जब हम अपनी सारी खुशियां किसी एक व्यक्ति में ढूंढने लग जाती हैं तो यह ना सिर्फ उस रिश्ते के लिए खतरनाक होता है, बल्कि स्वयं आपके लिए भी उतना ही हानिकारक है। हालांकि अक्सर लड़कियां यह गलतियां कर बैठती हैं। जब वह एक रिश्ते में होती हैं तो अपने बॉयफ्रेंड पर पूरी तरह से इमोशनली डिपेंडेंट हो जाती है। यह उन्हें एक इंसान के रूप में बेहतर बनने से तो रोकता है ही, इसके अलावा कभी-कभी इससे आप सामने वाले व्यक्ति के हाथों की कठपुतली बन जाती हैं। ऐसे रिश्ते में आपका खुद का फैसला, आपकी खुशियां एक तरह से खत्म ही हो जाती हैं, क्योंकि आप भावनात्मक रूप से सामने वाले व्यक्ति पर निर्भर होता है। इतना ही नहीं, इस भावनात्मक निर्भरता का असर आपकी जिन्दगी के अन्य रिश्तों पर भी पड़ता है। इसलिए यह जरूरी है कि आप एक-दूसरे को प्यार करें और इस रिश्ते में खुशियां खोजें। लेकिन बॉयफ्रेंड पर पूरी तरह से इमोशनली डिपेंडेंट होना सही नहीं है। ऐसे में आप कुछ आसान उपाय अपनाकर खुद को भावनात्मक रूप से दूसरे पर निर्भर होने से रोक सकती हैं-
अपना ख्याल रखना सीखें

अगर आप अपने बॉयफ्रेंड के प्रति अपनी भावनात्मक निर्भरता खत्म करना चाहती हैं तो इसके लिए सबसे पहले खुद का ख्याल रखना सीखें। दरअसल, भावनात्मक निर्भरता तब शुरू होती है जब हम नहीं जानती कि भावनात्मक रूप से खुद के लिए कैसी हों। अपनी भावनात्मक जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरों पर निर्भरता आपको आपसे ही दूर करती चली जाती है। इसलिए यह जरूरी है कि पहले आप खुद से यह सवाल करें कि ऐसा क्या है, जिसके कारण आप अपने बॉयफ्रेंड पर भावनात्मक रूप से निर्भर है। उसके बाद खुद का ख्याल रखना शुरू करें।
अकेले बिताएं समय

जब आप किसी पर पूरी तरह से भावनात्मक रूप से निर्भर होती हैं तो आपको हर वक्त सिर्फ और सिर्फ उसी इंसान की जरूरत होती है। ऐसे में दूसरों पर निर्भर होने की इस आदत को बदलने के लिए जरूरी है कि आप कुछ समय खुद अकेले बिताएं। हो सकता है कि शुरूआत में आपको ऐसा करना कठिन लगे। लेकिन जब आप ऐसा करना शुरू कर देती हैं तो इससे आप खुद को बेहतर तरीके से एक्सप्लोर कर पाती हैं। साथ ही इससे आपको यह भी अहसास होता है कि आपके बॉयफ्रेंड के अलावा भी आपकी एक दुनिया है।
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अपनी स्ट्रेन्थ पर करें फोकस

जब हम किसी व्यक्ति पर बहुत अधिक भावनात्मक रूप से निर्भर होती हैं तो उसके पीछे यह कारण होता है, क्योंकि हमें यह लगता है कि अपने बॉयफ्रेंड के बिना हम कुछ भी नहीं है। खुद पर कम होता आत्मविश्वास सामने वाले व्यक्ति पर भावनात्मक निर्भरता को बढ़ाता है। इसलिए अगर आप अपने बॉयफ्रेंड पर भावनात्मक निर्भरता को कम करना चाहती हैं तो ऐसे में अपनी स्ट्रेन्थ पर फोकस करें। इससे आपको अपनी पॉजिटिव बातों के बारे में पता चलेगा और आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
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समझें पैटर्न और करें उसे ब्रेक

भावनात्मक निर्भरता अक्सर पिछले अनुभवों और रिश्तों का ही एक परिणाम होती है। मसलन, अगर आपका पुराने रिश्ते में एक्सपीरियंस अच्छा नहीं रहा है तो हो सकता है कि आपके मन की इनसिक्योरिटी इस रिश्ते में इमोशनल डिपेंडेंसी बनकर सामने आए। इसलिए यह जरूरी है कि आप पहले अपने वर्तमान पैटर्न को देखें और उसे समझने का प्रयास करें। जब आप वास्तविक परेशानी को समझ पाती हैं तो फिर बॉयफ्रेंड पर भावनात्मक निर्भरता को भी काफी हद तक कम कर सकती हैं।
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