भारत के सबसे बुजुर्ग टाइगर राजा (Oldest Tiger Raja) की 11 जुलाई को दिन मृत्यु हो गई है। राजा की मौत पश्चिम बंगाल के एसकेबी रेस्क्यू सेंटर में सुबह 3 बजे के आसपास हुई। वहीं अगर राजा की उम्र की बात करें तो वो 25 साल 10 महीने के थे। देश के सबसे बुजुर्ग टाइगर की मौत होने पर तमाम लोग उनकी अंतिम विदाई की तस्वीरें साझा कर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक 23 अगस्त को राजा का बर्थडे था जिसे मनाने के लिए वन विभाग ने तैयारियां भी शुरू कर दी थीं। राजा टाइगर को 2006 में सुंदरवन से घायल हालात में पकड़ा गया था। तब से यह टाइगर पुनवार्सन केंद्र में रह रहा था। मृत्यु के बाद राजा का पोस्टमार्टम भी किया गया है जिसकी रिपोर्ट आनी बाकी है। बताया जा रहा है बूढ़ा होने के साथ-साथ राजा की तबियत कुछ ठीक नहीं रहती थी और इसी वजह से उसकी मृत्यु हुई है।
सभी दे रहे हैं श्रद्धानजली
Alipurduar, WB | People pay tribute to 25-year-old tiger Raja from SKB rescue centre who passed away today
— ANI (@ANI) July 11, 2022
(Source: DM & DFO Alipurduar) pic.twitter.com/pkxS7Q5CgP
राजा के के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और सांसद पीसी मोहन ने रॉयल बंगाल टाइगर के निधन पर शोक व्यक्त किया। इसके साथ-साथ वन्यजीव प्रेमी भी इस खबर से बहुत दुखी हैं और इंटरनेट पर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा, “यह जानकर दुख हुआ कि दुनिया के सबसे बुजुर्ग जीवित बाघ राजा नहीं रहे। 25 वर्षों से अधिक समय तक जीवित रहने वाले इस टाइगर को भारत के गौरव के रूप में याद किया जाएगा।” (जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में क्यों हुआ हंगामा)
कर्नाटक के सांसद मोहन ने कहा
बेंगलुरु सेंट्रल का प्रतिनिधित्व करने वाले कर्नाटक के सांसद मोहन ने ट्विट किया कि राजा की लंबी उम्र दुर्लभ है। उन्होंने लिखा कि “सबसे पुराने रॉयल बंगाल टाइगर में से एक राजा ने अपनी अंतिम सांस ली। बाघों के लिए सामान्य जीवन काल 18 वर्ष की तुलना में, राजा 25 वर्ष तक जीवित रहा। उसकी लंबी उम्र दुर्लभ है। राजा भारत की शान हैं। उसकी उपस्थिति को बहुत याद किया जाएगा।”
मगरमच्छ ने किया था राजा पर हमला
रिपोर्ट्स के मुताबिक राजा को 2006 में सुंदरवन से पकड़ा गया था जब वह घायल मिला था। इसके बाद उसे पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार के टाइगर पुनर्वास केंद्र में ले जाया गया था। यहीं राजा का इलाज हुआ। बताया जा रहा है कि 2006 में राजा गंभीर रूप से घायल पकड़ा गया था जब उसपर मगरमच्छ ने हमला किया था। 2019 से जनवरी 2020 के बीच की गई बाघों की गणना के अनुसार सुंदरवन में 96 बाघ थे पर राजा की मौत के बाद अब 95 बाघ ही बचे हैं।
राजा की अंतिम विदाई की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। आम लोगों से लेकर बड़े अधिकारियों तक सभी राजा को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
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