हूं और मैं अपने दिमाग को बखूबी जानती हूं।' दीपिका का सफल ट्रैक रिकॉर्ड बताता है कि दीपिका सोच-विचार कर अपनी फिल्मों का चयन करती हैं, लेकिन दीपिका इस बारे में कहती हैं, 'मैं अपने दिल की बात सुनती हूं। महत्वाकांक्षी होना अच्छा है, लेकिन मेरा मानना है कि बहुत कैल्कुलेटिव नहीं होना चाहिए। इसके मुझे हमेशा अच्छे नतीजे मिले हैं।
4. फोकस यहां नहीं तो कहां है?
दीपिका पादुकोण ऐसी अभिनेत्रियों में शुमार हैं, जिन्हें बॉलीवुड में सबसे बड़ा पे-पैकेज मिलता है। इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है। दीपिका जिस डेडिकेशन के साथ अपना काम करती हैं और जितनी एकाग्र होती हैं, उससे जाहिर है कि वह बॉलीवुड में लंबा सफर तय करेंगी। फोकस की अहमियत के बारे में उन्होंने एक बार कहा था, 'मैंने हमेशा अफ्ने काम पर ध्यान दिया है। कोई प्रोफेशन आपको आधे-अधूरे तरीके से बिना एकाग्रता के काम करने के लिए पैसे नहीं देता। अगर आप ध्यान नहीं दे रहे, तो आप वहां नहीं हैं।'
5. मंजिल पाने के बाद ही दम लें
अपनी मंजिल तक पहुंचना हर इंसान के लिए मुश्किल होता है। इसी पर दीपिका ने बहुत प्रेरणादायी बात कही है, 'आपको अपने जीवन से क्या चाहिए, उससे कभी भी ध्यान मत हटाइए। लोग हमेशा आपकी टांग खींचने और आपको नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे। ऐसी चीजें भी होंगी, जिनसे आपका आत्मविश्वास कमजोर होगा। यह भी हो सकता है कि आप पूरी तरह टूट कर बिखर जाएं, लेकिन ऐसी स्थितियों में आपके इमोशनली स्ट्रॉन्ग होने और फोकस बनाए रखने से धीरे-धीरे तनाव से बाहर आ जाएंगी। इसके लिए आप अपनी तरह से रणनीति बनाएं और गलतियां करने से भी आपको डरने की जरूरत नहीं है।
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